दिल्ली में अक्टूबर से नया ग्रेडेड रिस्पांस एक्शन प्लान लागू, AQI 200 पार होते ही लगेंगी पाबंदियां
दिल्ली में सर्दियों के प्रदूषण से निपटने के लिए ग्रेडेड रिस्पांस एक्शन प्लान (ग्रेप) आज से लागू हो गया है लेकिन तत्काल कोई पाबंदी नहीं लगाई गई है। वायु गुणवत्ता प्रबंधन आयोग (सीएक्यूएम) ने ग्रेप के नियमों में बदलाव किए हैं। अब यह 200 एक्यूआई से ऊपर जाने पर ही लागू होगा। वर्तमान में दिल्ली का एक्यूआई 200 से नीचे है लेकिन हवा की दिशा बदलने से प्रदूषण बढ़ेगा!

संजीव गुप्ता, नई दिल्ली। सर्दियों में प्रदूषण से जंग के लिए बुधवार से राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र ग्रेडेड रिस्पांस एक्शन प्लान (ग्रेप) की जद में आ जाएगा। लेकिन इसकी पाबंदियां अभी नहीं लगेंगी। दरअसल, 2017 में अधिसूचित हुए ग्रेप के प्रविधानों और इसके शेडयूल दोनों में ही वायु गुणवत्ता प्रबंधन आयोग (सीएक्यूएम) बदलाव कर चुका है।
एक अक्टूबर से हो गया लागू
पहले यह हर साल 15 अक्टूबर से लागू होता था, लेकिन 2022 में सीएक्यूएम के आदेश पर इसे एक अक्टूबर से ही लागू करने का निर्णय ले लिया गया था। सिर्फ यही नहीं, इसके चार चरणों में भी बदलाव कर दिया गया था। 101 से 200 तक की मध्यम एयर इंडेक्स (एक्यूआइ) वाली श्रेणी को खत्म कर दिया गया है। मतलब, अब ग्रेप के प्रविधान एयर इंडेक्स के 200 से ऊपर जाने यानी हवा के खराब हो जाने पर ही लगना शुरू होते हैं।
दिल्ली का एक्यूआई 200 से नीचे
विशेषज्ञों के अनुसार, इस समय दिल्ली का एक्यूआई 200 से नीचे ही चल रहा है। मंगलवार को भी यह 117 दर्ज किया गया। लेकिन हवा की दिशा उत्तर पश्चिमी होने से पाकिस्तान, पंजाब, हरियाणा का धूल- धुआं भी जल्द ही दिल्ली पहुंचने लगेगा। ऐसे में अगले कुछ ही दिनों में एक्यूआई खराब श्रेणी में यानी 200 से ऊपर जा सकता है। हालांकि, अधिक संभावना अक्टूबर के दूसरे सप्ताह तक ही है।
डीएसएस भी मददगार साबित होगा
ग्रेप को लेकर सीएक्यूएम के एक अधिकारी ने बताया कि जैसे ही पूर्वानुमान में प्रदूषण के खराब स्तर पर पहुंचने के संकेत मिलेंगे, समिति की समीक्षा बैठक होगी। बैठक में ही कोई निर्णय लिया जाएगा। उन्होंने बताया कि ग्रेप की पाबंदियां तीन दिन के पूर्वानुमान पर लागू होंगी, लेकिन नजर इसके आउटलुक पर भी रहेगी। आउटलुक के आधार पर ही तैयारी शुरू कर दी जाएंगी। आईआईटीएम पुणे का डिसीजन सपोर्ट सिस्टम (डीएसएस) भी इसमें मददगार साबित होगा।
इन चार स्टेजों में लागू होंगी ग्रेप की पाबंदियां
- 201 से 300 तक का एक्यूआई
-- -खराब श्रेणी-- -स्टेज एक - 301 से 400 तक का एक्यूआई
-- -बेहद खराब श्रेणी-- -स्टेज दो - 401 से 450 तक का एक्यूआई
-- -गंभीर श्रेणी-- -- स्टेज तीन - 450 से ज्यादा एक्यूआई
-- -गंभीर प्लस श्रेणी-- -स्टेज चार
सीएक्यूएम को नए सदस्य सचिव का इंतजार
सीएक्यूएम में सदस्य सचिव का पद रिक्त है। सदस्य सचिव ही ग्रेप की उप समिति के अध्यक्ष होते हैं। इस पद आसीन रहे सुजीत कुमार वाजपेई यहां से इस्तीफा देकर एनजीटी का हिस्सा बन चुके हैं। ऐसे में सदस्य सचिव का अतिरिक्त प्रभार सीएक्यूएम के तकनीकी सदस्य एसडी अत्री संभाल रहे हैं। संभावना है कि केंद्रीय वन, पर्यावरण व जलवायु परिवर्तन मंत्रालय द्वारा जल्द ही सीएक्यूएम के नए सदस्य सचिव नियुक्ति कर दी जाएगी। इसके बाद ग्रेप की 12 सदस्यीय उप समिति भी नए सिरे से गठित की जा सकती है।
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