Delhi Weather: पाकिस्तान ने बढ़ाई दिल्ली-NCR की मुश्किलें, धूल ने बिगाड़ी हवा की गुणवत्ता; पढ़ें IMD की ताजा अपडेट
दिल्ली-एनसीआर में पाकिस्तान और राजस्थान से आई धूल ने हवा की गुणवत्ता बिगाड़ दी। दृश्यता घटकर 1200 मीटर तक पहुंच गई और एक्यूआई 292 हो गया। मौसम विभाग के अनुसार हवा की गति धीमी होने से धूल जमी रही। आने वाले दिनों में एक्यूआई मध्यम से खराब रह सकता है।

राज्य ब्यूरो, जागरण . नई दिल्ली: दिल्ली-एनसीआर वासियों के लिए बृहस्पतिवार की सुबह नई मुसीबत लेकर आई। आसमान में फैली धूल की चादर ने न सिर्फ सूरज की रोशनी को ढक दिया, बल्कि सांस लेना भी मुहाल कर दिया।
मौसम विभाग के अनुसार पाकिस्तान और पश्चिमी राजस्थान से चली धूल भरी हवा उत्तरी राजस्थान, दक्षिण पंजाब और हरियाणा होते हुए दिल्ली तक पहुंची। एयरपोर्ट पर दृश्यता का स्तर 1200 मीटर तक गिर गया।
शुक्रवार तक ही हालात सामान्य होने के आसार
हालांकि दिन में आकाश साफ रहने और तेज धूप निकलने पर स्थिति में कुछ सुधार भी देखा गया, लेकिन मौसम विभाग के अनुसार शुक्रवार तक ही हालात सामान्य हो जाने के आसार हैं।
मौसम विभाग ने बताया कि हवा की गुणवत्ता में अचानक गिरावट की वजह तेज हवा और रात भर चली धूल भरी आंधी थी। इससे धूल के बारीक कण हवा में मिल गए।
30 से 40 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से तेज चली हवा
दरअसल, बुधवार रात बादलों का एक समूह इस क्षेत्र में आया। इसके साथ 30 से 40 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से तेज हवाएं चलीं। ये हवाएं खासतौर पर दिल्ली के पालम इलाके में चलीं।
तेज हवाओं के कारण जमीन की धूल भी हवा में मिल गई। इससे दृश्यता 4,500 मीटर से घटकर 1,200 मीटर हो गई। यह सब रात 10 बजे से साढ़े 11 बजे के बीच हुआ।
मौसम विज्ञानियों ने बताया कि देर रात हवा की गति धीमी होने के बाद भी धूल जमी रही। इससे सफदरजंग और आईजीआई हवाई अड्डे पर दृश्यता काफी कम हो गई।
शांत हवा के कारण धूल अभी छंट नहीं पाई है
उन्होंने बताया कि उत्तरी पाकिस्तान से धूल पंजाब और हरियाणा होते हुए दिल्ली-एनसीआर की ओर आ रही है। यह धूल निचले स्तर की पश्चिमी हवाओं के कारण आ रही है। धूल धीरे-धीरे पूर्व की ओर बढ़ रही है।
सुबह होते ही लगभग 10 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से पश्चिमी हवा चलने लगी। इससे धूल थोड़ी छंटी। पालम में दृश्यता बढ़कर 1,500 मीटर हो गई। हालांकि शांत हवा के कारण धूल अभी छंट नहीं पाई है।
वातावरण में धूल जमी हुई है। दिल्ली का एक्यूआइ भी आठ दिन तक 200 से नीचे रहने के बाद बृहस्पतिवार को यह 292 यानी खराब श्रेणी में पहुंच गया। अनुमान है कि एक दो दिन हवा की गुणवत्ता मध्यम से खराब श्रेणी में ही रहेगी।
सटीक पूर्वानुमान में मौसम विभाग ने फिर गच्चा खाया
एक पखवाड़े के दौरान दूसरी बार ऐसा हुआ है कि मौसम विभाग तेज धूल भरी आंधी को लेकर सटीक पूर्वानुमान जारी नहीं कर सका। इससे पहले दो मई को भी धूल भरा तूफान आया था।लेकिन मौसम विभाग को कुछ घंटे पूर्व तक भी इसका आभास नहीं हो पाया था। इस बार भी फिर ऐसा ही हुआ।
अप्रैल में भी एक बार धूल भरी आंधी चली थी और मौसम विभाग तब भी इसका सही अनुमान नहीं दे सका था। हालांकि वरिष्ठ मौसम विज्ञानी आर के जेनामणि ने इसका खंडन किया है कि मौसम विभाग सही पूर्वानुमान नहीं कर पा रहा।
पीएम 2.5 और पीएम 10 के स्तर में दर्ज की गई वृद्धि
ग्रेप पर सीएक्यूएम उप-समिति ने बृहस्पतिवार को धूल भरी स्थिति का जायजा लिया। पाया कि देश के पश्चिमी क्षेत्र से निकलने वाली धूल के कारण, पीएम 2.5 और पीएम 10 में काफी वृद्धि हुई है, एक्यूआई भी बढ़ा है और बृहस्पतिवार शाम चार बजे यह 292 पर पहुंच गया।
उप-समिति ने एक्यूआई में अचानक और तेज गिरावट का कारण हवा की तेज गति के कारण धूल का लंबी दूरी तक फैलना बताया, जो पूरी तरह से प्रकृति में एपिसोडिक है।
इसके अलावा, आईएमडी/आईआईटीएम द्वारा पूर्वानुमान में यह भी भविष्यवाणी की गई है कि आने वाले दिनों में दिल्ली का समग्र एक्यूआई फिर से मध्यम श्रेणी में आ जाएगा।
धूल भरी आंधी आगे भी जारी रहने की उम्मीद
हालांकि, बृहस्पतिवार सुबह आठ बजे से पीएम 2.5 और पीएम 10 की सांद्रता में काफी गिरावट आनी शुरू हो गई है और यह प्रवृत्ति प्रतिकूल मौसम संबंधी कारकों और धूल भरी आंधी के थमने के साथ आगे भी जारी रहने की उम्मीद है।
समग्र वायु गुणवत्ता परिदृश्य और संबंधित पहलुओं की व्यापक समीक्षा के बाद, उप-समिति द्वारा एक या अधिक दिन तक स्थिति पर बारीकी से नजर रखने और शुक्रवार को फिर से स्थिति की समीक्षा करने का सुझाव दिया गया।
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