Delhi AQI Today: 'जहरीली' हुई दिल्ली की हवा, आनंद विहार का AQI फिर 400 के पार; लोग बोले- 'महसूस हो रही घुटन'
Delhi Air Pollution दिल्ली में एयर क्वालिटी इंडेक्स (AQI) में रविवार को फिर गिरावट दर्ज क गई। दिल्ली का औसत एक्यूआई 356 रिकॉर्ड किया गया जो बहुत खराब श्रेणी में आता है। वहीं दिल्ली के आनंद विहार में एक्यूआई 406 दर्ज किया गया है। इसे लेकर सुबह सैर और साइकिल चलाने निकलने लोगों ने दिल्ली की हवा में घुटन महसूस होने की बात कही है।

एएनआई, नई दिल्ली। राजधानी दिल्ली में दीवाली के त्योहार से पहले सांसों पर संकट उत्पन्न हो गया है। रविवार को एयर क्वालिटी इंडेक्स (AQI) में गिरावट दर्ज की गई है। वायु गुणवत्ता सूचकांक बिगड़ने से आज दिल्ली का औसत एक्यूआई 356 रिकॉर्ड किया गया, जो 'बहुत खराब' श्रेणी में है।
केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड (सीसीपीबी) के मुताबिक, आनंद विहार इलाके में AQI 400 अंक को पार कर गया, जो सुबह 10 बजे 406 दर्ज किया गया, जिसे 'गंभीर' श्रेणी में रखा गया। इससे पहले शनिवार को यहां का AQI 367 दर्ज किया गया था। वहीं, दिल्ली के जहांगीरपुरी में AQI 420 दर्ज किया गया है। अगले तीन दिनों तक दिल्ली में हवा की गुणवत्ता बेहद खराब श्रेणी में रहने के आसार हैं।
समाचार एजेंसी एएनआई के मुताबिक, रविवार को राष्ट्रीय राजधानी में वायु गुणवत्ता में गिरावट दर्ज की गई है। इसे लेकर लोगों ने 'घुटन महसूस' होने की बात कही है। शनिवार को दिल्ली का औसत एक्यूआई 255 दर्ज किया गया था, जिसे 'खराब' श्रेणी में माना जाता है।
दिल्ली के क्षेत्र का AQI
आनंद विहार | 406 |
जहांगीरपुरी | 420 |
अलीपुर | 409 |
आईटीओ | 371 |
चांदनी चौक | 321 |
द्वारका | 351 |
राष्ट्रीय राजधानी में आईटीओ के समीप बढ़े प्रदूषण प्रकोप का दृश्य देखने को मिला। फोटो- चंद्र प्रकाश मिश्र
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राजधानी में अक्षरधाम मंदिर में AQI 261 दर्ज किया गया, जबकि IGI हवाई अड्डे पर AQI 324 दर्ज किया गया, दोनों को 'बहुत खराब' श्रेणी में रखा गया। दिल्ली के कुछ हिस्सों में घने धुंध की परत छाई हुई है।
राष्ट्रीय राजधानी में आए हिमांशु ने कहा कि बढ़ते प्रदूषण से 'घुटन' महसूस होती है। उन्होंने एएनआई से कहा, "प्रदूषण के कारण घुटन महसूस होती है। सरकार को इस पर विचार करना चाहिए कि प्रदूषण को कम करने के लिए क्या किया जा सकता है।" इसके अलावा, एक साइकिल चालक ने एएनआई को बताया कि उन्हें सांस लेने में बहुत परेशानी हो रही है।
उन्होंने कहा, "हम दिल्ली से हैं और हम (साइकिल चालक समूह) यहां रोजाना साइकिल चलाते हैं, लेकिन पिछले कुछ दिनों से वायु प्रदूषण की स्थिति के कारण हमें बहुत परेशानी हो रही है। हम ठीक से सांस नहीं ले पा रहे हैं, प्रदूषण के कारण हम जल्दी थक जाते हैं। हम मुंह पर मास्क पहनने जैसी सावधानियां बरतते हैं, लेकिन कुछ भी काम नहीं कर रहा है क्योंकि प्रदूषण बहुत बढ़ रहा है।"
दिल्ली में लागू हैं ग्रेप-2 के प्रतिबंध
उल्लेखनीय है कि दीवाली के त्योहार के करीब आते ही दिल्ली में वायु प्रदूषण बढ़ने लगता है। प्रदूषण पर लगाम लगाने के लिए दिल्ली-एनसीआर क्षेत्र में ग्रेप का दूसरा चरण लागू कर कुछ प्रतिबंध लगाए गए हैं। इसके साथ ही दिल्ली सरकार ने प्रदूषण के स्तर को कम करने के प्रयासों के तहत 1 जनवरी तक पटाखों पर भी प्रतिबंध लगा दिया है।
प्रदूषण में वाहनों के धुएं की हिस्सेदारी 14.80 प्रतिशत
राजधानी के प्रदूषण में वाहनों की हिस्सेदारी सबसे अधिक 14.80 प्रतिशत रही। फैक्ट्रियों के धुएं की भागीदारी 3.54 प्रतिशत रही। इसके अलावा अन्य स्रोत जिम्मेदार रहे। शाम चार बजे दिल्ली के वातावरण में पीएम-10 का औसत स्तर 226.6 माइक्रोग्राम प्रति घन मीटर रहा, जो सामान्य से सवा दोगुना अधिक है। पीएम-2.5 का स्तर 108 रहा।
ग्रेप-3 लगते ही नहीं चल पाएंगी पांच लाख कारें
आने वाले दिनों में दिल्ली के लोगों को आवागमन में परेशानी हो सकती है, क्योंकि दिल्ली में जल्द ही पांच लाख कारों पर प्रतिबंध लग सकता है। ग्रेप-तीन के नियम लागू होते ही पांच लाख कारें खड़ी हो जाएंगी, क्योंकि बीएस-3 पेट्रोल और बीएस-4 डीजल वाले चार पहिया वाहनों पर प्रतिबंध लग जाएगा। उल्लंघन करने वाले वाहन मालिक पर 20 हजार का जुर्माना लगेगा।
आप व भाजपा की सच्चाई सामने आ गई- कांग्रेस
दिल्ली प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष देवेंद्र यादव ने कहा कि प्रदूषण नियंत्रण में आप सरकार विफल रही है। सरकार सिर्फ घोषणा व दावे कर रही है। दिल्लीवासियों को न साफ हवा मिल रही है और न यमुना में साफ पानी।
देवेंद्र यादव, दिल्ली कांग्रेस अध्यक्ष की फाइल फोटो।
देवेंद्र यादव ने कहा, "भाजपा अध्यक्ष वीरेंद्र सचदेवा यमुना के जहरीले पानी में डुबकी लगाने का साहस उनके लिए नुकसानदेह साबित हुआ। त्वचा संबंधी परेशानी के कारण उपचार के लिए अस्पताल जाना पड़ा। इससे स्पष्ट हो गया है कि आप सरकार यमुना को साफ करने में विफल रही है। भाजपा की सच्चाई भी सामने आ गई है, क्योंकि वह सिर्फ चुनाव के समय इस तरह का नाटक करती है।"
उन्होंने कहा कि टूटी सड़कों से उड़ने वाली धूल, वाहनों से निकलने वाला धुआं और पड़ोसी राज्यों में पराली जलने से राजधानी में प्रदूषण बढ़ रहा है। अरविंद केजरीवाल कई सड़कों का निरीक्षण करने का दिखावा किया। उसके बाद मुख्यमंत्री आतिशी ने 31 अक्टूबर तक दिल्ली की सभी सड़कों की मरम्मत की घोषणा की थी, लेकिन इसमें कोई विशेष प्रगति नहीं है।
(नोट- यह जानकारी समाचार एजेंसी एएनआई और जागरण संवाददाता के इनपुट पर आधारित है।)
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