Delhi Pollution: दिल्ली में प्रदूषण का कहर, 13 इलाकों की हवा हुई जहरीली; आने वाले दिनों में कैसा रहेगा AQI
दिल्ली में हवा की गुणवत्ता लगातार खराब होती जा रही है। राजधानी के 36 प्रदूषण निगरानी केंद्रों में से 13 जगहों पर एयर इंडेक्स 300 से अधिक पहुंच गया है। इस वजह से इन इलाकों में हवा की गुणवत्ता बेहद खराब श्रेणी में पहुंच गई है। सीपीसीबी के अनुसार हवा की गति कम होने से रविवार को प्रदूषण के स्तर में बढ़ोतरी होने की आशंका है।

राज्य ब्यूरो, नई दिल्ली। Delhi Pollution राजधानी में लगातार दूसरे दिन एयर क्वालिटी इंडेक्स 300 से कम रहने से हवा की गुणवत्ता खराब श्रेणी में बरकरार रही। लेकिन देर शाम से एयर इंडेक्स बढ़ना शुरू हो गया। इस वजह से शाम सात बजे दिल्ली के 36 प्रदूषण निगरानी केंद्रों में से 13 जगहों पर एयर इंडेक्स 300 से अधिक पहुंच गया। इस वजह से इन इलाकों में हवा की गुणवत्ता खराब श्रेणी में पहुंच गई।
केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड (सीपीसीबी) के अनुसार हवा की गति कम होने से रविवार को प्रदूषण के स्तर में बढ़ोतरी होने की आशंका है। इस वजह से रविवार से मंगलवार तक दिल्ली में हवा की गुणवत्ता बेहद खराब श्रेणी में रह सकती है।
दिल्ली का एयर इंडेक्स 255 रहा
सीपीसीबी द्वारा जारी रिपोर्ट के अनुसार दिल्ली का एयर इंडेक्स 255 रहा। एक दिन पहले दिल्ली का एयर इंडेक्स 270 था। इसके मुकाबले एयर इंडेक्स में 15 अंकों का सुधार हुआ लेकिन देर शाम से एयर इंडेक्स बढ़ना शुरू हो गया। इस वजह से आनंद विहार, अलीपुर, अशोक विहार, बवाना, जहांगीरपुरी, मुंडका, नेहरू नगर, पंजाबी बाग, रोहिणी, शादीपुर, सोनिया विहार, विवेक विहार व वजीरपुर में एयर इंडेक्स 300 से अधिक पहुंच गया।
एनसीआर में हवा की गुणवत्ता खराब श्रेणी में रही
वहीं एनसीआर के शहरों में गाजियाबाद, ग्रेटर नोएडा व नोएडा में हवा की गुणवत्ता खराब श्रेणी में रही। गुरुग्राम व फरीदाबाद में प्रदूषण से एयर इंडेक्स मध्यम श्रेणी में रहा। इस वजह से इन दोनों इलाकों में प्रदूषण से राहत रही।
एनसीआर का एयर इंडेक्स
- दिल्ली- 255
- गाजियाबाद- 256
- ग्रेटर नोएडा- 232
- नोएडा- 209
- गुरुग्राम- 146
- फरीदाबाद- 170
शाम सात बजे दिल्ली के इन इलाकों में अधिक रहा एयर इंडेक्स
- आनंद विहार- 382
- जहांगीरपुरी- 341
- अलीपुर- 337
- विवेक विहार- 333
- बवाना- 332
सर्दियों से पहले बढ़ता है प्रदूषण: गोपाल राय
गोपाल राय ने कहा कि दिल्ली में सर्दियों से पहले प्रदूषण का स्तर बढ़ जाता है और सिर्फ दिल्ली ही नहीं पूरे उत्तर भारत में प्रदूषण का असर होता है। इसी को लेकर आज भारत सरकार के मंत्री और उत्तर भारत की राज्य सरकारों के मंत्रियों की एक बहुप्रतिक्षित बैठक हुई। पिछले साल ये बैठक सितंबर में हुई थी और इस बार अक्टूबर के आखिरी सप्ताह में ये बैठक हो रही है अगर समय पर ये बैठक हो जाती तो इस प्रदूषण से और बेहतर तैयारी के साथ निपटा जा सकता था।।
उन्होंने कहा कि जैसा आप सब जानते हैं कि मैं पिछले डेढ़ महीने से दिल्ली में कृत्रिम बारिश के लिए 3 बार केंद्र सरकार को पत्र लिख चुका हूं। आज मैने केंद्रीय कृषि मंत्री और पर्यावरण मंत्री से निवेदन किया है कि इसे लेकर बैठक की जाए। केंद्रीय कृषि मंत्री ने इस पर सकारात्मक विचार करने का आश्वासन दिया है।
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