दिल्लीवासियों की इस आदत से DMRC परेशान, लोगों ने उठाई जुर्माना लगाने की मांग; जमकर हो रही पोस्टरबाजी
दिल्ली मेट्रो के खंभों पर पोस्टर लगाने से खंभे बदरंग हो रहे हैं। डीएमआरसी ने हाल ही में सभी पोस्टर फाड़कर रंगाई करवाई थी लेकिन कुछ ही दिनों में फिर से पोस्टर लगने लगे हैं। स्थानीय समाज सेवियों का मानना है कि जब तक जुर्माना नहीं लगाया जाएगा या कार्रवाई नहीं की जाएगी तब तक यह समस्या जस-की-तस बनी रहेगी।

जागरण संवाददाता, पश्चिमी दिल्ली। दिल्ली मेट्रो रेल कॉरपोरेशन (डीएमआरसी) की ओर से मेट्रो पिलर से लगे सभी पोस्टर फाड़कर हाल ही में रंगाई करवाई गई थी। पिलर पर विज्ञापन दोबारा से न लगाए जाएं, इसके लिए भी प्लास्टिक की जाली लगाई गई है। लेकिन यहां के लोग हैं कि अपनी हरकतों से बाज नहीं आ रहे हैं।
उन्होंने राजौरी गार्डन, द्वारका, उत्तम नगर इलाके से गुजरने वाली ब्लू लाइन मेट्रो पिलर पर फिर से पोस्टर लगाने शुरू कर दिए हैं। स्थानीय समाज सेवियों का मानना है कि जब तक दिल्ली को बदसूरत करने वालों पर जुर्माना नहीं लगाया जाएगा या कार्रवाई नहीं की जाएगी, तब तक यह सुधरने वाले नहीं हैं।
दिल्ली को बदसूरत बनाने में नहीं छोड़ रहे कोई कसर
दरअसल कोई भी शख्स सांसद, विधायक आदि को खुश करने के लिए उनके बड़े-बड़े पोस्टर छपवाकर स्कूल, पार्क, मेट्रो पिलर आदि जगह लगवा देता है। पहले एक पोस्टर लगता है और फिर उसे देखकर और भी लोग दिल्ली को बदसूरत करने में कोई कसर नहीं छोड़ते हैं। ऐसा ही कुछ इन दिनों द्वारका, उत्तम नगर आदि इलाकों में देखने को मिल रहा है।
उत्तम नगर के जनप्रतिनिधि को होली की बधाई दी गई
मानों यहां के लोगों ने डीएमआरसी की संपत्ति को बदसूरत करने की ठान ही रखी है। जनवरी व फरवरी में डीएमआरसी की ओर से ब्लू लाइन के पिलरों से सभी पोस्टर व अवैध विज्ञापनों को उतारकर पिलरों की रंगाई की थी। विज्ञापनों को पिलर पर कोई न लगाए, इसलिए पिलर के चारों और करीब दस फीट ऊंची प्लास्टिक की जाली भी लगाई गई थी। बावजूद इसके लोगों ने पिलरों पर पोस्टर लगाने शुरू कर दिए हैं। कुछ पोस्टर तो जाली पर लगाए गए हैं और कुछ जाली से ऊपर। इन पोस्टरों पर उत्तम नगर के जनप्रतिनिधि को होली की बधाई दी गई है।
विधायकों के जीतने के बाद पोस्टरों की बाढ़ आ गई
विधानसभा चुनाव से पहले अपने प्रचार के लिए सार्वजनिक स्थानों, भवनों पर पोस्टर चिपकाए गए थे। निगम व अन्य विभाग के कर्मिचारियों ने इनके खिलाफ अभियान चलाकर हटा दिया था। इसके बाद भी कई जगह पोस्टर लगा दिए गए थे। विधायकों के जीतने के बाद फिर से पोस्टरों की बाढ़ आ गई थी। इन पोस्टरों को हटाने के बाद रंगाई की गई, लेकिन 15 दिन बाद ही मेट्रो पिलरों पर जगह-जगह पोस्टर चस्पा हैं। यह न तो अधिकारियों को ही दिखाई दे रहे हैं और न ही पोस्टर लगाने और लगवाने वालों को।
पोस्टर लगाने व पोस्टर लगवाने वालों पर कार्रवाई नहीं
पवन कुमार ने कहा कि राजधानी दिल्ली को बदसूरत करने वालों के खिलाफ कार्रवाई के आर्डर तो आ जाते हैं, लेकिन हवा के साथ आदेश कहां गायब हो जाते हैं, पता ही नहीं लगती। अब जगह-जगह मेट्रो पिलर पर पोस्टर लगाए गए हैं। इस वजह से मेट्रो पिलर काफी भद्दे नजर आ रहे हैं। पोस्टर लगाने व पोस्टर लगवाने वालों पर कार्रवाई नहीं होती है, इसी का फायदा उठाकर सुंदरता को ग्रहण लगाया जा रहा है।
मेट्रो पिलर पर से सभी पोस्टर हटाकर रंगाई की गई
विकास राणा ने बताया कि मेट्रो पिलर पर से सभी पोस्टर हटाकर रंगाई की गई थी और जाली भी लगाई गई थी। अब मेट्रो पिलरों पर जगह-जगह पोस्टर चस्पा हैं। इनसे न केवल शहर की सुंदरता को ग्रहण लगता है, मेट्रो पिलर भी बदरंग हो जाते हैं। संबंधित विभाग को न सिर्फ पोस्टर लगाने वालों पर, पोस्टर लगवाने वालों पर भी कार्रवाई करनी चाहिए।
अभियान चलाकर मेट्रो पिलरों से पोस्टर को हटाना चाहिए
विशाल ने बताया कि यहां से रोज विभिन्न विभागों के अधिकारी गुजरते हैं। वह इन पर कार्रवाई नहीं करते हैं। ऐसे में तो यही प्रतीत होता है कि अधिकारियों के कानों पर जूं तक नहीं रेंगती है। संबंधित विभाग को फिर से अभियान चलाकर मेट्रो पिलरों से पोस्टर को हटाना चाहिए। साथ ही लगवाने व लगाने वालों का नाम नोट कर उन पर कार्रवाई करनी चाहिए। ताकी कहीं भी इस तरह अवैध प्रचार न हो सके।
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