शिक्षकों के गुस्से का शिकार हो रहे मासूम, दिल्ली में महिला टीचर ने कमरे में बंद कर दो छात्राओं की बेरहमी से पीटा
Delhi दिल्ली महिला आयोग (डीसीडब्ल्यू) की अध्यक्ष स्वाति मालीवाल ने शुक्रवार को पूर्वोत्तर दिल्ली के भलस्वा डेयरी इलाके में एक महिला ट्यूशन टीचर पर होमवर्क न करने को लेकर छह और आठ साल की बच्चियों को बेरहमी से मारने का आरोप लगाया।
नई दिल्ली, जागरण डिजिटल डेस्क। दिल्ली महिला आयोग (डीसीडब्ल्यू) की अध्यक्ष स्वाति मालीवाल ने शुक्रवार को पूर्वोत्तर दिल्ली के भलस्वा डेयरी इलाके में एक महिला ट्यूशन टीचर पर होमवर्क न करने को लेकर छह और आठ साल की बच्चियों को बेरहमी से मारने का आरोप लगाया। स्वाति मालीवाल ने इस मामले में दिल्ली पुलिस को नोटिस जारी कर शिक्षक को गिरफ्तार करने को कहा है।
डीसीडब्ल्यू प्रमुख स्वाति मालीवाल ने ट्विटर पर पीड़ित बच्चियों की तस्वीर साझा करते हुए लिखा कि नन्हीं सी 8 साल और 6 साल की बच्चीयों को उनकी ट्यूशन टीचर ने होमवर्क ना करने पर कमरे में बंद कर बेरहमी से मारा पीटा। बच्चियों के शरीर पर लगे ज़ख्म के निशान दहला देने वाले हैं। दिल्ली पुलिस को नोटिस जारी कर रही हूं। ये टीचर गिरफ्तार होनी चाहिए।
नन्हीं सी 8 साल और 6 साल की बच्चीयों को उनकी ट्यूशन टीचर ने होमवर्क ना करने पर बच्चियों को कमरे में बंद कर बेरहमी से मारा पीटा। बच्चियों के शरीर पर लगे ज़ख्म के निशान दहला देने वाले हैं। दिल्ली पुलिस को नोटिस जारी कर रही हूं। ये टीचर गिरफ्तार होनी चाहिए। pic.twitter.com/5rAq4fSDym
— Swati Maliwal (@SwatiJaiHind) September 2, 2022
हालांकि, टीचर द्वारा छात्र-छात्राओं के साथ मारपीट का ये पहला मामला नहीं है। आए दिन ऐसी खबरें सामने आती रहती हैं, जब टीचर बच्चों के साथ बेरहमी से पेश आते हैं। आज ही एक ऐसी घटना दिल्ली से सटे यूपी के कन्नैज से भी देखने को मिली है। जहां सदर ब्लाक के प्राथमिक विद्यालय नसरापुर में शिक्षक ने दो छात्रों को कमरे में बंद करके बेरहमी से पीट दिया। इससे आक्रोशित ग्रामीणों ने प्राथमिक विद्यालय का घेराव किया तो शिक्षक भाग निकला। हंगामे की सूचना पर पहुंची पुलिस ने पड़ताल के बाद शिक्षक के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया है।
वहीं, पिछले माह यूपी के बरेली से एक ऐसी ही घटना सामने आई थी। प्राथमिक विद्याल गुलड़िया के सहायक अध्यापक ने कक्षा एक के छात्र को बेरहमी से इतना पीटा छात्र की पीठ पर नीले निशान पड़ गए। वह बेहोश तक हो गया। विरोध पर अध्यापक ने जान से मारने की धमकी दी।