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    रोहिणी में दिनदहाड़े आठ लाख की लूट का पर्दाफाश, पुलिस ने मास्टरमाइंड समेत चार लुटेरे किए गिरफ्तार

    Updated: Sat, 04 Oct 2025 10:45 PM (IST)

    क्राइम ब्रांच ने दक्षिणी रोहिणी में हुए 6.22 लाख की लूट का खुलासा करते हुए चार बदमाशों को गिरफ्तार किया है जिनमें मास्टरमाइंड भी शामिल है। उनके पास से लूटी गई पूरी रकम और चाकू बरामद हुआ है। आरोपियों ने सीसीटीवी फुटेज से बचने की कोशिश की लेकिन पुलिस ने उन्हें धर दबोचा। जाँच में पता चला कि अश्वनी ने पूरी साजिश रची थी।

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    दिनदहाड़े चाकू दिखाकर 6.22 लाख नकदी लूटने वाले मास्टमाइंड समेत चार धरे।

    जागरण संवाददाता, नई दिल्ली। क्राइम ब्रांच ने दक्षिणी रोहिणी में दिनदहाड़े आठ लाख की लूट की गुत्थी सुलझाते हुए मास्टरमाइंड समेत चार शातिर बदमाशों को गिरफ्तार किया है।

    उनके पास से लूटी गई पूरी रकम और वारदात में इस्तेमाल चाकू बरामद कर लिया है। गिरफ्तार आरोपियों की पहचान लूट की पूरी साजिश रचने वाले रोहिणी के अश्वनी उर्फ आशु, गौतम उर्फ भूरा, मंगोलपुरी के भारत किराड़ और हितेश पवार के रूप में हुई है।

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    उपायुक्त पंकज सिंह के मुताबिक, 28 सितंबर की दोपहर करीब साढ़े बारह बजे विजय विहार के आदर्श श्रीवास्तव अपने मालिक के लिए आठ लाख रुपये लेकर लौट रहा था।

    जयपुर गोल्डन अस्पताल के पास ही बाइक सवार बदमाशों ने रास्ता रोककर चाकू दिखाया और नकदी से भरा बैग लूटकर फरार हो गए। घटना की सूचना मिलने पर साउथ रोहिणी थाने में मामला दर्ज हुआ और केस की जांच क्राइम ब्रांच की टीम को सौंपी गई।

    एसीपी अशोक शर्मा की देखरेख में और इंस्पेक्टर पुखराज सिंह के नेतृत्व में गठित टीम ने लगातार सौ से अधिक सीसीटीवी फुटेज खंगाले और आरोपियों के ठिकानों पर दबिश दी।

    30 सितंबर को एसआइ निरंजन और हेड कांस्टेबल पवन को सूचना मिली कि भरत और हितेश जापानी पार्क गेट नंबर-3 के पास आने वाले हैं। पुलिस ने जाल बिछाकर दोनों को दबोच लिया।

    इसके बाद उनकी निशानदेही पर तीन अक्तूबर को मास्टरमाइंड अश्वनी और गौतम को मुकरबा चौक कब्रिस्तान के पास से गिरफ्तार कर 6.22 लाख रुपये और बैग बरामद कर लिया गया।

    जांच में पता चला कि 27 सितंबर को अश्वनी ने पूरी साजिश रची थी। उसने अपने साथियों गौतम, भरत, हितेश और शिवम को साथ जोड़ा और तय किया कि जैसे ही पंकज नामक कर्मचारी आदर्श को नकदी से भरा बैग देगा, उसी वक्त लूट को अंजाम दिया जाएगा।

    वारदात के बाद सभी अलग-अलग दिशाओं में भागे और मंगोलपुर कला के डीडीए पार्क में इकट्ठा हुए। वहां से अश्वनी और गौतम उत्तराखंड भाग गए थे।

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