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    असम के रास्ते भारत में घुसते थे बांग्लादेशी, फेक डॉक्युमेंट उपलब्ध कराने वाले गिरोह का भंडाफोड़; चार गिरफ्तार

    Updated: Fri, 21 Mar 2025 08:18 PM (IST)

    दिल्ली पुलिस की क्राइम ब्रांच ने एक ऐसे सिंडिकेट का भंडाफोड़ किया है जो अवैध रूप से बांग्लादेशी नागरिकों को भारत में प्रवेश करवाने और उन्हें बसाने में मदद कर रहा था। इस सिंडिकेट के तीन बांग्लादेशी नागरिकों और उनके एक भारतीय सहयोगी को गिरफ्तार किया गया है। गिरफ्तार आरोपितों के पास से भारी मात्रा में आपत्तिजनक सामग्री बरामद हुई है।

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    क्राइम ब्रांच की बड़ी कार्रवाई, अवैध बांग्लादेशी घुसपैठियों को भारत में बसाने वाले गिरोह का भंडाफोड़।

    जागरण संवाददाता, नई दिल्ली। क्राइम ब्रांच की टीम ने अवैध बांग्लादेशी नागरिकों को भारत में प्रवेश और बसने में मदद करने वाले एक सिंडिकेट का भंडाफोड़ करते हुए तीन बांग्लादेशी नागरिकों और उनके भारतीय सहयोगी को गिरफ्तार किया है। यह सिंडिकेट असम के रास्ते बांग्लादेशी नागरिकों की तस्करी करने और जाली दस्तावेजों का उपयोग करके दिल्ली-एनसीआर में उनके अवैध तरीके से बसने में शामिल था।

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    गिरफ्तार आरोपितों की पहचान सरगना बांग्लादेश के जिला सुनामगंज निवासी मोहम्मद इकबाल हुसैन उर्फ फरहान खान, रजीब मियां उर्फ राहुल बिस्वास उर्फ अमित यादव, मोहम्मद मोमिन बादशा उर्फ मोहम्मद मोमिन हुसैन उर्फ जितेन्द्र यादव और ओखला फेज-2 निवासी अग्रसेन कुमार के रूप में हुई है, जो फर्जी तरीके से अवैध बांग्लादेशियों के लिए आधार कार्ड बनाने में शामिल था।

    पुलिस ने इनके कब्जे से भारतीय पासपोर्ट, आधार, मतदाता, पैन कार्ड, भारतीय नामों के ड्राइविंग लाइसेंस और साथ ही उनके बांग्लादेशी दस्तावेजों सहित भारी मात्रा में आपत्तिजनक सामग्री जब्त की है।

    घुसपैठियों के कपड़े के कारोबार में शामिल होने का था शक

    क्राइम ब्रांच के उपायुक्त विक्रम सिंह के मुताबिक, इंस्पेक्टर विजय पाल दहिया और एसीपी नरेश सोलंकी की निगरानी में टीम ने दिल्ली के दक्षिण और दक्षिण-पूर्व जिलों के साप्ताहिक बाजारों में सूत्रों को तैनात किया, जहां अवैध बांग्लादेशी प्रवासियों के कपड़े के व्यापार में सक्रिय होने का संदेह था। एएसआई कृष्ण पांडे और सिपाही संजय ने खुफिया जानकारी हासिल करने के लिए साप्ताहिक बाजारों में परिधान विक्रेता के रूप में काम किया।

    मोबाइल फोन सहित भारी मात्रा में आपत्तिजनक सामग्री जब्त

    उन्हें गुप्त जानकारी मिली कि मोहम्मद इकबाल हुसैन दिल्ली में अवैध रूप से रह रहा है और अपने परिधान व्यवसाय को बढ़ाने के लिए बांग्लादेशी नागरिकों की तस्करी कर रहा है। सूचना पर टीम ने कई छापे मारे और आरोपित को नेहरू प्लेस से और रज़ीब मियां और मोहम्मद मोमिन को बदरपुर बार्डर से गिरफ्तार किया। टीम ने भारतीय पासपोर्ट, आधार, वोटर, पैन कार्ड, भारतीय नामों के ड्राइविंग लाइसेंस के साथ-साथ उनके बांग्लादेशी दस्तावेज और महत्वपूर्ण सबूत वाले मोबाइल फोन सहित भारी मात्रा में आपत्तिजनक सामग्री भी जब्त की।

    पूछताछ में आरोपितों ने बताया कि आधार कार्ड बनाने के लिए अग्रसेन कुमार अपने अन्य सहयोगियों के साथ इस गिरोह में शामिल है। उन्होंने बताया कि अग्रसेन कुमार और उसके सहयोगियों ने सरकारी सिस्टम में गलत जानकारी जमा करके कई अवैध बांग्लादेशी प्रवासियों को आधार पर नामांकित किया है। उनकी निशानदेही पर छापे मारते हुए आरोपी अग्रसेन को भी गिरफ्तार कर लिया गया।

    अपनी पहचान छिपाकर मध्य प्रदेश की एक महिला से की दूसरी शादी

    पूछताछ में सरगना इकबाल ने बताया कि वह 2017 में अवैध रूप से असम सीमा के माध्यम से भारत में घुसा और बदरपुर रेलवे जंक्शन, असम से ट्रेन द्वारा दिल्ली पहुंचा। वह जामिया नगर में रहता था और अपना कपड़ा व्यवसाय शुरू किया। 2018 में उसने मध्य प्रदेश की एक महिला से बिना यह बताए कि वह एक बांग्लादेशी नागरिक है, दूसरी शादी कर ली। इस शादी से उसकी दो बेटियां हैं।

    असम सीमा से बांग्लादेशियं को दिल्ली में तस्करी कर लाया

    वर्ष 2022 से वह अपनी भारतीय पत्नी और बच्चों के साथ मालवीय नगर के पंचशील विहार में रह रहा है। वर्तमान में वह साप्ताहिक बाजारों में कपड़े बेचने का व्यवसाय कर रहा था और मोटा मुनाफा कमाता था। अपने कपड़े के व्यवसाय को सुचारू रूप से चलाने के लिए उसे श्रमिकों की आवश्यकता थी, इसलिए उसने एनसीआर में स्थित मानव तस्करों की मदद से असम सीमा के माध्यम से कई बांग्लादेशी नागरिकों को अवैध रूप से दिल्ली में तस्करी करके लाया।

    अवैध सिम कार्ड बेचने के आरोप में किया था गिरफ्तार

    वर्ष 2020 में उसे अवैध सिम कार्ड बेचने के आरोप में क्राइम ब्रांच ने गिरफ्तार भी किया था। वर्ष 2021 से वह भारतीय पासपोर्ट पर बिजनेस पर्पज वीजा का उपयोग करके दो बार बांग्लादेश भी गया। संबंधित अधिकारियों को उसकी गिरफ्तारी के बारे में सूचित कर दिया गया है। पुलिस टीम अन्य सहयोगियों की तलाश में दिल्ली-एनसीआर में छापेमारी कर रही है।

    पहली बार क्राइम ब्रांच की टीम ने की गिरफ्तारी

    बता दें कि यह पहला मामला है जब क्राइम ब्रांच की टीम ने अवैध रूप से रह रहे बांग्लादेशी घुसपैठियों को गिरफ्तार किया है। दैनिक जागरण ने ही गत दिनों खबर प्रकाशित की थी कि अब क्राइमी ब्रांच और स्पेशल सेल भी दिल्ली में अवैध रूप से रहने वाले बांग्लादेशी घुसपैठियों को गिरफ्तार करेगी।

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