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    Delhi Murder Case: दोहरे हत्याकांड का मुख्य आरोपी दबोचा, पुलिस पूछताछ में उगलेगा कत्ल का राज

    Updated: Mon, 15 Sep 2025 10:46 AM (IST)

    दिल्ली पुलिस की क्राइम ब्रांच ने पुरानी रंजिश के चलते हर्ष विहार इलाके में हुए दोहरे हत्याकांड के मुख्य आरोपी देव प्रताप सिंह उर्फ देवा को गिरफ्तार किया है। आरोपी ने अपने साथियों के साथ मिलकर सुधीर उर्फ बंटी और राधे प्रजापति की गोली मारकर हत्या कर दी थी। पुलिस ने अपराध में इस्तेमाल कार बरामद कर ली है जबकि एक आरोपी अभी भी फरार है।

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    पुरानी रंजिश के चलते दो युवकों की गोली मारकर हत्या करने वाला बदमाश गिरफ्तार।

    जागरण संवाददाता, नई दिल्ली। दिल्ली में पुरानी चली आ रही रंजिश के चलते हर्ष विहार थाना क्षेत्र में गाली मारकर दो युवकों की हत्या में शामिल कुख्यात बदमाश को क्राइम ब्रांच की टीम ने गिरफ्तार कर लिया है।

    आरोपी की पहचान मंडोली के देव प्रताप सिंह उर्फ देवा के रूप में हुई है, जिसने अपने चार साथियों चेतन्य तोमर उर्फ ताशु, प्रदीप भाटी, सुमित और प्रमोद के साथ मिलकर वारदात को अंजाम दिया था। उसके कब्जे से अपराध में इस्तेमाल की गई कार बरामद की गई है।

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    पुलिस ने मामले में चेतन्य, प्रदीप और प्रमोद को पहले ही गिरफ्तार कर लिया था। हालांकि सुमित अभी भी फरार है और पुलिस उसकी तलाश में जुटी है।

    उपायुक्त पंकज कुमार सिंह के मुताबिक, पांच सितंबर को सी-ब्लाक, प्रताप नगर में हुई गोलीबारी में सुधीर उर्फ बंटी और राधे प्रजापति गंभीर रूप से घायल हो गए। दोनों को जीटीबी अस्पताल में भर्ती कराया गया जहां इलाज के दौरान उनकी मौत हो गई।

    पुलिस ने मामला दर्ज कर जांच शुरू की जिसमें पता चला कि 29 अगस्त को मृतकों का आरोपित प्रदीप और प्रमोद के बीच विवाद हुआ था। जिसके बाद उन्होंने अपने साथियों के साथ उनकी हत्या कर दी।

    नौ सितंबर को हेड कांस्टेबल अनुक कुमार को गुप्त जानकारी मिली कि आरोपितों में से एक देव प्रताप यूपी के भोपुरा में छिपा हुआ है। सूचना पर एसीपी रमेश लांबा की देखरेख में और इंस्पेक्टर सतेंद्र पूनिया और इंस्पेक्टर सोहन लाल के नेतृत्व में गठित टीम ने उसे भोपुरा बार्डर के पास से उस समय गिरफ्तार किया, जब वह कार में छिपा हुआ था और गिरफ्तारी से बचने के लिए बार-बार स्थान बदल रहा था।

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    पूछताछ में उसने बताया कि सह-आरोपित प्रदीप, प्रमोद, सुमित और चैतन्य के साथ मिलकर लंबे समय से चली आ रही दुश्मनी के चलते राधे और बंटी को खत्म करने की साजिश रची थी। जांच में आगे पता चला कि मृतक सुधीर उर्फ बंटी और आरोपित पवन उर्फ डग्गा का पहले भी आपराधिक रिकार्ड रहा है।