सुप्रीम कोर्ट से रिटायर्ड अधीक्षक को डिजिटल अरेस्ट कर ठगा, खाता फ्रीज करने का डर दिखाकर ठग ली रकम
पूर्वी दिल्ली के गोकलपुरी इलाके में एक ठग ने सुप्रीम कोर्ट के सेवानिवृत्त अधीक्षक को मुंबई क्राइम ब्रांच का डीसीपी बताकर धमकाया और तीन लाख रुपये वसूल लिए। ठग ने पीड़ित से कहा कि उनके नाम पर छह बैंक खाते हैं जिनमें ठगी का पैसा आया है। पुलिस ने मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है।
जागरण संवाददाता, पूर्वी दिल्ली। गोकलपुरी इलाके में सुप्रीम कोर्ट से सेवानिवृत्त अधीक्षक के साथ ठगी का मामला सामने आया है। ठग ने मुंबई क्राइम ब्रांच का डीसीपी बताकर वीडियो काॅल पर डिजिटल अरेस्ट कर ठगी की।
उसने बुजुर्ग को धमकाकर तीन लाख रुपये जबरन वसूल लिए। ब्रह्म सिंह की शिकायत पर उत्तर पूर्वी जिले के साइबर थाना ने प्राथमिकी की है। पुलिस उन बैंक खातों की पड़ताल कर रही है, जिसमें रकम ट्रांसफर की गई है।
ब्रह्म सिंह अपने परिवार के साथ गोकलपुरी में रहते हैं। तीन साल पहले वह सुप्रीम कोर्ट से अधीक्षक की पोस्ट से सेवानिवृत्त हुए हैं। पीडित ने पुलिस को दी गई शिकायत में बताया कि कुछ सप्ताह पहले उनके पास अज्ञात नंबर से वाट्सएप वीडियो काॅल आया।
काॅल करने वाले ने खुद को मुंबई क्राइम ब्रांच का डीसीपी बताते हुए उन्हें डराना धमकाना शुरू कर दिया। वीडियो में किसी का चेहरा नजर नहीं आया। पीड़ित ने फोन काट दिया। उसके बाद अलग-अलग नंबर से बुजुर्ग को वीडियो काॅल आने लगे।
पीड़ित ने डरते हुए फोन उठाया। ठग ने खुद को डीसीपी बताता हुए बुजुर्ग से कहा कि उनके नाम से छह बैंक खाते खुले हुए हैं, जिसमें ठगी की रकम आई है। ठग ने बुजुर्ग से कहा कि वह उनके उस बैंक खाते को सीज रहा है, जिसमें उनकी पेंशन आती है।
पुलिस खाता संदिग्ध लग रहा है। इस बैंक खाते में पीड़ित के कई लाख रुपये थे। फ्रीज के नाम से वह घबरा गए। ठग ने पीड़ित को एक बैंक खाता दिया और उसमें तीन लाख रुपये भेजने के लिए कहा।
उसने कहा कि पेंशन वाला खाता वेरिफाई करने के बाद रकम वापस कर दी जाएगी। बुजुर्ग ने रकम भेज दी। बाद में अपने घर वालों को बताया। इसके बाद परिवार बुजुर्ग को लेकर थाने गया।
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