दर्द की दवा का सेवन दिल, मधुमेह व हाइपरटेंशन के मरीज के लिए घातक
एम्स के कार्डियोलॉजी विभाग के प्रोफेसर डॉ. अंबुज रॉय ने कहा कि डॉक्टर की सलाह के बगैर किसी दवा का इस्तेमाल न करें।
नई दिल्ली [रणविजय सिंह]। कोरोना के बढ़ते संक्रमण से दिल की बीमारी, मधुमेह व हाइपरटेंशन से पीड़ित लोगों का चिंतित होना लाजमी है। सभी बड़े अस्पताल इन दिनों कोरोना से निपटने की तैयारियों में जुटे हैं। इसलिए अस्पताल जाकर ओपीडी में डॉक्टर से परामर्श लेना भी आसान नहीं है। इसे देखते हुए भारतीय आयुर्विज्ञान अनुसंधान परिषद (आइसीएमआर) ने एम्स के डॉक्टरों के साथ मिलकर मधुमेह व हाइपरेटंशन से पीड़ित लोगों व दिल के मरीजों के लिए दिशा-निर्देश तैयार किया है। इसके मुताबिक इन दिनों दर्द निवारक इबुप्रोफेन जैसी दवाओं का इस्तेमाल खतरनाक साबित हो सकता है। खास तौर पर दिल की बीमारी, मधुमेह व हाइपरटेंशन से पीड़ित लोग इसका विशेष ध्यान रखें।
एम्स के कार्डियोलॉजी विभाग के प्रोफेसर डॉ. अंबुज रॉय ने कहा कि डॉक्टर की सलाह के बगैर किसी दवा का इस्तेमाल न करें। दिल की बीमारी, मधुमेह व हाइपरटेंशन से पीड़ित लोगों का किसी कारणवश डॉक्टर से संपर्क नहीं हो पा रहा है तब भी पुरानी दवाओं का सेवन जारी रखें। उन्होंने कहा कि इन बीमारियों से पीड़ित यदि पूरी सावधानी बरतें तो उनको कोरोना होने का खतरा अधिक नहीं होता है। दिल की बीमारी, मधुमेह व हाइपरटेंशन से पीड़ित लोगों की कोरोना का संक्रमण होने पर विशेष देखभाल जरूरी है।
फाइबर व प्रोटीन युक्त पौष्टिक भोजन लें
डॉ. अंबुज रॉय ने कहा कि मधुमेह, ब्लड प्रेशर व कॉलेस्ट्रॉल नियंत्रित रखें। शुगर नियमित जांच करते रहें। खानपान में फाइबर, प्रोटीन युक्त पौष्टिक भोजन, फल व सब्जियों का इस्तेमाल करें। जहां तक संभव हो नियमित व्यायाम करते रहें। दिन में कई बार थोड़ा-थोड़ा कर के खाएं और पर्याप्त तरल पदार्थ का सेवन करें। यदि सर्दी-जुकाम का हल्का भी लक्षण है तो डॉक्टर द्वारा बताई गईं दवाओं का सेवन करते रहें। जब तक डॉक्टर सलाह न दे तब तक कोई दवा बंद न करें। उन्होंने कहा कि इस बात का कोई वैज्ञानिक आधार नहीं है कि ब्लड प्रेशर की दवा से कोरोना के संक्रमण की तीव्रता बढ़ जाती है। वहीं दर्द निवारक इबूप्रोफेन दवा से कोरोना की तीव्रता बढ़ सकती है। ऐसी दवाएं हृदय के मरीजों के लिए हानिकारक होती हैं। इससे किडनी खराब होने का खतरा बढ़ सकता है। डॉक्टर की सलाह पर ही कोई दवा लेनी चाहिए। यदि बहुत आवश्यक हो तो पैरासिटामोल सबसे सुरक्षित दर्द निवारक दवाओं में से एक है।
जीवन शैली को सेहतमंद रखें
इन दिनों जीवनशैली को सेहतमंद रखना जरूरी है। धूमपान व शराब का सेवन न करें। नमक का सेवन अधिक न करें। यदि बुखार, खांसी व मांसपेशियों में दर्द है पर सांस लेने में कोई परेशानी नहीं है तो घर में अन्य सदस्यों से दूरी बनाकर रखें। साथ सर्जिकल मास्क का इस्तेमाल करें। यदि बुखार, खांसी व दर्द के साथ सांस लेने में परेशानी हो तो डॉक्टर से परामर्श जरूर लें।
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