Move to Jagran APP

Coronavirus Vaccine: कोरोना के इलाज में 20 गुना ज्यादा असरदार है टेइकोप्लानिन दवा, देश की सबसे प्रतिष्‍ठित संस्‍थान का दावा

Coronavirus Vaccine भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान दिल्ली (आइआइटी दिल्ली) (IIT Delhi) के एक अध्ययन से टेइकोप्लानिन नाम की एक ग्लाइकोपेप्टाइड एंटीबायोटिक दवा से कोरोना वायरस के इलाज की नई उम्‍मीद जगी है। इस दवा के अध्‍ययन ने एक नई उम्‍मीद जगा दी है।

By Prateek KumarEdited By: Published: Tue, 29 Sep 2020 06:30 AM (IST)Updated: Wed, 30 Sep 2020 07:45 AM (IST)
Coronavirus Vaccine: कोरोना के इलाज में 20 गुना ज्यादा असरदार है टेइकोप्लानिन दवा, देश की सबसे प्रतिष्‍ठित संस्‍थान का दावा
कोरोना महामारी के बीच कई दवाओं का ट्रायल चल रहा है। फाइल फोटो।

नई दिल्ली [संजीव कुमार मिश्रा]। Coronavirus Vaccine भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान, दिल्ली (आइआइटी दिल्ली) (IIT Delhi) के एक अध्ययन से टेइकोप्लानिन नाम की एक ग्लाइकोपेप्टाइड एंटीबायोटिक दवा से कोरोना वायरस के इलाज की नई उम्‍मीद जगी है। अध्ययन में दावा किया गया है कि वर्तमान में कोरोना के इलाज के लिए इस्तेमाल की जा रही अन्य दवाइयों के मुकाबले टेइकोप्लानिन दवा 10 से 20 गुना ज्‍यादा असरदार है। 

loksabha election banner

इलाज में प्रयोग की जा रही 23 दवाइयों का अध्ययन के बाद किया दावा

आइआइटी दिल्ली से संबद्ध कुसुम स्कूल ऑफ बॉयोलॉजिकल साइंसेज ने कोरोना वायरस के इलाज में प्रयोग की जा रही 23 दवाइयों का अध्ययन किया। जब बाकि दवाइयों के प्रभाव की तुलना टेइकोप्लानिन से की गई तो यह दवा ज्यादा प्रभावी पायी गई। प्रोफेसर अशोक पटेल ने बताया कि कोरोना के इलाज के लिए हाइड्रॉक्‍सीक्‍लोरोक्विन, लोपिनैविर सरीखी दवाइयाें का प्रयोग हो रहा है।

यहां जानिए दवा केे बारे में 

अशोक पटेल की मानें तो टेइकोप्लानिन एक ग्लाइकोपेप्टाइड एंटीबायोटिक है। यह दवा इंसानों में कम टॉक्सिक प्रोफाइल वाले ग्रैम-पॉजिटिव बैक्‍टीरियल इन्‍फेक्‍शन को ठीक करने में खूब इस्‍तेमाल होती है। इसे अमेरिका के फूड एंड ड्रग एडमिनिस्ट्रेशन से भी स्वीकृति मिली हुई है। प्रोफेसर पटेल ने कहा कि हाल ही में रोम की सेपिएंजा यूनिवर्सिटी में भी टेइकोप्लानिन को लेकर एक क्लीनिकल अध्ययन हुआ। यहां 21 संक्रमितों पर ट्रायल किया गया। इन्हें आइसीयू में भर्ती किया गया था।

ऐसे हुुुुआ ट्रायल तो मिली सफलता

ट्रायल के दौरान मरीजों को हर चौबीस घंटे प्रति किलोग्राम वजन पर छह मिलीग्राम के अनुपात से दवा दी गई। चिकित्सा की औसत अवधि 10 दिन थी। आइसीयू में भर्ती मरीजों की मृत्युदर 14.3(3/21) थी। दवा से किसी मरीज पर कोई प्रतिकूल असर भी नहीं दिखा। बकौल अशोक पटेल विभिन्न अध्ययनों से भी टेइकोप्लानिन दवा के प्रभावी असर की पुष्टि हुई है। हालांकि इस बारे में अभी और क्लीनिकल अध्ययन की जरूरत है।

दिल्‍ली-एनसीआर की खबरों को पढ़ने के लिए यहां करें क्‍लिक

Coronavirus: निश्चिंत रहें पूरी तरह सुरक्षित है आपका अखबार, पढ़ें- विशेषज्ञों की राय व देखें- वीडियो


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.