Trending

    Move to Jagran APP
    pixelcheck
    विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें

    दिल्ली के इस इलाके में गंदे पानी की हो रही आपूर्ति, मिला बैक्टिरिया; CPCB की रिपोर्ट से मचा हड़कंप

    Updated: Mon, 22 Sep 2025 05:11 AM (IST)

    पश्चिमी दिल्ली के जनकपुरी में दूषित पानी की आपूर्ति का मामला सामने आया है। सीपीसीबी की रिपोर्ट के अनुसार पानी में अत्यधिक बैक्टीरिया और मल-मूत्र पाया गया है जो पीने योग्य नहीं है। एनजीटी के आदेश पर हुई जांच में नौ घरों के पानी के नमूने दूषित पाए गए। पहले भी इस क्षेत्र में दूषित पानी की शिकायतें आ चुकी हैं।

    Hero Image
    जनकपुरी के घरों में हो रही दूषित पानी की आपूर्ति : सीपीसीबी

    जागरण संवाददाता, नई दिल्ली। पश्चिमी दिल्ली के जनकपुरी इलाके के घरों में एक बार फिर दूषित पानी की आपूर्ति की जा रही है और इसकी पुष्टि केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड (सीपीसीबी) की ताजा रिपोर्ट में हुआ है। नेशनल ग्रीन ट्रिब्यूनल (एनजीटी) में दाखिल ताजा रिपोर्ट में सीपीसीबी ने कहा है कि आपूर्ति किए जा रहे पानी में अत्यधिक बैक्टीरिया पाया गया है।

    विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें

    एनजीटी के आदेश पर 17 घरों के पाने के नमूने लेने के बाद की गई जांच में पता चला कि इसमें से नौ में मल-मूत्र या बैक्टिरिया पाए गए। इनमें से कुछ में मल का स्तर बहुत अधिक था। सीपीसीबी की रिपोर्ट के अनुसार कुछ घरों में मल-मूत्र का स्तर 1.60 करोड़ यूनिट था, जो पीने के पानी में शून्य होना चाहिए।

    इसके अलावा आठ नमूनों में टोटल कोलीफार्म और ई. कोली नहीं पाए गए। वहीं, सात नमूनों में टोटल कोलीफार्म और ई. कोली दोनों पहचान सीमा से ऊपर पाए गए। सीपीसीबी ने कहा कि भारतीय मानक ब्यूरो के पेयजल मानकों के अनुसार 100 मिलीलीटर पेयजल के नमूनों में टोटल कोलीफार्म और ई. कोली बिल्कुल भी नहीं पाया जाना चाहिए।

    एनजीटी कल्याण संघ द्वारा दाखिल आवेदन पर विचार कर रहा है। इससे पहले जून व जुलाई माह में भी सीपीसीबी इन इलाकों में पानी के नमूने लिए थे और तब यह सामने आया था कि पीने के पाने में सीवेज मिल रहा है।