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    Delhi MCD Polls: AAP से नहीं, निगम चुनाव में भाजपा से सीधा मुकाबला, दिल्ली कांग्रेस चीफ अनिल चौधरी का दावा

    By Jagran NewsEdited By: Aditi Choudhary
    Updated: Sat, 19 Nov 2022 09:11 AM (IST)

    Delhi MCD Polls लंबे समय से दिल्ली की सत्ता से बाहर कांग्रेस आखिर कैसे इस चुनौती का सामना करेगी निगम चुनाव को लेकर पार्टी की क्या रणनीति है और कांग्रेस की खोई साख लौटाने के लिए क्या तैयारी है। कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष अनिल चौधरी ने दिया इन सवालों के जवाब-

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    Delhi MCD Polls: AAP से नहीं, निगम चुनाव में भाजपा से सीधा मुकाबला- कांग्रेस

    नई दिल्ली, जागरण संवाददाता। एमसीडी चुनाव की सरगर्मियों के बीच दिल्ली कांग्रेस भी इस बार पूरी ताकत के साथ चुनावी अखाड़े में उतर गई है। नामांकन प्रक्रिया पूरी होने के बाद अब पार्टी प्रचार की रणनीति पर काम कर रही है। शुक्रवार को प्रदेश कार्यालय से 14 प्रचार रथों को हरी झंडी दिखाई गई तो शनिवार को विजन डाक्यूमेंट रिलीज किया जा रहा है। इसके बाद घोषणा पत्र जारी होगा।

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    लंबे समय से दिल्ली की सत्ता से बाहर कांग्रेस आखिर कैसे इस चुनौती का सामना करेगी, कांग्रेस की क्या रणनीति है और पार्टी की खोई साख लौटाने के लिए पार्टी की क्या तैयारी है। ऐसे ही तमाम सवालों पर जागरण संवाददाता संजीव गुप्ता ने कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष अनिल चौधरी से बातचीत की है। प्रस्तुत हैं बातचीत के मुख्य अंश:

    सवाल: आप पिछले कई चुनाव लगातार हारते आ रहे हैं, अब इस एमसीडी चुनाव में किसी चमत्कार की आस कैसे लगा सकते हैं? -

    जवाब: बेशक हमने चुनाव हारे हैं, लेकिन हिम्मत नहीं हारी। 2013 से ऐसा ही माहौल बनाया जा रहा है कि कांग्रेस तो अब कहीं है ही नहीं। सच यह है कि कांग्रेस आज भी लोगों के दिलों में जिंदा है। अब भी लोग शीला दीक्षित और दिल्ली के विकास में उनके काम को याद करते हैं। कोरोना काल में भी कांग्रेस कार्यकर्ता ही जनता के बीच खड़े थे। दस साल पहले आम आदमी पार्टी ने कांग्रेस के खिलाफ झूठ का जो माहौल बनाया था, वह अब बदल गया है। इसलिए लोग फिर कांग्रेस पर भरोसा कर रहे हैं।

    सवाल: कांग्रेस का मुकाबला किससे मानते हैं, आप या फिर भाजपा से?

    जवाब: देखिए, आम आदमी पार्टी के मुखिया अरविंद केजरीवाल ने दिल्लीवासियों को जो भी सपने दिखाए थे, वे उन्हें पूरा करने में पूरी तरह से विफल साबित हुए हैं। विकास की दौड़ में दिल्ली पिछड़ चुकी है। शहर का भाईचारा खत्म हो रहा है। ऐसे में हमारी लड़ाई आप से नहीं, बल्कि भाजपा की सांप्रदायिक राजनीति से है।

    सवाल: पहली बार आप को समर्थन देने का क्या कांग्रेस को पश्चाताप है ?

    जवाब: कांग्रेस को पश्चाताप आप को समर्थन देने का नहीं, इस बात का है कि दिल्ली को घटिया सरकार मिली। वैसे भी कांग्रेस ने जब आप को समर्थन दिया था तो उनके मुद्दे अलग थे। बेहतरी के लिए हमने उन्हें मौका और समर्थन दिया। समय के साथकेजरीवाल बेनकाब हो गए हैं। l

    सवाल: टिकट वितरण में परिवारवाद के पार्टी पर आरोप हैं, क्या ऐसा है ?

    जवाब: योग्य प्रत्याशी चुनने की वजह से देर हुई। हमने युवाओं और महिलाओं को पर्याप्त संख्या में टिकटें दी हैं। परिवारवाद की बात तो बिल्कुल गलत है। अगर किसी डाक्टर का बेटा डाक्टर और अभिनेता का बेटा अभिनेता बन सकता है तो नेता का बेटा नेता क्यों नहीं बन सकता? हालांकि, हमने ऐसे टिकट बहुत ही कम संख्या में दिए हैं। 

    सवाल: एमसीडी चुनाव में दिल्ली वासी कांग्रेस को क्यों वोट दें?

    जवाब: आप और भाजपा दोनों ही दल दिल्लीवासियों की समस्याओं को सुलझाना नहीं चाहते हैं, ये केवल राजनीति करते हैं। समस्याओं का हल और वो भी स्थायी केवल कांग्रेस खोजती है। मसलन कूड़े और प्रदूषण की समस्या का हल तात्कालिक उपायों से नहीं, दीर्घकालिक रणनीति से होगा। कांग्रेस ने ही पूर्व में दिल्ली को केरोसीन मुक्त किया, तमाम वाहनों में सीएनजी को लागू किया, यहां का ग्रीन कवर भी बढ़ाया। l  

    सवाल: इस बार चुनाव में कांग्रेस के तीन प्रमुख मुददे क्या रहेंगे?

    जवाब: हमारा सबसे बड़ा मुददा प्रदूषण वर्सेज मेरी चमकती दिल्ली होगा। यह प्रदूषण केवल हवा और पानी का नहीं बल्कि हर क्षेत्र का है। जैसे शहर का आपसी भाईचारा, शहर की खूबसूरती, विकास सब कुछ.. आप एवं भाजपा की घटिया राजनीति की भेंट चढ़ गया है। इसके अलावा नगर निगम की आर्थिक बदहाली, बदहाल सफाई व्यवस्था और लचर शिक्षा व्यवस्था भी प्रमुख मुद्दा होगा।

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