Comedian Raju Srivastav के होश में नहीं आने की कौन सी थी सबसे बड़ी वजह? आखिरकार टूट गई सांसों की डोर
Comedian Raju Srivastav Death News देश के जाने-माने हास्य कलाकार राजू श्रीवास्वत (Comedian Raju Srivastav) को 10 अगस्त से ही दिल्ली स्थित अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान में भर्ती थे। राजू श्रीवास्तव के स्वास्थ्य में कोई उल्लेखनीय सुधार नहीं था।
नई दिल्ली, जागरण डिजिटल डेस्क। Raju Srivastav Death News: दिल्ली स्थित अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान में भर्ती हास्य कलाकार राजू श्रीवास्वत (Comedian Raju Srivastav) ने 42वें दिन बुधवार को अंतिम सांस ली। इस बीच राजू श्रीवास्तव लगातार लाइफ सपोर्ट सिस्टम यानी वेंटिलेटर पर ही रहे। वह 10 अगस्त से ही एम्स में भर्ती और 42वें दिन बुधवार को भी जिंदगी और मौत के बीच लड़ाई जारी रखे हुए थे।
राजू का होश में नहीं आना डॉक्टरों के लिए था चिंता का विषय
ब्रेन को छोड़कर राजू श्रीवास्तव के सारे अंग काम कर रहे थे। मिली जानकारी के मुताबिक, ब्रेन में दिक्कत की वजह से राजू श्रीवास्तव को होश नहीं आ रहा था। राजू श्रीवास्तव का होश में नहीं आना डॉक्टरों के लिए गंभीर चिंता का विषय बन गया था। वह लगातार होश में लाने की कोशिश भी कर रहे थे।
10 अगस्त से लगातार बेहोश थे राजू
दिल्ली के जिम में वर्कआउट करने के दौरान अचानक गिरने के बाद 10 अगस्त से ही राजू श्रीवास्तव बेहोश थे। राजू श्रीवास्तव को एम्स के आइसीयू में लाइफ सपोर्ट सिस्टम यानी वेंटिलेटर पर रखा गया था। यहां पर लाने के बाद पता चला था कि उन्हें हार्ट अटैक आया है। 10 अगस्त को ही उनकी एंजियोप्लास्टी की गई थी, लेकिन इसके बाद से उन्हें होश नहीं आया था। राजू श्रीवास्वत के होश में नहीं आने के पीछे उनके ब्रेन का काम नहीं करना था। एम्स सूत्रों ने यह इशारा किया था।
अंतिम सांस तक लाइफ सपोर्ट सिस्टम पर रहे राजू श्रीवास्तव
यहां पर बता दें कि लाइफ सपोर्ट सिस्टम उस मरीज को दिया जाता है, जिसके कुछ अंग पूरी तरह से कार्य करने में अक्षम हों। दरअसल, वेंटिलेटर यानी मैकेनिकल वेंटिलेशन ऐसे मरीजों के लिए इस्तेमाल की जाती है, जो सांस लेने में सक्षम नहीं होते हैं। राजू श्रीवास्तव को 10 अगस्त से ही वेंटिलेटर पर ही रखा गया था। हालात में सुधार को देखते हुए इसे हटाने की बात कही जा रही थी, लेकिन राजू श्रीवास्तव के स्वास्थ्य में कोई उल्लेखनीय सुधार नहीं हुआ और आखिकार बुधवार को उन्होंने एम्स में अंतिम सांस ली।
होश में आने को लेकर कुछ भी बताने को तैयार नहीं थे डॉक्टर
एम्स के सूत्रों के अनुसार, 10 अगस्त से ही आइसीयू में भर्ती राजू श्रीवास्तव की हालत में ऐसा कोई उल्लेखनीय सुधार नहीं था, जिसके बारे में मीडिया या फिर परिवार के लोगों से साझा किया जा सके। ऐसे में यह कहना भी मुश्किल था कि उन्हें कब होश आएगा? पिछले महीने के आखिर सप्ताह में राजू श्रीवास्तव के होश में आने की बात सामने आई रही थी, लेकिन डॉक्टरों ने इसे कोरी अफवाह करार दे दिया था।
ब्रेन की दिक्कत ने बढ़ाई थी डॉक्टरों और परिवार की परेशानी
10 अगस्त से ही राजू श्रीवास्तव बेहोश थे और उन्हें लाइफ सपोर्ट सिस्टम मशीन की मदद से कृत्रिम तरीके से सांस लेने में मदद दी जा रही थी। यह भी कहा जा रहा था कि राजू श्रीवास्तव दरअसल, ब्रेन प्रोब्लम के शिकार हुए थे। जानकारी सामने आ रही थी कि दिमाग में सूजन के कारण उसकी हालत खराब है। दिमाग में सूजन कम होने पर वह ठीक से काम कर सकता था।
एम्स में उपचाराधीन थे राजू श्रीवास्तव
गौरतलब है कि राजू श्रीवास्वत 10 अगस्त को उस समय बेहोश हो गए थे, जब वह दिल्ली के एक जिम में वर्कआउट कर रहे थे। उन्हें तत्काल जिम स्टाफ ने दिल्ली के एम्स में भर्ती कराया था, जहां पर वह लगातार उपचाराधीन थे।
यहां पर बता दें कि राजू श्रीवास्तव कई हिंदी फिल्मों में भी बतौर अभिनेता नजर आ चुके थे। उन्होंने 'वाह तेरा क्या कहना' और 'आमदनी अठन्नीन खर्चा रुपेय्या' में भी काम किया था। यह महज इत्तेफाक है कि इन दोनों फिल्मों में वह गोविंदा और जॉनी लीवर के साथ नजर आए थे।
गोविंदा और जॉनी लीवर संग फिल्मों में भी किया काम
यह भी सच है कि संघर्ष के दिनों में राजू श्रीवास्वत और जॉनी लीवर दोनों एक ही रूम में रहते थे। यहीं से दोनों की दोस्ती हुई। कहा तो यहां तक जाता है कि गोविंदा के साथ दोनों फिल्मों में राजू श्रीवास्तव को जॉनी लीवर ने ही काम दिलवाया था।