दिल्ली में ड्रग्स तस्करी गिरोह का भंडाफोड़, 2.25 करोड़ की कोकेन के साथ नाइजीरियाई समेत तीन गिरफ्तार
दिल्ली पुलिस की क्राइम ब्रांच ने एक नाइजीरियाई समेत तीन ड्रग्स तस्करों को गिरफ्तार किया है। उनके पास से 2.25 करोड़ रुपये की 194 ग्राम कोकेन जब्त की गई। यह कोकेन दिल्ली-एनसीआर में सप्लाई होनी थी। पूछताछ में पता चला कि गिरोह का मुख्य सरगना चिमेजी नामक एक नाइजीरियाई नागरिक है जो महरौली में रहता है। पुलिस मामले की जांच कर रही है।

जागरण संवाददाता, नई दिल्ली। दिल्ली पुलिस की क्राइम ब्रांच ने एक नाइजीरियाई समेत तीन ड्रग्स तस्कर को गिरफ्तार कर एक अंतरराष्ट्रीय सिंडिकेट का भंडाफोड़ किया है।
इनके नाम चिमेजी लाजारस इंडिंजे, राहुल वाधवा और अब्दुल कादिर है। इनके पास से 2.25 करोड़ रुपये मूल्य की 194 ग्राम कोकेन बरामद की गई है। बरामद कोकेन की आपूर्ति दिल्ली-एनसीआर में होनी थी।
डीसीपी पंकज कुमार के मुताबिक राहुल वाधवा, रोहिणी, अब्दुल कादिर, महरौली व चिमेजी, नाइजीरिया का रहने वाला है।
छह सितंबर को क्राइम ब्रांच को सूचना मिली कि राहुल वाधवा और अब्दुल कादिर नामक दो तस्कर रोहिणी सेक्टर-36 में किसी को कोकेन की सौदेबाजी करने आने वाले हैं।
सूचना मिलते ही पुलिसकर्मियों ने रोहिणी पहुंचकर नजर रखना शुरू कर दिया। पुलिसकर्मियों ने देखा कि सेक्टर 37 के हेलीपोर्ट की ओर से एक होंडा सिटी कार आई और निर्धारित स्थान पर खड़ी हो गई।
मुखबिर ने चालक की पहचान राहुल वाधवा के रूप में की। 10 मिनट बाद बरवाला गांव की ओर से एक पैदल यात्री आया, जिसकी पहचान अब्दुल कादिर के रूप में हुई।
दोनों कार के पास मिले, और थोड़ी बातचीत के दौरान अब्दुल कादिर ने राहुल वाधवा को एक पैकेट सौंप दिया। तभी पुलिस टीम ने दोनों को गिरफ्तार कर लिया।
पूछताछ में दोनों ने बताया कि उन्हें कोकेन की आपूर्ति महरौली में रहने वाले नाइजीरियाई नागरिक चिमेजी ने की थी। वह दिल्ली-एनसीआर में कोकेन की आपूर्ति करने वाले सिंडिकेट का मुख्य आपूर्तिकर्ता है।
जिसके बाद क्राइम ब्रांच की एक अन्य टीम ने महरौली से चिमेजी को भी गिरफ्तार कर लिया। उसके पास से 109 ग्राम कोकेन बरामद हुई।
तीनों से पूछताछ कर पुलिस इस सिंडिकेट के व्यापक नेटवर्क, वित्तीय संबंधों और संभावित अंतरराष्ट्रीय संबंधों का पता लगाने के लिए आगे की जांच कर रही है।
पुलिस का कहना है कि अब्दुल कादिर व राहुल वाधवा पहले टैक्सी चलाते थे। नाइजीरियाई तस्कर से परिचय होने पर दोनों उसके लिए कैरियर का काम करने लगे।
चिमेजी, जनवरी 2023 में इलाज के लिए भारत आया था। आर्थिक तंगी का सामना करते हुए उसने दिल्ली, गुरुग्राम, द्वारका, मेरठ, चंडीगढ़ और हल्द्वानी में कोकेन बेचना शुरू कर दिया।
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