Heat Action Plan: बढ़ती गर्मी में सड़कों पर मिलेगा वाटर कूलर का पानी, दिल्ली सरकार ने जारी किया हीट एक्शन प्लान
दिल्ली सरकार ने हीट एक्शन प्लान 2025 लॉन्च किया है जिसका उद्देश्य शहर को भीषण गर्मी के प्रति लचीला बनाना है। इस योजना में हीटवेव अलर्ट सिस्टम अस्पतालों में हीट स्ट्रोक वार्ड कूलिंग सेंटर और कूल रूफ पायलट प्रोजेक्ट शामिल हैं। दिल्ली पहले राज्य है जिसने इस तरह की योजना लागू की है जो वैज्ञानिक दृष्टिकोण और जनहित पर आधारित है।

राज्य ब्यूरो, नई दिल्ली। सोमवार को सचिवालय में जारी दिल्ली हीट एक्शन प्लान 2025 में हीट वेव के लिए पूर्व चेतावनी प्रणाली, बस स्टॉप पर ग्रीन रूफ और सभी अस्पतालों में हीट स्ट्रोक के मरीजों के लिए विशेष वार्ड शामिल हैं।
मुख्यमंत्री रेखा गुप्ता ने जलवायु परिवर्तन और बढ़ते तापमान के प्रभावों से निपटने के लिए इसे औपचारिक रूप से जारी किया। उन्होंने शहर में तीन कूल रूफ पायलट परियोजनाओं का भी उद्घाटन किया।
मुख्यमंत्री ने कहा, "हमारा मिशन दिल्ली को भीषण गर्मी के प्रति लचीला बनाना, लोगों की जान बचाना और हर मौसम को उसके निवासियों के लिए रहने लायक बनाना है।"
उन्होंने कहा कि दिल्ली सरकार गर्मी की लहरों के प्रभाव को कम करने के लिए बड़े पैमाने पर काम कर रही है, जो लगातार और तीव्र होती जा रही हैं। पिछले साल दिल्ली में तापमान 52.9 डिग्री सेल्सियस तक पहुंच गया था।
ऐसे में दिल्ली सरकार की यह योजना "क्लाइमेट स्मार्ट दिल्ली" की दिशा में एक ठोस पहल है। इस दौरान यह भी बताया गया कि वैसे तो देश के 23 राज्यों में हीट एक्शन प्लान बनाया गया है, लेकिन इसे लागू करने वाला दिल्ली पहला राज्य है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि यह योजना न केवल वैज्ञानिक दृष्टिकोण पर आधारित है, बल्कि जनहित और सामाजिक समावेशिता को केंद्र में रखकर तैयार की गई है। यह योजना डीडीएमए (जिला आपदा प्रबंधन प्राधिकरण) द्वारा एनडीएमए (राष्ट्रीय आपदा प्रबंधन प्राधिकरण) के सहयोग से तैयार की गई है।
हीट एक्शन प्लान के एक प्रमुख हिस्से के रूप में, सरकार ने अस्पतालों को हीटस्ट्रोक के रोगियों के लिए आईसीयू बेड और आवश्यक दवाओं से लैस समर्पित वार्ड बनाने के लिए कहा है। घनी आबादी वाले इलाकों में, खासकर फुटपाथों और झुग्गियों के पास कूलिंग सेंटर भी बनाए जाएंगे।
इस जरिए किया जाएगा हीटवेव अलर्ट
सीएम ने कहा कि सरकार मेडिकल पोर्टल और टेक्स्ट मैसेज के जरिए हीटवेव अलर्ट जारी करेगी। सरकारी स्कूल बच्चों के बीच नियमित रूप से पानी का सेवन सुनिश्चित करने के लिए सख्त दिनचर्या का पालन करेंगे। झुग्गियों में कूल शेल्टर की व्यवस्था की जाएगी और उन्हें ठंडा पीने का पानी उपलब्ध कराया जाएगा।
सीएम ने कश्मीरी गेट, आनंद विहार बस स्टैंड और दिल्ली सचिवालय में तीन कूल रूफ पायलट प्रोजेक्ट का भी वर्चुअल उद्घाटन किया। उन्होंने कहा कि जल्द ही ऐसी परियोजनाओं की संख्या बढ़ाई जाएगी।
इस अवसर पर मुख्यमंत्री ने कई महत्वपूर्ण ब्रोशर भी जारी किए, जिनमें हीटस्ट्रोक प्रबंधन इकाइयों, कैट्स के बुनियादी ढांचे और आपदा से निपटने के लिए तैयार स्कूलों से संबंधित विस्तृत जानकारी शामिल थी।
कार्यक्रम के दौरान कैबिनेट मंत्री प्रवेश साहिब सिंह, डॉ. पंकज सिंह, एनडीएमए के सदस्य और विभागाध्यक्ष राजेंद्र सिंह, मुख्य सचिव धर्मेंद्र कुमार, डीडीएमए के विशेष सीईओ सुशील सिंह, एनडीएमए और यूएनईपी के प्रतिनिधियों के साथ-साथ केंद्र और दिल्ली सरकार के वरिष्ठ अधिकारी भी मौजूद थे।
हीट एक्शन प्लान के तहत की गई व्यवस्थाएं
- पूरे शहर में 3000 वाटर कूलर लगाए जाएंगे। इनमें से 1000 सड़कों पर, 1000 सरकारी इमारतों में और 1000 उन जगहों पर लगाए जाएंगे, जहां बेघर या पैदल यात्री अक्सर आते-जाते हैं।
- फुटपाथ और बस स्टॉप पर कूलिंग शेड और ठंडा पानी उपलब्ध कराया जाएगा।
- सरकारी और निजी इमारतों में 'कूल रूफ' और 'ग्रीन रूफ' तकनीक को बढ़ावा दिया जाएगा।
- राजधानी के 5500 स्कूलों के 14 लाख बच्चों को आपदा प्रबंधन और हीट वेव से बचाव का प्रशिक्षण दिया जाएगा।
- झुग्गी-झोपड़ियों, निर्माण स्थलों और अस्पतालों में विशेष सुरक्षा व्यवस्था की गई है।
- सरकारी अस्पतालों में हीट वेव वार्ड, ओआरएस और प्रशिक्षित मेडिकल स्टाफ की व्यवस्था की गई है।
- डिजिटल कोल्ड वाटर डिस्पेंसर और कूल रूफ तकनीक शुरू की गई है।
हर वर्ग को ध्यान में रखकर तैयार हुई प्लान
इस योजना में बच्चों, बुजुर्गों, श्रमिकों, महिलाओं, दिव्यांगों और गरीब तबके को प्राथमिकता दी गई है। मौसम विभाग की मदद से हीट अलर्ट सिस्टम को मजबूत किया गया है ताकि समय रहते चेतावनी दी जा सके और मदद पहुंचाई जा सके।
मुख्यमंत्री ने फ्रंटलाइन वॉरियर्स के रूप में आपदा मित्रों की टीम की भूमिका की भी सराहना की। उन्होंने कहा कि यह योजना सिर्फ सरकार की नहीं बल्कि हर दिल्लीवासी की भागीदारी से एक जन आंदोलन है। उन्होंने नागरिकों से पेड़ लगाने, पानी बचाने, जरूरतमंदों की मदद करने और हीट वेव से जुड़ी जानकारी घर-घर तक पहुंचाने की अपील की।
पशु-पक्षियों का भी रखा गया ध्यान
इस योजना की खास बात यह है कि इससे इंसानों के साथ-साथ पशु-पक्षियों को भी पानी और छाया मिलेगी। मुख्यमंत्री ने कहा, हमारी संस्कृति हमें हर जीव के प्रति दया भाव रखना सिखाती है। यह योजना प्रकृति और जानवरों के प्रति हमारी जिम्मेदारी का प्रतीक है।
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