प्रतिबंध के बावजूद चीनी मांझे का हो रहा इस्तेमाल, बाइक सवार की कटी गर्दन
योगेश के भाई जितेंद्र ने बताया कि फिलहाल गले पर दो जगहों पर टांके लगाए गए हैं। डॉक्टरों ने उसे आराम की सलाह दी।
नई दिल्ली [जेएनएन]। राजधानी में प्रतिबंधित होने के बावजूद चीनी मांझे का धड़ल्ले से इस्तेमाल हो रहा है और इनका कहर भी जारी है। शुक्रवार शाम को गीता कॉलोनी फ्लाईओवर पर मांझे ने एक बाइक सवार युवक को अपनी चपेट में ले लिया।
मांझा युवक के गले में फंस गया, जिसकी वजह से उसके गले से खून निकलने लगा। जख्मी हालत में योगेश (35) को लक्ष्मी नगर के एक निजी अस्पताल में भर्ती कराया गया। यहां उसके गले में टांके लगाए गए हैं। पुलिस योगेश के बयान के आधार पर मामला दर्ज कर आगे की जांच कर रही है। पुलिस ने मौके से मांझे को जब्त किया है। फिलहाल यह पता लगाया जा रहा है कि यह प्रतिबंधित मांझा है या नहीं।
जानकारी के मुताबिक, योगेश अपनी पत्नी और दो बच्चो के साथ ए-2/189, ईस्ट गोकलपुर में रहता है। वह नोएडा स्थित एमिटी यूनिवर्सिटी में सुपरवाइजर है। शुक्रवार को उसकी रात में ड्यूटी थी। नोएडा जाने के लिए शाम करीब पांच बजे वह अपनी बाइक से घर से निकला था।
हेलमेट के नीचे से गर्दन पर अटक गया मांझा
करीब छह बजे जैसे ही वह गीता कॉलोनी फ्लाईओवर पर पहुंचा। अचानक मांझा उसके हेलमेट के नीचे से गर्दन पर अटक गया, जिससे उसने तुरंत बाइक रोक दी। मगर, तब तक मांझे से उसका गला आंशिक तौर पर कट गया। इसकी वजह से खून निकलने लगा। आसपास से गुजर रहे लोगों ने योगेश को संभाला और पुलिस को इसकी सूचना दी।
पुलिस ने निजी अस्पताल में भर्ती कराया
पुलिस ने उसे निजी अस्पताल में भर्ती कराया। सूचना पर अस्पताल पहुंचे योगेश के भाई जितेंद्र ने बताया कि फिलहाल गले पर दो जगहों पर टांके लगाए गए हैं। डॉक्टरों ने उसे आराम की सलाह दी। उन्होंने कहा कि अगर सही समय पर योगेश ने बाइक न रोकी होती तो उसकी जान भी जा सकती थी।
क्यों खतरनाक है चीनी मांझा
जानकारों के मुताबिक, चीनी मांझे में गोंद से धातु या कांच के टुकड़ों की परत चढ़ाई जाती है। इसके साथ नायलॉन भी रहता है। इसकी वजह से ये आसानी से नहीं टूटता है, जिससे यह काफी खतरनाक है। चीनी मांझे कारण दिल्ली में पिछले साल दो लोगों की मौत हो गई थी। इसके बाद दिल्ली सरकार ने चीनी मांझे को प्रतिबंधित करने का फैसला किया।
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