खौफनाक इरादे लेकर आया भारत, 100 करोड़ की ठगी में चढ़ा पुलिस के हत्थे; आखिर कौन है फैंग चेनजिन?
Delhi Crime दिल्ली पुलिस ने एक चीनी नागरिक को 100 करोड़ की ठगी के मामले में गिरफ्तार किया है। पुलिस की जांच में पता चला कि आरोपी फैंग चेनजिन खौफनाक इरादे लेकर भारत आया था और उसने यहां रहकर बहुत लोगों को अपने जाल में फंसाया है। जानिए आखिर ये चीनी नागरिक कौन है और कैसे लोगों के साथ ठगी करता था।
जागरण संवाददाता, पूर्वी दिल्ली। शेयर मार्केट में निवेश के नाम पर देश भर के लोगों से 100 करोड़ रुपये की ठगी करने वाले चीनी नागरिक फैंग चेनजिन को शाहदरा जिले की साइबर सेल थाना पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है। 2020 में वह एक चीनी दोस्त के साथ भारत आया था।
पहले भी जा चुका जेल
इसके बाद उसने यहां रहकर कुछ समय बाद ही भारतीयों के साथ ऑनलाइन ठगी करना शुरू कर दिया था। इसके खिलाफ नोएडा व आंध्र प्रदेश में इसी तरह की ठगी के दो केस दर्ज हैं। दोनों मामलों में वह दो बार जेल जा चुका है। जमानत पर बाहर आने के बाद उसने फिर से ठगी की वारदात शुरू कर दिया था।
पुलिस के अनुसार, वीजा अवधि समाप्त होने पर भी वह अवैध रूप से दिल्ली-एनसीआर में रहकर वारदात को अंजाम देता रहा। कमजोर कानून के कानून पुलिस उसपर शिकंजा नहीं कस पाई।
मोबाइल में मिली वाट्सएप चैट
इसके मोबाइल में वाट्सएप चैट मिली है, जिसमें ठगी के सबूत मिले हैं। जिन बैंक खातों के जरिए आरोपित ने ठगी की है, उक्त खातों के खिलाफ नेशनल साइबर क्राइम रिपोर्टिंग पोर्टल (एनसीआरपी) पर 17 शिकायतें लिंक मिली हैं। इन खातों में 100 करोड़ रुपये के लेनदेन का पता चला है। शिकायतें दिल्ली, उत्तर प्रदेश, हरियाणा व दक्षिण भारत से लिंक मिली हैं।
ठगी की रकम काे विभिन्न खातों में भेजने के बाद अंत में चीन भेजा रहा रहा था। पुलिस इसके साथियों का पता लगा रही है। वहीं, पुलिस के मुताबिक, गुरुग्राम की एक निजी कंपनी में अकाउंटेंट की नौकरी करने वाले सुरेश कोलिचियिल अचुथन अपने परिवार के साथ दिलशाद गार्डन में रहते हैं। उन्होंने 24 जुलाई को शाहदरा के साइबर सेल थाने में 43.50 लाख रुपये की ठगी की शिकायत की थी।
अलग-अलग खातों में ट्रांसफर किए रुपये
शिकायत में उन्होंने बताया कि शेयर मार्केट में निवेश के बहाने उन्हें एक वाट्सएप ग्रुप से जोड़ा गया था। बातचीत के बाद निवेश के लिए एक स्टाक ट्रेडिंग के लिए उनका खाता खुलवाया गया। इस खाते के जरिये 11 अलग-अलग खातों में 43.50 लाख रुपये ट्रांसफर किए गए। निवेश के बाद उस एप पर उन्हें दो करोड़ रुपये का मुनाफा दिखाया गया। पीड़ित ने जब कुछ रकम निकालने की कोशिश की तो नहीं निकली।
ठगी का अहसास होने पर पुलिस से की शिकायत
इस पर पीड़ित ने जब रकम लगवाने वाले लोगों से संपर्क किया जब पीड़ित से 22 लाख रुपये और जमा करने को कहा गया। इसपर उन्हें ठगे जाने का अहसास होने पर पुलिस में शिकायत कर दी। पुलिस ने जब जांच शुरू की तब 1.25 लाख रुपये बाहरी दिल्ली के मुंडका स्थित महा लक्ष्मी ट्रेडर्स के नाम पर खुले बैंक खाते में भेजने का पता चला। बैंक से लिंक नंबर के जरिये पुलिस सफदरजंग एन्क्लेव स्थित चीन नागरिक फेंग चेनजिन के पास पहुंच कर उसे गिरफ्तार कर लिया।
वहीं, इसके फोन में वाट्सएप चैट मिली, जिसमें इसने गिरोह के सदस्यों को ठगी में इस्तेमाल हो रहे मोबाइल काे रिचार्ज करने के निर्देश दिए थे। पुलिस इसके बाकी साथियों का भी पता लगा रही है। पूछताछ में उसने बताया कि वह बैंक खाते किराये पर लेकर उसमें ठगी की रकम मंगवाता था।
2020 में वर्क वीजा पर आया था भारत
पुलिस का कहना है कि 2020 में आरोपित वर्क वीजा पर भारत आया था। वह एक ताइवानी कंपनी द्वारा आंध्र प्रदेश के चित्तूर जिले में स्थित एक कंपनी में मशीन ठीक करने के लिए एक चीनी साथी के साथी आया था। कंपनी ने दोनों नागरिकों पर ठगी व आपराधिक विश्वासघात का केस दर्ज करवाया था। दोनों के पासपोर्ट व वीजा जब्त कर लिया गया था।
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वहीं, उक्त मामले में दोनों आंध्र प्रदेश की जेल में सात माह तक बंद रहे थे। जमानत पर बाहर आने के बाद 2021 में दोनों नोएडा आ गए। नोएडा में रहने के दौरान फैंग चेनजिन ने 2022 में अपने साथियों के साथ मिलकर शेयर मार्केट के नाम पर लोगों से ठगी की।
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नोएडा पुलिस ने चीन नागरिक समेत चार को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया था। सभी 10 महीने तक जेल में बंद रहे थे। जमानत मिलने के बाद आरोपित सफदरजंग एन्क्लेव आकर रहने लगा और यहां से ठगी की वारदात करना शुरू कर दिया।
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