एक-दो नहीं... कई समस्याओं का होगा समाधान, दिल्ली की सूरत संवारने के लिए CM रेखा गुप्ता ने की बैठक
देश की राजधानी दिल्ली में सोमवार को मुख्यमंत्री रेखा गुप्ता लोक निर्माण मंत्री प्रवेश साहिब सिंह और कई विधायकों ने राजनिवास जाकर उपराज्यपाल से मुलाकात की। उन्होंने दिल्ली की सड़कों की स्थिति पेयजल और मानसून के दौरान जलभराव की समस्या पर उनसे चर्चा की। दिल्ली में सबसे बड़ी समस्या टूटी सड़कें लोगों के घरों तक पानी न पहुंचना या दूषित जलापूर्ति है।
राज्य ब्यूरो, जागरण, नई दिल्ली। दिल्ली की सूरत संवारने के लिए भाजपा सरकार ने काम करना शुरू कर दिया है। अधिकारियों के साथ बैठक कर उन्हें अपने विभाग के लिए कार्ययोजना तैयार करने के निर्देश दिए गए हैं।
इन समस्याओं के समस्या पर चर्चा
सोमवार को मुख्यमंत्री रेखा गुप्ता, लोक निर्माण मंत्री प्रवेश साहिब सिंह और कई विधायकों ने राजनिवास जाकर उपराज्यपाल से मुलाकात की। उन्होंने दिल्ली की सड़कों की स्थिति, पेयजल और मानसून के दौरान जलभराव की समस्या पर उनसे चर्चा की।
सीएम ने ली मौजूदा हालत की जानकारी
दिल्ली में सबसे बड़ी समस्या टूटी सड़कें, लोगों के घरों तक पानी न पहुंचना या दूषित जलापूर्ति है। इसके समाधान के लिए मुख्यमंत्री ने शनिवार को सभी मंत्रियों के साथ ही लोक निर्माण विभाग और जल बोर्ड के अधिकारियों के साथ बैठक की।
उन्होंने उनसे मौजूदा हालात के बारे में जानकारी ली। साथ ही समस्या के समाधान के लिए कार्ययोजना बनाने को भी कहा है।
सोमवार को विधानसभा सत्र की कार्यवाही स्थगित होने के बाद मुख्यमंत्री, मंत्री व अन्य विधायक राज निवास पहुंचे। जानकारी के अनुसार, उन्होंने उपराज्यपाल से सड़कों की हालत सुधारने, चल रही सड़क परियोजनाओं की स्थिति के साथ ही पेयजल आपूर्ति की समस्या पर चर्चा की।
कॉलोनियों में लोग टैंकरों पर निर्भर
दिल्ली के कई इलाकों खासकर अनधिकृत कॉलोनियों में लोग टैंकरों पर निर्भर हैं। कई स्थायी कॉलोनियों में भी दूषित पेयजल आपूर्ति की समस्या है। यमुना में अमोनिया का स्तर बढ़ने से दिल्ली के कई इलाकों में अक्सर पेयजल आपूर्ति बाधित रहती है। इन विषयों पर उपराज्यपाल से चर्चा की गई, ताकि समस्या के समाधान के लिए ठोस कदम उठाए जा सकें।
जलभराव होने से हुई थी घटना
हर मानसून में दिल्ली की सड़कें जलभराव की समस्या से जूझती हैं। हल्की बारिश में भी सड़कों पर जलभराव हो जाता है। पिछले साल मानसून के दौरान राजेंद्र नगर में एक कोचिंग सेंटर के बेसमेंट में जलभराव होने से तीन छात्रों की मौत हो गई थी।
इन समस्याओं पर दिया जाएगा ध्यान
दिल्ली में अलग-अलग जगहों पर मानसून के दौरान कई लोगों की जान भी चली गई थी। इस बार मानसून के दौरान जलभराव की समस्या से बचने के लिए नालों की सफाई और कदम उठाने की योजना तैयार की जा रही है।
भाजपा नेताओं का कहना है कि उपराज्यपाल दिल्ली की सड़कों की मरम्मत, अतिक्रमण हटाने, पेयजल संकट और जलभराव की समस्या के समाधान पर काम कर रहे हैं। उनसे चर्चा कर पूरी योजना तैयार की जाएगी।
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