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    DU में राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के राम माधव ने बदलती दुनिया पर डाला प्रकाश, कहा- भारत 21वीं सदी के लिए तैयार

    Updated: Thu, 07 Aug 2025 11:33 AM (IST)

    राम माधव ने दिल्ली विश्वविद्यालय में कहा कि दुनिया बदल रही है और हम एक नए युग में प्रवेश कर रहे हैं जो अर्थव्यवस्था और प्रौद्योगिकी का युग है। उन्होंने चीन की आर्थिक प्रगति और भारत की भूमिका पर भी बात की। कुलपति प्रो. योगेश सिंह ने द्वितीय विश्व युद्ध के बाद हुए परिवर्तनों पर प्रकाश डाला और कहा कि भारत 21वीं सदी में अपना स्थान पाने को तैयार है।

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    राम माधव की लिखी पुस्तक ‘द न्यू वर्ड-21 सेंचुरी ग्लोबल आर्डर एंड इंडिया’ पर एक विशेष व्याख्यान कार्यक्रम आयोजित।

    जागरण संवाददाता, नई दिल्ली। राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के राष्ट्रीय कार्यकारी सदस्य राम माधव ने कहा है कि विश्व बदल रहा है। जिस नए युग में हम प्रवेश कर रहे हैं वह पुरानी शताब्दी जैसा नहीं है। नई शताब्दी इकाॅनमी और टेक्नोलाॅजी की है। वह दिल्ली विश्वविद्यालय एवं जिज्ञासा डीयू के संयुक्त तत्वावधान में उनकी लिखी पुस्तक ‘द न्यू वर्ड-21 सेंचुरी ग्लोबल आर्डर एंड इंडिया’ पर एक विशेष व्याख्यान कार्यक्रम को बतौर मुख्य अतिथि संबोधित कर रहे थे।

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    'आज चीन की जीडीपी हमारे से ऊपर'

    माधव ने कहा, हम चौथे औद्योगिक क्रांति के युग में प्रवेश कर रहे हैं। यह युग आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस का है। विज्ञान का हर क्षेत्र हमारे जीवन को प्रभावित कर रहा है। हम मेटा ह्यूमेन्स के युग में प्रवेश कर रहे हैं। आज वर्चुअल क्लासरूम का युग आ चुका है। आने वाले समय में रोबोट क्लास लेंगे। आरंभ में अमेरिका विकसित राष्ट्र था। चीन ने 1980-90 में सोचा कि अगर हमें विकसित राष्ट्र बनना है तो अपनी अर्थव्यवस्था को और व्यापार क्षमता को कैसे विकसित करना है। 1980 में चीन और भारत एक समान थे और एक बराबर जीडीपी स्तर था। आज चीन की जीडीपी हमारे से ऊपर है।

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    द्वितीय विश्व युद्ध के बाद बहुत कुछ बदला

    उन्होंने कहा कि पुस्तक में इन सब विषयों पर गहनता से विश्लेषण किया गया है। कार्यक्रम की अध्यक्षता करते हुए कुलपति प्रो. योगेश सिंह ने कहा कि द्वितीय विश्व युद्ध के बाद बहुत सी चीजें बुरी हुई तो कुछ अच्छी चीजें भी हुई। उन्होंने कहा कि उपनिवेशवाद के अंत की शुरुआत इस युद्ध के बाद हुई। हमें भी 1947 में उपनिवेशवाद से मुक्ति मिली। आज वर्ड आर्डर बहुत तेजी से बदल रहा है।

    पुस्तक के बारे में दी जानकारी

    कुलपति ने उपरोक्त पुस्तक के उदाहरण प्रस्तुत करते हुए कहा कि राम माधव ने इस पुस्तक में वैश्विक परिदृश्य के साथ भारत की व्यवस्था एवं विकसित भारत पर बहुत ही व्यापक तरीके से विश्लेषण किया है। उन्होंने कहा, आज का भारत, जिसकी सबसे बड़ी धुरी लोकतंत्र है, 21वीं सदी की विश्व व्यवस्था में अपना उचित स्थान पाने के लिए पूरी तरह तैयार है। शुरुआत में दक्षिणी परिसर की अध्यक्ष प्रो. रजनी अब्बी ने स्वागत भाषण दिया। इस अवसर पर डीन आफ कालेजेज़ प्रो. बलराम पाणी, रजिस्ट्रार डाॅ. विकास गुप्ता, जिज्ञासा डीयू की ओर राज कुमार भाटिया और प्रो. राकेश पांडे आदि मौजूद रहे।

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