सामने आई चौंकाने वाली बात, केजरीवाल को पहले से पता था कटेगा उदित राज का टिकट !
टिकट कटने से उत्तर पश्चिमी दिल्ली के सांसद डॉ. उदित राज ने अबतक पार्टी नहीं छोड़ी है। माना जा रहा है अगले एक दो दिन में वह कोई बड़ा फैसला कर सकते हैं।
नई दिल्ली, जेएनएन। Lok Sabha Election 2019: लोकसभा चुनाव-2019 के तहत होने वाले चुनाव के मद्देनजर टिकट कटने से उत्तर पश्चिमी दिल्ली के सांसद उदित राज ने बगावत की राह पकड़ ली है हालांकि, उन्होंने अबतक पार्टी नहीं छोड़ी है। वहीं, माना जा रहा है कि अगले एक दो दिनों में वह कोई बड़ा फैसला कर सकते हैं।
उन्होंने भाजपा नेतृत्व से यह सवाल भी पूछा है कि उनका टिकट किस आधार पर काटा गया है? यह बात सामने आनी चाहिए। टिकट कटने की भनक लगते ही उदित राज ने सोमवार शाम से ही बागी तेवर अपना लिया था। उन्होंने प्रेस वार्ता करके मंगलवार सुबह दस बजे अगले कदम के बारे में जानकारी देने की घोषणा की थी। यह कयास लगाए जा रहे थे कि वह निर्दलीय चुनाव मैदान में उतरेंगे, लेकिन उन्होंने ऐसा नहीं किया।
वहीं, ट्विटर हैंडल पर उन्होंने कुछ देर के लिए अपने नाम से चौकीदार शब्द हटा दिया था, लेकिन बाद में फिर से जोड़ लिया। सोमवार रात को उनके समर्थकों ने भाजपा कार्यालय के बाहर नारेबाजी भी की और हंसराज हंस की गाड़ी रोकने की भी कोशिश की थी।
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उन्होंने मंगलवार को मीडिया से कहा कि वह नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में आंख मूंदकर विश्वास करते हुए अपनी 'इंडियन जस्टिस पार्टी' का भाजपा में विलय कर दिया था, जबकि अपना दल जैसे छोटी पार्टी उनकी तुलना में ज्यादा फायदे में रही। उन्होंने कहा कि उन्हें भाजपा का दलित चेहरा बताया जाता था। वह दलितों के हक में आवाज बुलंद करते रहे हैं। एसी, एसटी एक्ट और रोस्टर प्वाइंट को लेकर दलितों के भारत बंद का भी समर्थन किया था। सबरीमाला मंदिर में महिलाओं के प्रवेश का भी समर्थन किया था। पार्टी को बताना चाहिए कि दलितों व महिलाओं के हक में आवाज उठाने की सजा तो उन्हें नहीं दी गई है।
उन्होंने दावा किया कि भाजपा के आंतरिक सर्वे में भी उन्हें लोकप्रिय व फिर से चुनाव जीतने की बात कही गई है। कई एजेंसियों ने उन्हें सर्वश्रेष्ठ सांसद का खिताब दिया है, इसके बावजूद उनका टिकट काट दिया गया। उन्होंने कहा कि उनके समर्थक उनके सियासी भविष्य को लेकर बैठक कर रहे हैं और उनकी राय पर ही अगला कदम उठाएंगे। बताया जा रहा है कि वह कांग्रेस व आम आदमी पार्टी के कुछ नेताओं के संपर्क में हैं। उन्होंने मीडिया से कहा भी कि मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने तीन माह पहले उन्हें बताया था कि भाजपा उनका टिकट काट रही है।