दिल्ली विधानसभा में कब पेश की जाएगी CAG रिपोर्ट? तारीख आई सामने, AAP की मुश्किलें बढ़ना तय
दिल्ली विधानसभा का सत्र 24 फरवरी से शुरू हो रहा है और तीन दिन तक चलेगा। इस दौरान आम आदमी पार्टी (आप) की पिछली सरकार से जुड़ी 14 लंबित कैग रिपोर्ट सदन में पेश की जाएंगी। इन रिपोर्ट्स में भ्रष्टाचार और नियमों के उल्लंघन को लेकर कई सवाल उठाए गए हैं। भाजपा ने इसे मुद्दा बनाया था और पीएम मोदी ने भी अपने संबोधनों में बार-बार इसे उठाया था।

राज्य ब्यूरो, नई दिल्ली।Delhi Assembly session starts from 24 February: दिल्ली विधानसभा सत्र 24 फरवरी से शुरू हो रहा है तो तीन दिन तक चलेने के बाद 27 फरवरी को समाप्त हाेगा।दिल्ली विधानसभा सूत्रों ने साफ किया है कि मंगलवार को विस सत्र में पटल पर कैग रिपोर्ट रखी जाएगी। ऐसे में आप की मुश्किलें बढ़ना तय माना जा
रहा है।आम आदमी पार्टी (आप) की पिछली सरकार के प्रदर्शन से जुड़ी 14 लंबित कैग (नियंत्रक एवं महालेखा परीक्षक) रिपोर्ट सदन में पेश की जाएंगी।शुक्रवार को मुख्यमंत्री रेखा गुप्ता ने विधानसभा अध्यक्ष पद के उम्मीदवार विजेंद्र गुप्ता से मुलाकाल की।
अरविंदर सिंह लवली होंगे प्रोटेम स्पीकर
दिल्ली विधानसभा अध्यक्ष और उपाध्यक्ष का चुनाव भी किया जाएगा।जिसमें सत्तापक्ष भाजपा ने विजेंद्र गुप्ता का अध्यक्ष के लिए तथा मोहन सिंह बिष्ट का नाम उपाध्यक्ष के लिए प्रस्तावित किया है।
इन चुनाव के लिए भाजपा विधायक अरविंदर सिंह लवली को प्रोटेम स्पीकर बनाया गया है।वह सभी विधायकों को शपथ दिलाएंगे तथा विधानसभा अध्यक्ष और उपाध्यक्ष का चुनाव कराएंगे, इसके बाद यह पद समाप्त हो जाएगा।
दिल्ली विधानसभा चुनाव में भाजपा ने इसे बनाया था मुद्दा
बता दें कि सत्र 24, 25, 27 फरवरी को आयोजित किया जाएगा। जिन रिपोर्ट्स को आम आदमी पार्टी की सरकार पांच साल से रोक कर बैठी थी, उनमें भ्रष्टाचार और नियमों के उल्लंघन को लेकर जो सवाल उठाए गए हैं। इन रिपोर्ट्स में आबकारी नीति में हुए नुकसान से लेकर मुख्यमंत्री आवास में निर्माण संबंधी जांच की रिपोर्ट तक शामिल हैं।
कैग की रिपोर्ट (CAG Report) टेबल नहीं होने का मुद्दा पिछले सालों में गरमाया रहा है। दिल्ली विधानसभा चुनाव में भाजपा ने इसे मुद्दा बनाया और पीएम ने भी अपने संबोधनों में बार-बार इसे उठाया। नवनिर्वाचित विधायकों को 24 फरवरी को शपथ दिलाई जाएगी और 25 फरवरी को भाजपा की सरकार कैग रिपोर्ट पेश करेगी।
इससे पहले दिल्ली में आप सरकार के दौरान भाजपा ने अदालत से गुहार लगाई थी कि सरकार को कैग रिपोर्ट पेश करने का निर्देश दिया जाए। भाजपा ने आप सरकार पर अपने भ्रष्टाचार को छिपाने के लिए रिपोर्ट को रोकने का आरोप लगाया था। इस महीने की शुरुआत में हुए विधानसभा चुनावों के बाद भाजपा ने दिल्ली में नई सरकार बनाई है। विधानसभा में उसके 48 विधायक हैं, जबकि विपक्षी आम आदमी पार्टी के 22 विधायक हैं।
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