'केजरीवाल और सिसोदिया ने महंगे मोबाइल खरीदे थे', दिल्ली सरकार के मंत्री ने क्यों कहा ऐसा?
दिल्ली सरकार के मंत्री आशीष सूद ने कहा कि भाजपा सरकार आप नेताओं पर झूठे आरोप लगा रही है जबकि उन्होंने कोरोना काल में शराब घोटाला किया। सूद ने आप नेताओं पर दिल्ली सरकार को बदनाम करने का आरोप लगाया। उन्होंने मोबाइल फोन की खरीद पर भाजपा के आरोपों को भी खारिज किया और कहा कि आप सरकार के मंत्रियों ने निर्धारित सीमा से अधिक महंगे फोन खरीदे।

राज्य ब्यूरो, नई दिल्ली। दिल्ली सरकार के मंत्री आशीष सूद ने प्रेसवार्ता में कहा, कोरोना महामारी के समय शराब घोटाला कर महंगे घर बनाने और मोबाइल फोन लेने वाले भाजपा सरकार पर झूठे आरोप लगा रहे हैं।
अपने आप को बेरोजगार कहने वाले आप नेता दिल्ली की चुनी हुई सरकार पर अनर्गल टिप्पणी कर उसे बदनाम करने का प्रयास कर रहे हैं। मंत्रियों और विधायकों को मोबाइल फोन खरीदने के लिए निर्धारित की गई राशि को लेकर भ्रमित करने का प्रयास किया है।
आप नेताओं ने आरोप लगाया है कि भाजपा सरकार मोबाइल खरीदने पर अधिक पैसे खर्च कर रही है। यह झूठ है। उन्होंने कहा, दिल्ली सरकार में 2013 में मुख्यमंत्री के लिए 50 हजार व मंत्री के लिए 45 हजार रुपये तक के मोबाइल खरीदने की सीमा निर्धारित की गई थी।
सरकारी प्रक्रिया के अंतर्गत मुख्यमंत्री के लिए 1.50 लाख और मंत्रियों के लिए 1.25 लाख रुपये किया गया है। नई सरकार में सिर्फ एक मंत्री ने पुराने निर्णय के अनुसार फोन की राशि के लिए क्लेम किया है। इसके विपरीत आप सरकार ने केजरीवाल और अन्य मंत्रियों ने निर्धारित सीमा से अधिक कीमत के मोबाइल फोन खरीदे थे।
उन्होंने कहा, मुख्यमंत्री रहते हुए केजरीवाल ने 2015 से 2022 तक तय सीमा से अधिक राशि के आईफोन लिए। उपमुख्यमंत्री रहते हुए मनीष सिसोदिया ने 2017 व 2018 में लगभग 60-60 हजार के दो फोन और 2019, 2021 व 2022 में लगभग डेढ-डेढ़ लाख रुपये के आईफोन लिए।
मंत्री रहते हुए आतिशी ने 2023 को 1.27 लाख रुपये का आईफोन लिए और इसका दो बार में भुगतान कराया गया, जिससे कि पकड़ में न आए। उन्होंने कहा, आतिशी व सौरभ भारद्वाज जानबूझकर इस तरह के झूठे आरोप लगाते हैं जिससे कि भाजपा केजरीवाल और सिसोदिया के भ्रष्टाचार को जोरदार तरीके से उजागर करे।
उन्होंने कहा, जय भीम प्रतिभा विकास योजना को आम आदमी पार्टी की सरकार ने वर्ष 2022 में बंद कर दी थी क्योंकि उनका भ्रष्टाचार सामने आने लगा था।
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