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    Narendra Chanchal: आज पंचतत्व में विलीन हो जाएंगे माता रानी के लाडले नरेंद्र चंचल

    By JP YadavEdited By:
    Updated: Sat, 23 Jan 2021 12:27 PM (IST)

    मशहूर भजन गायक नरेंद्र चंचल का लंबी बीमारी के बाद शुक्रवार को दिल्ली के अस्पताल में निधन हो गया। मिली जानकारी के मुताबिक गायक नरेंद्र चंचल पिछले कई मह ...और पढ़ें

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    शुक्रवार दोपहर साढ़े बारह बजे उन्होंने अंतिम सांस ली।

    नई दिल्ली, जागरण संवाददाता। देश ही नहीं विदेशों में भी अपने माता रानी के भजनों के लिए मशहूर गायक नरेंद्र चंचल का अब से कुछ देर बाद अंतिम संस्कार होगा। पारिवारिक मित्रों कें मुताबिक, नरेंद्र चंचल के पार्थिव शरीर का अंतिम संस्कार शनिवार को दक्षिण दिल्ली के लोधी कॉलोनी स्थित शवदाह गृह में दोपहर में जाएगा। यहां पर बता दें कि मशहूर भजन गायक नरेंद्र चंचल का लंबी बीमारी के बाद शुक्रवार को दिल्ली के अस्पताल में निधन हो गया। मिली जानकारी के मुताबिक, गायक नरेंद्र चंचल पिछले कई महीनों से गंभीर रूप से बीमार थे और उनका दिल्ली के सरिता विहार स्थित अपोलो अस्पताल में इलाज चल रहा था। वहीं, अस्पताल प्रशासन के मुताबिक, शुक्रवार दोपहर साढ़े बारह बजे उन्होंने अंतिम सांस ली।

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    माता रानी पर गए भजनों के लिए मशहूर थे नरेंद्र चंचल

    विशेष रूप से माता के भजन गाने के कारण लोग गायक नरेंद्र चंचल को माता रानी का लाडला भी कहकर बुलाते थे। 76 वर्षीय गायक नरेंद्र चंचल 27 नवंबर से अपोलो अस्पताल में भर्ती थे। उनके मस्तिष्क में रक्त के थक्के थे। इससे पहले उन्हें सर गंगाराम अस्पताल में भर्ती कराया गया था, लेकिन सुधार न होने के बाद उन्हें अपोलो अस्पताल में भर्ती कराया गया था।

    मशहूर भजन गायक नरेद्र चंचल का जन्म 16 अक्टूबर, 1940 को पंजाब के अमृतसर के नमक मंडी में हुआ था। आध्यात्मिक परिवेश में परवरिश होने के चलते वह भजन और आरती गाने लगे। इसी हुनर से उन्होंने देश-विदेश में नाम कमाया। चंचल अपने परिवार के साथ दिल्ली के मालवीय नगर के सर्वप्रिय विहार में रहते थे। वह अपने पीछे पत्नी नम्रता, बेटी कपिला, बेटे बॉबी व अप्पू से भरा-पूरा परिवार छोड़ गए हैं। पारिवार के मुताबिक, दिल्ली के साथ उनका लगाव अमृतसर और जलंधर से भी था। उन्होंने अपनी गायकी का करियर जलंधर से ही शुरू किया था। वहां पर उनके कई शिष्य भी हैं।

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