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    टीबी की रोकथाम के लिए वयस्क लोगों को लगेगा बीसीजी का टीका, दिल्ली में पांच जिलों में शुरू होगा ट्रायल

    मौजूदा समय में टीबी की रोकथाम के लिए पांच वर्ष से कम उम्र के बच्चों को बीसीजी के टीके की एक डोज दी जाती है। केंद्रीय टीबी डिविजन वयस्क लोगों पर बीसीजी के टीके का प्रभाव जानने और टीबी की रोकथाम के लिए एक ट्रायल शुरू कर रहे हैं। 18 से अधिक उम्र के छह वर्गों के लोगों को बीसीजी के टीके की एक डोज दी जानी है।

    By Ranbijay Kumar Singh Edited By: Shyamji Tiwari Updated: Fri, 19 Jan 2024 08:38 PM (IST)
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    टीबी की रोकथाम के लिए वयस्क लोगों को लगेगा बीसीजी का टीका

    राज्य ब्यूरो, नई दिल्ली। भारत को टीबी मुक्त बनाने के लिए निर्धारित लक्ष्य में अब महज करीब दो वर्ष का समय शेष है। इस बीच टीबी की बीमारी की रोकथाम के लिए निर्णायक वार की तैयार की गई है। इसके तहत वयस्कों को भी टीबी से बचाव के लिए बीसीजी का टीका दिया जाएगा। दिल्ली सरकार का परिवार कल्याण निदेशालय इस अभियान की तैयारियों में जुटा हुआ है।

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    घर-घर जाकर टीका देने का शुरू होगा अभियान

    ट्रायल के रूप में दिल्ली के पांच जिलों में इस माह के अंत तक या एक फरवरी से घर-घर जाकर वयस्कों को बीसीजी का टीका देने का अभियान शुरू होगा। मौजूदा समय में टीबी की रोकथाम के लिए पांच वर्ष से कम उम्र के बच्चों को बीसीजी के टीके की एक डोज दी जाती है। इसके अलावा टीबी के मरीजों के संपर्क में रहने वाले लोगों को तीन से छह माह के लिए एक दवा दी जाती है, लेकिन यह उपाय बड़े लोगों में टीबी की रोकथाम में ज्यादा कारगर साबित नहीं हुई है।

    इस वजह से टीबी की रोकथाम चुनौती बनी हुई है। टीबी की बीमारी हर उम्र के लोगों में देखी जा रही है। बुजुर्ग व धूमपान करने वाले लोग टीबी से अधिक पीड़ित होते हैं। दिल्ली में टीबी नियंत्रण कार्यक्रम से जुड़े एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि 16 देशों में हुए एक अध्ययन में यह पाया गया है कि यदि बीसीजी का टीका वयस्कों को भी दिया जाए तो टीबी की के मामले चार से पांच गुना तेजी से कम हो सकते हैं।

    रोकथाम के लिए शुरू हो रहा है ट्रायल

    इसके मद्देनजर भारतीय आयुर्विज्ञान अनुसंधान परिषद (आइसीएमआर) व केंद्रीय टीबी डिविजन वयस्क लोगों पर बीसीजी के टीके का प्रभाव जानने और टीबी की रोकथाम के लिए एक ट्रायल शुरू कर रहे हैं। इसके तहत 24 राज्यों व केंद्र शासित प्रदेशों में 18 से अधिक उम्र के छह वर्गों के लोगों को बीसीजी के टीके की एक डोज दी जानी है। इसके तहत दिल्ली के पूर्व, पश्चिम, दक्षिण, उत्तर पूर्व व नई दिल्ली जिले में स्वास्थ्य कर्मी घर-घर जाकर चिन्हित वर्ग के वयस्क लोगों को टीबी से बचाव के लिए बीसीजी का टीका दिया जाएगा।

    इसके तहत 60 वर्ष से अधिक उम्र के बुजुर्गों, 18 वर्ष से अधिक उम्र के ऐसे लोग जिन्हें पांच वर्ष पहले टीबी की बीमारी हुई हो, टीबी के मरीज के संपर्क में रहे लोग, शुगर के मरीज व धूमपान करने वाले लोगों को यह टीका दिया जाएगा। टीका लेने के लिए लोगों को सहमति देनी होगी। टीबी के सक्रिय मरीजों को यह टीका नहीं दिया जाएगा।

    तीन वर्ष तक किया जाएगा फालोअप

    टीका दिए जाने वाले लोगों को तीन वर्ष तक फालोअप किया जाएगा। इस दौरान नियमित अंतराल पर उनकी जांच की जाएगी और यह परखा जाएगा कि टीबी की रोकथाम में बीसीजी का टीका कितना कारगर साबित हो रहा है। परिणाम उम्मीद के मुताबिक रहा तो सभी वयस्कों को बीसीजी का टीका लग सकता है।

    वर्ष 2023 में पंजीकृत टीबी के कुल मरीज- 25,41,403

    सरकारी अस्पतालों द्वारा पंजीकृत टीबी के मरीज- 17,01,276

    निजी अस्पतालों द्वारा पंजीकृत टीबी के मरीज- 8,40,127

    दिल्ली में वर्ष 2023 में पंजीकृत टीबी के कुल मरीज- 99,975

    सरकारी अस्पतालों द्वारा पंजीकृत टीबी के मरीज- 74,323

    निजी अस्पतालों द्वारा पंजीकृत टीबी के मरीज- 25,652

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