पहले चरण में ढाई लाख लोगों को मिलेगा आयुष्मान कार्ड, 1961 तरह की बीमारियों का होगा मुफ्त इलाज
केंद्र सरकार की आयुष्मान भारत योजना दिल्ली में लागू हो गई है। पहले चरण में 2.5 लाख परिवारों को आयुष्मान कार्ड जारी किए जाएंगे। इस योजना के तहत 1961 तरह की बीमारियों का मुफ्त इलाज मिलेगा। दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने कहा कि यह योजना दिल्ली की लाइफ लाइन बन सकती थी लेकिन पिछली सरकार ने इसे लागू नहीं होने दिया।
रणविजय सिंह, नई दिल्ली। आयुष्मान भारत प्रधानमंत्री जन आरोग्य योजना (पीएमजेएवाई) को दिल्ली में लागू करने के लिए शनिवार को केंद्र सरकार के राष्ट्रीय स्वास्थ्य प्राधिकरण और दिल्ली सरकार के राज्य स्वास्थ्य एजेंसी के बीच समझौते पर हस्ताक्षर हुआ। इस दौरान केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री स्वास्थ्य मंत्री जेपी नड्डा, केंद्रीय स्वास्थ्य राज्यमंत्री अनुप्रिया पटेल, दिल्ली की मुख्यमंत्री रेखा गुप्ता और दिल्ली के स्वास्थ्य मंत्री पंकज कुमार सिंह मौजूद रहे।
6.54 लाख परिवारों को मिलेगा लाभ
केंद्रीय स्वास्थ्य राज्य मंत्री अनुप्रिया पटेल ने कहा कि एमओयू सिर्फ एक समझौता नहीं है बल्कि संकल्प है कि दिल्ली के लोगों को गुणवत्ता पूर्ण इलाज उपलब्ध कराना है। देश में 34 राज्यों में यह योजना लागू थी लेकिन दिल्ली में एक ऐसी सरकार थी जिन्हें दिल्ली के गरीब परिवारों के मरीजों का ख्याल नहीं था। अब यह योजना लागू होने से दिल्ली में 6.54 हजार परिवारों को लाभ मिलेगा। साथ ही दिल्ली के 70 वर्ष से अधिक उम्र के बुजुर्गों को बुढापे की लाठी मिली है। अब उन्हें इलाज के लिए किसी और सहारे की जरूरत नहीं है। यदि यह योजना वर्ष 2018 में लागू हुई होती तो यहां के लोगों का इतने वर्षों में इलाज का बहुत खर्च बच चुका होता।
पांच लाख रुपये का अतिरिक्त स्वास्थ्य बीमा: पंकज कुमार सिंह
दिल्ली के स्वास्थ्य मंत्री पंकज कुमार सिंह ने कहा कि दिल्ली को आयुष्मान भारत पीएजेएवाई योजना का इंतजार कई वर्षों से था। दिल्ली में इस योजना को लागू करने के लिए अतिरिक्त मेहनत कर रहे हैं। आयुष्मान भारत के तहत पांच लाख और दिल्ली सरकार पांच लाख का अतिरिक्त स्वास्थ्य बीमा उपलब्ध कराएगी। इस तरह लाभार्थियों को दस लाख तक का निशुल्क इलाज मिलेगा। अस्पतालों को इंपैनल करने की प्रक्रिया को आसान बना रहे हैं।
पहले चरण में ढाई लाख परिवारों को जारी होगा आयुष्मान कार्ड
मुख्यमंत्री रेखा गुप्ता ने कहा कि वर्षों तक लंबित यह योजना दिल्ली की लाइफ लाइन बन सकती थी। पिछली सरकार ने साजिश के तहत इसे लागू नहीं होने दिया। केंद्र सरकार और राज्य सरकार एक साथ एक दिशा में काम न करें तो जनता कैसे पिसती है इसका उदाहरण दिल्ली की जनता है। सरकारी अस्पतालों में एक बेड पर दो मरीज रहने को मजबूर होते थे। अब दिल्ली के लोग अपनी पसंद के अस्पताल में इलाज करा सकेंगे।
उन्होंने कहा कि 1961 तरह की बीमारियों के इलाज का पैकेज है। इस योजना से देश भर में 30,957 अस्पताल पंजीकृत हैं। देश भर में आयुष्मान भारत योजना से पंजीकृत किसी भी शहर के अस्पताल में जाकर अपना इलाज करा सकेंगे। पहले चरण में 2.35 लाख परिवारों को कार्ड जारी होगा। दस अप्रैल से कार्ड बनना शुरू होगा।
यह हेल्थ एश्योरेंस योजना नहीं हेल्थ एश्योरेंस योजना है: नड्डा
केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री जेपी नड्डा ने कहा कि जिस सपने को प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने आठ-नौ वर्ष पहले देखा था वह आज पूरा होगा। यह इंश्योरेंस योजना नहीं है यह हेल्थ एश्योरेंस योजना है। सामाजिक आर्थिक जनगणना के आधार पर गरीब परिवारों को इस योजना का लाभ दिया गया। प्रधानमंत्री आयुष्मान वय वंदना योजना लागू हुआ।
अंतरराष्ट्रीय मेडिकल कालेज लांसेट में शोध पत्र प्रकाशित हुआ है जिसमें कहा गया है कि भारत में यह योजना लागू होने के बाद कैंसर मरीजों को इलाज जल्दी मिल पा रहा है। 90 प्रतिशत मरीजों को एक माह के भीतर इलाज शुरू हो पा रहा है। केजरीवाल सरकार कहा् करती थी कि केंद्र सरकार मदद नहीं कर रही है। जबकि केंद्र सरकार वर्ष 2018 से कह रही थी कि केजरीवाल जाग जा जाग जा, केजरीवाल के अहम ने वंचित रखा।
उन्होंने कहा कि सही जगह बटन दबता है जो आयुष्मान भारत योजना निकलती है और जगह ईवीएम का बटन दबती है को शराब निकलता है। दस अप्रैल को आयुष्मान भारत प्रधानमंत्री स्वास्थ्य अवसंरचना योजना लागू करने के लिए एक और एमओयू होगा और दिल्ली के स्वास्थ्य ढांचे के विकास के लिए करीब 2400 करोड़ का बजट मिलेगा।
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