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    वीडियो संदेश से जानें, किस मुद्दे पर माया-मुलायम के साथ आए केजरीवाल?

    By JP YadavEdited By:
    Updated: Sun, 13 Nov 2016 11:26 AM (IST)

    केजरीवाल ने कहा कि मैंने खुद प्रेस-कांफ्रेंस करके प्रधानमंत्री को अंबानी के स्विस बैंक के एकांउट नंबर दिए थे..., लेकिन मोदी ऐसा नहीं करेंगे।

    नई दिल्ली (जेएनएन)। पांच सौ और हजार रुपये के नोट के चलन पर रोक तथा इन इन्हें बदले जाने के फैसले पर उत्तर प्रदेश के दो पूर्व मुख्यमंत्रियों मुलायम सिंह यादव और मायावती के बाद अब दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद ने भी सवाल उठाए हैं।

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    ट्विटर और फेसबुक पर वीडियो संदेश अपलोड करके उन्होंने केंद्र सरकार के इस फैसले को गरीब विरोधी करार दिया है। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री के इस फैसले से आम जनता को परेशानी हो रही है, जबकि अमीरों के मजे आ गए हैं।

    बृहस्पतिवार को दिन में ट्विटर तथा शाम को फेसबुक पर जारी संदेश में केजरीवाल ने कहा कि मोदी ने अपने दोस्तों को एक सप्ताह पहले ही इस फैसले की जानकारी दे दी थी, जिसके बाद लोगों ने जमीन खरीद ली, सोना खरीद लिया। उन्होंने दावा किया कि उनके पास इसके सुबूत हैं।

    भाजपा ने उत्तर प्रदेश और पंजाब चुनाव के लिए पहले से ही धन का इंतजाम कर लिया। उन्होंने कहा कि मोदी के इस फैसले के बाद मैंने कई लोगों से बात की है। समझ नहीं आ रहा है कि एक हजार के नोट हटाकर दो हजार के नोट लाने से भ्रष्टाचार कैसे खत्म होगा।

    बड़े-बड़े उद्योगपतियों और कालाधन वालों की सेंटिग

    केजरीवाल ने लोगों का नाम लेकर कहा कि बड़े-बड़े उद्योगपतियों और कालाधन वालों की सेंटिग हो चुकी है। 20 फीसद कमीशन पर कालाधन को सफेद कर दिया जाएगा। परसों तक बाजार में दो हजार का नोट आ जाएगा और इन लोगों के घर पर उसकी डिलीवरी हो जाएगी।

    उन्होंने कहा कि रिश्वत लेने वालों को भी अब आसानी होगी। आज बैंकों के सामने किसान, आम आदमी, दुकानदार, व्यापारी, मजदूर लाइन में लगे हुए दिखाई दे रहे हैं, लेकिन बड़े-बड़े उद्योगपति लाइन में दिखाई नहीं दिए। तो क्या कालाधन केवल किसान और मजदूर के पास है। दिसंबर 2015 में मोदी ने ट्वीट करके कहा था देश का बच्चा- बच्चा जानता है कि कालाधन कहां पड़ा है।

    उन्होंने कहा कि स्विस बैंक में देश का काला धन पड़ा है, उस पर कार्रवाई कब शुरू होगी। 2011 में करीब 600 लोगों की लिस्ट आई थी, लेकिन कांग्रेस ने मिलीभगत के चलते उन पर कार्रवाई नहीं की।

    केजरीवाल ने कहा कि मैंने खुद प्रेस-कांफ्रेंस करके प्रधानमंत्री को अंबानी के स्विस बैंक के एकांउट नंबर दिए थे। आज शाम तक उन लोगों को गिरफ्तार कर लो तो सारा कालाधन खत्म हो जाएगा, लेकिन मोदी ऐसा नहीं करेंगे। क्योंकि उसमें उनके दोस्त शामिल हैं। उन्होंने कहा कि अब मजदूरों से 200 फीसद जुर्माना लिया जाएगा। लोग परेशान हो रहे हैं कि अब वह अपने बच्चों की शादी कैसे करेंगे।

    गौरतलब है कि उत्तर प्रदेश की पूर्व मुख्यमंत्री और बसपा सुप्रीमो मायावती ने कल नोट बंदी को अघोषित आर्थिक इमरजेंसी करार दिया था और इसे पूंजीपतियों को फायदा पहुंचाने वाला फैसला बताया।

    उधर सपा मुखिया मुलायम सिंह यादव ने आपातकाल जैसे हालात पैदा कर देने का आरोप लगाया था। मुलायम ने इस नोट बैन को स्थगित करने और महिलाओं को पांच लाख तक जमा कराने की सहूलियत देने की मांग भी की थी।