AI की मदद से बनाता था अश्लील वीडियो, फिर पुलिस बनकर करता था उगाही, शातिर नूंह से गिरफ्तार
बाहरी दिल्ली में साइबर पुलिस ने एक ऐसे गिरोह के सदस्य को गिरफ्तार किया है जो अश्लील वीडियो को इंटरनेट पर अपलोड करने की धमकी देकर लोगों से पैसे वसूलता था। आरोपी लोगों को एआई से बनाई गई अश्लील तस्वीरें दिखाता और पुलिस अधिकारी बनकर एफआईआर का डर दिखाता था। नरेला के एक व्यक्ति से उसने 39 हजार रुपये ठगे। पुलिस अन्य सदस्यों की तलाश कर रही है।

जागरण संवाददाता, बाहरी दिल्ली। अश्लील वीडियो इंटरनेट मीडिया पर अपलोड करने की धमकी देकर उगाही करने वाले गिरोह के एक सदस्य को बाहरी-उत्तरी जिला साइबर पुलिस ने हरियाणा के नूंह से गिरफ्तार किया है। आरोपित पहले लोगों के इंटरनेट मीडिया अकाउंट पर अश्लील करता था, फिर पुलिस अधिकारी बनकर एफआईआर करने का डर दिखाता था।
झटक लिए 39 हजार रुपये
आरोपित ने हाल ही में नरेला में रहने वाले एक व्यक्ति को मैसेंजर पर वीडियो काॅल कर एक एआई जेनरेटेड महिला की अश्लील फोटो दिखाई। फिर उसे ब्लैकमेल कर 39 हजार रुपये अपने खाते में ट्रांसफर करा लिए। पीड़ित को ठगी का पता चलने पर उसने साइबर थाना पुलिस से शिकायत दी।
पुलिस ने संबंधित धाराओं में मामला दर्ज कर आरोपित को पकड़ लिया, जिसकी पहचान मोहम्मद नसीम के रूप में हुई है। पुलिस उससे पूछताछ कर गिरोह के अन्य सदस्यों का पता लगा रही है। जांच में पता चला कि आरोपित अभी तक ऐसी चार वारदातों को अंजाम दे चुका है।
अश्लील वीडियो अपलोड कर दिया
बाहरी-उत्तरी जिला पुलिस उपायुक्त हरेश्वर वी स्वामी ने बताया कि पांच जून को नरेला निवासी रवि सैनी को एक अज्ञात महिला का फेसबुक मैसेंजर वीडियो काल आया, जो तुरंत कट गया। इसके तुरंत बाद उन्हें एक मोबाइल नंबर से एक काॅल आया, जिसमें कालर ने खुद को साइबर पुलिस अधिकारी बताया और कहा कि उनका एक अश्लील वीडियो यू-ट्यूब पर अपलोड किया जाएगा।
कॉल डिटेल का पता लगाया
काॅलर ने उन्हें यू-ट्यूब कर्मचारी होने का दावा करने वाले एक अन्य व्यक्ति से बात कराया, जिसने वीडियो हटाने के लिए पैसे मांगे। डर के मारे शिकायतकर्ता ने तीन ट्रांजेक्शन में 39 हजार रुपये दे दिए। आरोपितों को पकड़ने के लिए साइबर थाना पुलिस टीम ने संदिग्ध नंबरों और बैंक खातों में पंजीकृत मोबाइल नंबरों के काॅल विवरण प्राप्त किए गए और मनी ट्रेल की जांच की गई। तकनीकी निगरानी के आधार पर हरियाणा के नूंह जिला स्थित गांव मुबारकपुर से आरोपित मोहम्मद नसीम को पकड़ लिया।
ऐसे देता था वारदात को अंजाम
आरोपित ने बताया कि वह सबसे पहले इंटरनेट मीडिया पर वीडियो काॅल के जरिए पीड़ितों से संपर्क करते हैं और उन्हें डराने के लिए एक एआइ जेनरेटेड महिला की तस्वीर दिखाते हैं। फिर वे खुद को पुलिस अधिकारी बताते हुए पीड़ित को फोन करते हैं और दावा करते हैं कि एक अश्लील वीडियो आनलाइन अपलोड किया जाएगा। पीड़ितों को वीडियो हटाने के लिए एक बैंक खाते में पैसे ट्रांसफर करने के लिए मजबूर करते थे।
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