Apple Price in Delhi: सेब के स्वाद से फिर गुलजार हुई मंडी, थोक कीमतों में 40 रुपये तक कमी
आढ़तियों का कहना है कि आवक में सुधार होने से सेब की थोक कीमतों में 20 से 40 रुपये तक की कमी हुई है। सेब के आढ़ती ओम प्रकाश ने बताया कि सेब की आवक कई दिनों से प्रभावित थी।

बाहरी दिल्ली [धनंजय मिश्रा]। दिल्ली-एनसीआर के लोगों को अब सेब के स्वाद के लिए जेब ढीली नहीं करनी पड़ेगी। किसान आंदोलन के कारण बार्डर सील होने से सेब की आवक बाधित हो गई थी। करीब एक सप्ताह तक मंडी में सेब के ट्रक नहीं पहुंच सके थे। साथ ही कश्मीर में बर्फबारी के कारण मार्ग बंद हो गया था। अब आजादपुर मंडी में सेब की आवक में सुधार शुरू हो गया है। सोमवार को मंडी में कुल फल-सब्जियों की आवक 7285 टन थी। इसमें सबसे ज्यादा 17 सौ टन सेब की आवक रही। सेब के आढ़तियों का कहना है कि गत एक सप्ताह से आवक में सुधार होना शुरू हुआ है।
रोजाना औसतन आठ सौ से 14 सौ टन तक की आवक हो रही है। इससे थोक कीमतों में भी गिरावट हुई है। हालांकि, सेब के आढ़ती शंभू अग्रवाल का कहना है कि गत वर्ष की तुलना में इस वर्ष सेब की पैदावार कम हुई है। इसलिए कीमतों में तेजी बनी हुई है। उन्होंने बताया कि नवंबर के अंतिम सप्ताह से सेब की आवक प्रभावित होनी शुरू हुई थी जिसका प्रमुख कारण कश्मीर में बर्फबारी से मार्ग बाधित होना था, तो वहीं दूसरी ओर टीकरी और सिंघु बार्डर सील होने से भी कई दिनों तक आवक प्रभावित रही।
किन्नौर का शाही सेब सबसे महंगा
आजादपुर मंडी में इस समय सबसे ज्यादा जम्मू-कश्मीर के सेब की आवक हो रही है। इसके साथ ही हिमाचल के शिमला, किन्नौर और कुल्लू से भी आवक हो रही है। यहां के सेबों की अलग-अलग किस्मों की कीमतें भी अलग-अलग हैं, इनमें किन्नौर के रॉयल डिलीशियस सेब की कीमत इस समय सबसे ज्यादा है, जो थोक भाव में 90 से 110 रुपये प्रति किलो मिल रहा है।
वहीं, जम्मू-कश्मीर के सेब की अलग-अलग किस्मों की थोक कीमतें 60 से लेकर 100 रुपये प्रति किलो है। आढ़तियों का कहना है कि आवक में सुधार होने से सेब की थोक कीमतों में 20 से 40 रुपये तक की कमी हुई है। सेब के आढ़ती ओम प्रकाश ने बताया कि सेब की आवक कई दिनों से प्रभावित थी। अब सुधार होना शुरू हो गया है। इससे थोक कीमतों में गिरावट आई है।
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