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    Delhi में Parking का 'चक्रव्यूह' : सस्ती पार्किंग के बजाय पिक एवं ड्राप लेन में दे रहे मोटा शुल्क, जानें क्‍यों

    Updated: Sat, 05 Jul 2025 12:41 PM (IST)

    पूर्वी दिल्ली के आनंद विहार रेलवे स्टेशन पर सामान्य पार्किंग की सुविधा उपलब्ध है लेकिन स्पष्ट संकेतक के अभाव में लोग पिक एंड ड्रॉप लेन में फंसकर अधिक शुल्क दे रहे हैं। पार्किंग स्थल पर अस्पष्ट बोर्ड लगे हैं जिससे भ्रम की स्थिति बनी हुई है। पार्किंग प्रबंधक ने स्पष्टता की कमी स्वीकार की है और रेलवे जांच का आश्वासन दिया है।

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    चक्रव्यूह में फंस कर सस्ती पार्किंग होते हुए पिक एवं ड्राॅप लेन का मोटा शुल्क दे रहे लोग।

    आशीष गुप्ता, पूर्वी दिल्ली। आनंद विहार रेलवे स्टेशन पर सस्ती सामान्य पार्किंग की सुविधा मौजूद है। इसमें दो घंटे के लिए बाइक खड़ी करने पर 20 रुपये और कार खड़ी करने पर 50 रुपये शुल्क देना होता है। मगर स्पष्ट संकेतक बोर्ड न होने के कारण ज्यादातर लोग इस सुविधा तक पहुंच ही नहीं पाते। पार्किंग स्थल पर ‘सामान्य पार्किंग काली-पीली टैक्सी’ लिखा है, जिससे लोग भ्रमित हो जाते हैं कि यह सिर्फ टैक्सी के लिए है। ऐसे में उन्‍हें ज्‍यादा खर्च करना पड़ता है।

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    पिक एंड ड्रॉप लेन में फंस जाते हैं यात्री

    लोग सामान्य पार्किंग न ढूंढ पाने के कारण सीधे पिक एंड ड्रॉप लेन में चले जाते हैं और फिर वहां मिनटों के हिसाब से मोटा शुल्क देकर ही बाहर निकलते हैं। पार्किंग संचालक ने सामान्य पार्किंग का बोर्ड ऐसा लगाया है कि वह दिखाई ही नहीं देता।

    पार्किंग स्थल पर ‘सामान्य पार्किंग काली-पीली टैक्सी’ लिखा है, जिससे लोग भ्रमित हो जाते हैं कि यह सिर्फ टैक्सी के लिए है।

    सामान्य पार्किंग की पर्ची का पता नहीं

    पार्किंग स्थल पर यह भी नहीं बताया गया है कि सामान्य पार्किंग की पर्ची कहां से और कैसे मिलेगी। लोग इस उलझन में पिक एंड ड्रॉप लेन में खाली जगह देखकर गाड़ी खड़ी कर देते हैं और फिर भारी शुल्क चुकाते हैं। रेलवे भी इस पर ध्यान नहीं दे रहा। केवल नियमित यात्री ही सामान्य पार्किंग का सही इस्तेमाल कर पा रहे हैं।

    टोल बूथ की तरह बने हैं पांच काउंटर

    स्टेशन के प्रवेश मार्ग पर पार्किंग संचालक ने टोल की तरह पांच बूथ बना रखे हैं। इन बूथों से केवल पिक एंड ड्रॉप लेन की पर्ची दी जाती है, सामान्य पार्किंग की नहीं। पिक एंड ड्रॉप लेन में निजी वाहनों के लिए पहले 10 मिनट तक शुल्क नहीं है, लेकिन कैब के लिए शुरू से ही 30 रुपये देने होते हैं।

    मिनटों के हिसाब से लगते हैं भारी शुल्क

    पिक एंड ड्रॉप लेन में 10 मिनट के बाद निजी गाड़ियों और कैब — दोनों पर 11 से 17 मिनट तक 50 रुपये, 18 से 32 मिनट तक 200 रुपये और 32 मिनट से ज्यादा रुकने पर सीधे 500 रुपये तक शुल्क लिया जाता है। ऑटो से भी दो घंटे के लिए 30 रुपये तक लिए जा रहे हैं।

    लोगों को नहीं दी जाती जरूरी जानकारी

    इस बूथ पर किसी को यह नहीं बताया जाता कि अगर किसी यात्री को ट्रेन पकड़ने या लेने में ज्यादा समय लगेगा तो वह सामान्य पार्किंग में जा सकता है, जो बस अड्डे की दीवार के पास है।

    कहीं यह भी नहीं लिखा कि सामान्य पार्किंग के लिए पहले पिक एंड ड्रॉप लेन की पर्ची जमा करनी होती है और फिर दूसरी पर्ची मिलती है। जानकारी के अभाव में लोग इसी चक्रव्यूह में फंस जाते हैं।

    पार्किंग प्रबंधक ने मानी गलती

    पार्किंग प्रबंधक पप्पू सिंह ने स्वीकारा कि... 

    सामान्य पार्किंग के बोर्ड को लेकर और ज्यादा स्पष्टता होनी चाहिए। हालांकि, उनका कहना है कि जो लोग पूछते हैं, उन्हें जानकारी दी जाती है। बिना पूछे किसी को नहीं बताया जाता।

    रेलवे करेगा जांच

    रेलवे अधिकारियों ने भी माना कि सामान्य पार्किंग को लेकर स्थिति स्पष्ट नहीं है। अधिकारियों का कहना है कि वे पूरे मामले की जांच करेंगे।

    स्टेशन पर रोजाना आने-जाने वाले वाहन

    • ऑटो: 3,500
    • कैब: 2,000
    • निजी कार: 1,000
    • निजी बाइक: 700

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