शिरोमणि अकाली दल का आरोप- सिखों के धार्मिक मामलों में हस्तक्षेप कर रही सरकार
शिरोमणि अकाली दल ने दिल्ली सिख गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी में सरकारी हस्तक्षेप के खिलाफ गुरुद्वारा रकाबगंज साहिब में संगत के साथ अरदास की। पूर्व अध्यक्ष मनजीत सिंह जीके ने सरकार पर धार्मिक मामलों में हस्तक्षेप का आरोप लगाया और स्वतंत्र प्रबंध की मांग की। उन्होंने कहा कि सिख कौम अरदास का सहारा लेती है और गुरु चरणों में विनती करती है।

जागरण संवाददाता, नई दिल्ली : सिख गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी (डीएसजीएमसी) में सरकारी हस्तक्षेप का शिरोमणि अकाली दल ने आरोप लगाया है।
इसके खिलाफ शिरोमणि अकाली दल के कार्यकर्ताओं ने नई दिल्ली संसद भवन के पास स्थित गुरुद्वारा रकाबगंज साहिब में संगत के साथ मिलकर अरदास की।
यह अरदास गुरुद्वारा बंगला साहिब से शुरू की गई है। इसके साथ ही प्रत्येक रविवार को किसी न किसी गुरुद्वारे में अरदास की जाएगी।
शिरोमणि अकाली दल दफ्तर से बड़ी संख्या में संगत गुरुद्वारा रकाबगंज साहिब पहुंची। दरबार हाल में मत्था टेकने के बाद निशान साहिब के समक्ष बरामदे में पंथ की चढ़दीकला और गुरुद्वारा प्रबंध की स्वतंत्रता के लिए अरदास की।
इस अवसर पर दिल्ली कमेटी के पूर्व अध्यक्ष मनजीत सिंह जीके ने कहा कि मौजूदा सरकार सिखों के धार्मिक मामलों में हस्तक्षेप कर रही है। पहले दो निर्वाचित सदस्यों की सदस्यता समाप्त की गई। इसके बाद चुनाव के नाम पर आंतरिक नामांकित प्रक्रिया को थोप दिया गया।
जीके ने कहा कि जब दुनिया के सारे रास्ते बंद हो जाएं तो सिख कौम अरदास का सहारा लेती है। वहीं, गुरु चरणों में यह विनती की है कि हमें फिर से स्वतंत्र और स्वायत्त प्रबंध का अधिकार मिले।
इस अवसर पर दिल्ली कमेटी के सदस्य डाॅ. परमजीत सिंह राणा ने वर्तमान प्रबंधकों की सरकार के समक्ष झुकने की नीति की आलोचना की।
वहीं, डाॅ. परमिंदर पाल सिंह ने मौजूदा पंथक हालात पर गंभीर चिंतन की आवश्यकता बताई। इस दौरान कार्यक्रम में बीबी मनदीप कौर बख्शी और कई अन्य कमेटी के सदस्य व कार्यकर्ता मौजूद रहें।
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