Trending

    Move to Jagran APP
    pixelcheck
    विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें

    दिल्ली-NCR में जारी है स्मॉग का कहर, जल्द राहत मिलने के आसार कम

    By Amit MishraEdited By:
    Updated: Wed, 08 Nov 2017 10:16 PM (IST)

    बुधवार सुबह हल्की-हल्की हवा चल रही थी। हवा चलते देख लोगो में उम्मीद जगी थी कि अब प्रदूषण छंट जाएगा, लेकिन ऐसा नहीं हुआ।

    दिल्ली-NCR में जारी है स्मॉग का कहर, जल्द राहत मिलने के आसार कम

    नई दिल्ली [जेएनएन]। राजधानी की आबोहवा में स्मॉग का कहर बदस्तूर जारी है। लगातार दूसरे दिन चारों ओर धुंध छाई रही। इससे न सिर्फ लोगों को सांस लेने में परेशानी हुई बल्कि आंखों में जलन भी हो रही थी। लगातार दूसरे दिन स्मॉग के कहर को देखते हुए लोगों ने सुबह सैर पर जाना भी बंद कर दिया है। बच्चों पर इस मौसम का काफी खराब असर हो रहा है। अस्थमा व दिल के मरीजों के ये हालात घातक हैं। 

    विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें

    दृश्यता रही कम

    मंगलवार को इलाके में डेढ़ से दो सौ मीटर दृश्यता थी जो बुधवार को घटकर करीब सौ मीटर पर आ गई। यह हालत करीब-करीब पूरे दिन इलाके में दिखाई दे रही थी। इससे दिन में भी वाहन चालकों को अपनी गाड़ी की लाइट जलानी पड़ रही थी। साथ ही लोगों को सांस लेने में भी परेशानी का सामना करना पड़ रहा था। बुधवार सुबह हल्की-हल्की हवा चल रही थी। हवा चलते देख लोगो में उम्मीद जगी थी कि अब प्रदूषण छंट जाएगा, लेकिन ऐसा नहीं हुआ।

    मास्क या कपड़ा बांधकर निकले बच्चे

    कक्षा एक से पांचवी तक के बच्चों के लिए स्कूल को बंद कर दिया गया था, लेकिन कक्षा छह से लेकर बारहवीं तक के बच्चों के स्कूल खुले हुए थे। ऐसे में सुबह-सुबह कोई बच्चा मास्क लगाकर तो कोई कपड़ा बांधकर स्कूल जाते हुए दिखाई दिया। यही हाल स्कूल में छुट्टी होने के बाद की दिखाई दिया। 

    रात में बढ़ी परेशानी

    मंगलवार रात दस बजे के बाद स्मॉग काफी घना हो गया था। स्ट्रीट लाइट की रोशनी भी ठीक से सड़क तक नहीं आ रही थी। इससे वाहन चालकों को काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा था। इसके अलावा बुधवार को दिन भर यातायात धीमा रहा। यातायात को सुचारू करने के लिए चौराहों पर ट्रैफिक पुलिसकर्मियों की तैनाती की गई थी।

    घरों में दिखा असर

    घर में भी स्मॉग का असर दिखाई दे रहा है। अगर गलती से कुछ देर के लिए दरवाजा खुला रह जाए तो पूरे घर में स्मॉग भर जाता है। इससे घर के अंदर की आबोहवा भी खराब हो जाती है। जिनके घर में बच्चे और बुजुर्ग हों वे सावधानी बरतें। 

    यह भी पढ़ें: जानें, प्रदूषण से कैसे मिल सकती है राहत, 2 हफ्ते तक स्थिति में सुधार की संभावना कम

    यह भी पढ़ें: सेहत पर भारी पड़ सकता है प्रदूषण, जानें- कौन सी बीमारियों का बढ़ जाता है खतरा