वीरेंद्र सचदेवा बने दिल्ली BJP के कार्यकारी अध्यक्ष, सफाई अभियान में कटी थी चार उंगलियां; ऐसा रहा राजनीतिक सफर
आदेश गुप्ता (Adesh Gupta) के इस्तीफे के बाद वीरेंद्र सचदेवा (Virender Sachdeva) को दिल्ली भाजपा का प्रदेश अध्यक्ष नियुक्त किया गया है। सचदेवा समिति अध्यक्ष से लेकर प्रदेश के कार्यकारी अध्यक्ष रह चुके हैं। स्वच्छ भारत अभियान में सफाई के दौरान पैर की चार उंगलियां कट गई थी।
नई दिल्ली, जागरण संवाददाता। दिल्ली भाजपा के निवर्तमान अध्यक्ष आदेश गुप्ता के इस्तीफे के बाद कार्यकारी अध्यक्ष की जिम्मेदारी प्रदेश उपाध्यक्ष वीरेंद्र सचदेवा को दी गई हैं। वह संभवत: अगले अध्यक्ष की नियुक्ति तक प्रदेश अध्यक्ष की जिम्मेदारी निभाएंगे। हो सकता है पूरी तरह अध्यक्ष भी उन्हें बना दिया जाए।
चांदनी चौक और मयूर विहार जिले में अध्यक्ष रहे हैं सचदेवा
सरल स्वभाव सचदेवा का राजनीतिक सफर बहुत ही संघर्ष भरा रहा है। वह मंडल से लेकर जिला अध्यक्ष और अब कार्यकारी अध्यक्ष पद पर पहुंचे हैं। सचदेवा की संगठनात्मक पकड़ बहुत मजबूत हैं। इसलिए वह संगठन में कार्यकर्ताओं को प्रशिक्षण के प्रमुख के तौर पर भी रहे हैं।
सचदेवा का परिवार पाकिस्तान से शरणार्थी के तौर पर आया था और वह शुरुआत में चांदनी चौक में रहे और फिर पूर्वी दिल्ली में रहने लगे। इसलिए पहले वह चांदनी चौक भाजपा के जिलाध्यक्ष रहे हैं और बाद में मयूर विहार जिले के अध्यक्ष रहे। वह 1990 में समिति के अध्यक्ष बने थे। इसके बाद बाजार सीताराम मंडल में महामंत्री और अध्यक्ष भी रहे हैं। सचदेवा ने पत्रकारिता की पढ़ाई की है वह दो वर्ष तक एक सांध्य अखबार में रिपोर्टर के तौर पर भी काम कर चुके हैँ।
स्वच्छ भारत अभियान में कट गई पैर की चार उंगलिया
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के स्वच्छ भारत अभियान को सफल बनाने के लिए भाजपा की पूरी टीम जी-जान से कार्य करती है। सचदेवा मयूर विहार जिले में अध्यक्ष थे तो 2016 में पूर्वी दिल्ली में एक नाले की सफाई कराने के दौरान नाले की स्लैब वीरेंद्र सचदेवा के एक पैर पर आकर गिर गई। स्लैब इतनी भारी थी कि उनकी चार उंगलियां बुरी तरह जख्मी हो गई। छह माह तक चले इलाज के बाद उनकी उंगलिया फिर से रिकवर नहीं हो पाई।
भाजपा की सुशासन सेल में देख चुके हैं काम
भाजपा की सुशासन सेल का कार्य भाजपा के वरिष्ठ नेता विनय सहस्त्रबुद्धे के पास हैं। जिसका उद्देश्य जिन प्रदेशों में भाजपा की सरकारें उनके अच्छें प्रयोगों को दूसरे राज्य में लागू कराने की जिम्मेदारी इसी सेल की है।
सचदेवा विनय सहस्त्रबुद्धे के साथ इसी काम को देख रहे थे। मयूर विहार जिलाध्यक्ष की जिम्मेदारी हटने के बाद इसी सेल में थे। निवर्तमान प्रदेश अध्यक्ष आदेश गुप्ता की टीम में उपाध्यक्ष बनने से पहले उन्होंने तीन साल तक यह कार्य किया।