क्रिप्टो करेंसी में निवेश का झांसा देकर 2.50 करोड़ की ठगी में आरोपित गिरफ्तार
इओडब्ल्यू के संयुक्त पुलिस आयुक्त ओपी मिश्रा ने बताया कि जोगिंदर कुमार सहित अन्य लोगों ने पुलिस में ठगी की शिकायत दर्ज कराई थी। पीड़ित के मुताबिक उमेश वर्मा उसके बेटे भारत वर्मा और परिवार के सदस्यों ने क्रिप्टो करेंसी के लिए प्लूटो एक्सचेंज के नाम वेबसाइट बना रखा था।
नई दिल्ली, जागरण संवाददाता। दिल्ली पुलिस की आर्थिक अपराध शाखा (इओडब्ल्यू ) ने क्रिप्टो करेंसी में निवेश में फायदे का झांसा देकर 2.50 करोड़ की ठगी में 60 वर्षीय आरोपित उमेश वर्मा को गिरफ्तार किया है। निवेश पर हर महीने 30 फीसद तक मुनाफा का वादा कर उसने 45 लोगों को चूना लगाया था। ठगी के बाद वह फरार होकर दुबई में रहने लगा था। इओडब्ल्यू की टीम ने दुबई से आते ही उसे आइजीआइ एयरपोर्ट पर धर दबोचा।
इओडब्ल्यू के संयुक्त पुलिस आयुक्त ओपी मिश्रा ने बताया कि जोगिंदर कुमार सहित अन्य लोगों ने पुलिस में ठगी की शिकायत दर्ज कराई थी। पीड़ित के मुताबिक उमेश वर्मा, उसके बेटे भारत वर्मा और परिवार के सदस्यों ने क्रिप्टो करेंसी के लिए प्लूटो एक्सचेंज के नाम वेबसाइट और वाट्सएप ग्रुप बना रखा था।
वह लोगों को क्रिप्टो करेंसी में निवेश करने पर खासा मुनाफा का लोभ दिखाकर उसमें निवेश करने को करता था। आरोपित दावा करता था कि वे जितनी राशि उसमें लगाएंगे हर महीने उस राशि का 30 फीसदी मुनाफे लोगों को दिया जाएगा। यही नहीं अन्य को क्रिप्टो करेंसी की उनकी स्कीम में जोड़ने पर उन्हें अलग से कमीशन भी मिलेगा।
ठग के झांसे में आकर लोगों ने वर्ष 2017 में करोड़ों रुपये उस योजना में लगा दिए। लेकिन, रुपये के निवेश के बाद उन्हें ना तो मूल मिला और ना ही दावे के मुताबिक मुनाफा दिया गया। बाद में आरोपित अपना कार्यालय बंद कर फरार हो गए। उधर शिकायत मिलने पर पुलिस ने मुकदमा दर्ज कर आरोपित की तलाश शुरू की तो पता चला कि उसने कनॉट प्लेस में अपना दफ्तर खोल 45 से ज्यादा लोगों से ठगी कर रखी है। यह भी पता चला कि वह पुलिस से बचने के लिए दुबई में छुपा हुआ है। उसके दिल्ली आने की सूचना पर पुलिस ने उमेश वर्मा को धर दबोचा। आरोपित को वर्ष 2017 में डीआरआई भी गिरफ्तार कर चुकी है। आरोपित लोगों से ठगी के बाद दुबई में रहकर कारोबार कर रहा था।
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