Trending

    Move to Jagran APP
    pixelcheck
    विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें

    Delhi University: राहुल गांधी के दौरे और डूसू सचिव के साथ एनएसयूआई के दुर्व्यवहार के विरोध में निकाली छात्रा सम्मान यात्रा

    Updated: Mon, 26 May 2025 07:54 PM (IST)

    दिल्ली विश्वविद्यालय में संसद में नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी के दौरे के विरोध में एबीवीपी ने छात्रा सम्मान यात्रा निकाली। एनएसयूआई के कार्यकर्ताओं पर डूसू सचिव के साथ दुर्व्यवहार का आरोप है। एबीवीपी ने राहुल गांधी का पुतला जलाकर विरोध प्रदर्शन किया और इसे छात्राओं के आत्मसम्मान पर हमला बताया।

    Hero Image
    डीयू में एबीवीपी की ओर से निकाली गई छात्रा सम्मान यात्रा।

    जागरण संवाददाता, नई दिल्ली: दिल्ली विश्वविद्यालय में राहुल गांधी के दौरे और एनएसयूआई कार्यकर्ताओं द्वारा डूसू सचिव मित्रविंदा कर्णवाल के साथ दुर्व्यवहार के विरोध में एबीवीपी ने सोमवार को छात्रा सम्मान यात्रा निकाली।

    इस दौरान एबीवीपी कार्यकर्ताओं ने डूसू कार्यालय के सामने राहुल गांधी का पुतला फूंककर विरोध दर्ज कराया। यात्रा किरोड़ीमल काॅलेज से शुरू होकर डूसू कार्यालय तक पहुंची, जिसमें छात्र-छात्राओं ने हिस्सा लिया।

    प्रदर्शनकारियों का कहना था कि यह केवल एक छात्रा नहीं, बल्कि सभी छात्राओं के आत्मसम्मान और लोकतांत्रिक मूल्यों पर हमला है।

    आरोप है कि डूसू सचिव को कार्यालय में जाने से रोका, अभद्रता की

    आरोप है कि 22 मई को राहुल गांधी बिना पूर्व सूचना के डूसू कार्यालय पहुंचे थे। आरोप है कि इस दौरान एनएसयूआइ कार्यकर्ताओं ने डूसू सचिव मित्रविंदा कर्णवाल को कार्यालय में घुसने से रोका और उनके साथ अभद्र व्यवहार किया।

    विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें

    इसके अलावा कार्यालय में मौजूद अन्य छात्रों को भी बाहर निकालने की कोशिश की गई। डूसू सचिव मित्रविंदा कर्णवाल ने कहा, यह घटना सिर्फ मेरे साथ नहीं, बल्कि सभी छात्राओं के सम्मान का मामला है।

    एनएसयूआई कार्यकर्ताओं का व्यवहार निंदनीय: डूसू उपाध्यक्ष

    डूसू उपाध्यक्ष भानु प्रताप सिंह ने कहा कि राहुल गांधी और एनएसयूआई कार्यकर्ताओं का व्यवहार निंदनीय है और यह महिला नेतृत्व के प्रति उनकी संकीर्ण सोच को दर्शाता है।

    एबीवीपी दिल्ली प्रदेश मंत्री सार्थक शर्मा ने कहा कि हमारी छात्रा सम्मान यात्रा महिला सम्मान, लोकतंत्र और छात्र हितों की रक्षा के लिए थी।

    एनएसयूआई ने यह साबित कर दिया कि न तो वह छात्र हितों की बात करती है और न ही महिला सम्मान की। एबीवीपी ने स्पष्ट किया कि वह भविष्य में भी ऐसे किसी भी महिला विरोधी और अलोकतांत्रिक व्यवहार का विरोध करती रहेगी।

    यह भी पढ़ें: दिल्ली विश्वविद्यालय में फिर गोबर कांड, अब डूसू अध्यक्ष के कार्यालय में लगे बोर्ड पर लिखे नाम पर पोता गया गोबर