2024 में दिल्ली की सभी लोकसभा सीटों पर अकेले चुनाव लड़ेगी AAP, कांग्रेस को लेकर भी बोली पार्टी
आम आदमी पार्टी (आप AAP) ने बुधवार को कहा कि वह 2024 के आम चुनाव में दिल्ली की सभी सात लोकसभा सीटों पर अकेले चुनाव लड़ेगी। साथ ही लोगों को यह बताने के लिए एक अभियान चलाएगी कि राजधानी में प्रशासनिक सेवाओं पर नियंत्रण संबंधी केंद्र का अध्यादेश उनके खिलाफ है। पार्टी ने विपक्षी दलों के भाजपा के खिलाफ एकजुट होने की जरूरत पर भी विशेष जोर दिया

नई दिल्ली, राज्य ब्यूरो। आम आदमी पार्टी (आप, AAP) ने बुधवार को कहा कि वह 2024 के आम चुनाव में दिल्ली की सभी सात लोकसभा सीटों पर अकेले चुनाव लड़ेगी। साथ ही लोगों को यह बताने के लिए एक अभियान चलाएगी कि राजधानी में प्रशासनिक सेवाओं पर नियंत्रण संबंधी केंद्र का अध्यादेश उनके खिलाफ है।
दिल्ली और हरियाणा के आप नेताओं के साथ बैठक के बाद पत्रकारों से बात करते हुए आप के महासचिव (संगठन) संदीप पाठक ने विपक्षी दलों के भाजपा के खिलाफ एकजुट होने की जरूरत पर भी विशेष जोर दिया और कहा कि यह कांग्रेस के रवैये पर निर्भर करता है।
पार्टी चलाएगी अभियान
पाठक ने कहा कि ''आप'' 2024 के आम चुनाव में दिल्ली की सभी सात लोकसभा सीटों पर चुनाव लड़ने की तैयारी कर रही है। उन्होंने कहा कि पार्टी का अभियान लोगों को यह बताने पर केंद्रित होगा कि दिल्ली में प्रशासनिक सेवाओं पर नियंत्रण संबंधी केंद्र का काला अध्यादेश उनके खिलाफ है।
उन्होंने कहा कि हम लोगों को बताएंगे कि काला अध्यादेश केजरीवाल विरोधी नहीं बल्कि जनविरोधी है। अन्य मुद्दे हैं कि भाजपा विपक्षी दलों को खत्म करना चाहती है और केंद्र सरकार ने अपने नौ साल के कार्यकाल के दौरान क्या काम किया है।
यदि कोई केंद्र सरकार द्वारा किए गए चार कार्यों के बारे में भी बात कर सके तो वह बधाई का पात्र है। पाठक ने केंद्र सरकार पर सीबीआई और ईडी जैसी केंद्रीय एजेंसियों को बर्बाद करने का आरोप भी लगाया।
विपक्षी दलों को एक साथ आना चाहिए
आप नेता संदीप पाठक ने कहा कि भाजपा को उखाड़ फेंकने के लिए विपक्षी दलों को एक साथ आना चाहिए। अब यह कांग्रेस पर निर्भर करता है। पाठक ने कहा कि यदि कांग्रेस खुले दिल वाली है और सभी को साथ लेकर चलने को तैयार है तो कुछ भी संभव है लेकिन अगर वह अहंकारी है तो चीजें मुश्किल होंगी।
दिल्ली के मुख्यमंत्री और आप के राष्ट्रीय संयोजक अरविंद केजरीवाल 23 जून को पटना में विपक्षी नेताओं की एक बैठक में शामिल हुए थे। इसके तुरंत बाद आप ने दावा किया कि कांग्रेस ने सार्वजनिक रूप से अध्यादेश की निंदा करने से इनकार कर दिया है और इसके कारण, पार्टी के साथ किसी भी गठबंधन का हिस्सा बनना उसके लिए बहुत मुश्किल होगा।
कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने कहा है कि केंद्र के अध्यादेश का विरोध करना है या नहीं, इस पर फैसला संसद सत्र से पहले लिया जाएगा। पाठक ने कहा कि आप जुलाई में शिमला में होने वाली विपक्षी दलों की अगली बैठक में भाग लेने पर फैसला करेगी।
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