DUSU Election: डूसू चुनाव में एसैप ने गारंटी बांड की शर्त का किया विरोध, छात्रों को डराने का लगाया आरोप
आम आदमी पार्टी की छात्र शाखा एसैप ने दिल्ली विश्वविद्यालय प्रशासन द्वारा छात्र संघ चुनाव में उम्मीदवारों से एक लाख रुपये का गारंटी बांड मांगने का विरोध किया है। ईशना गुप्ता ने कहा कि यह छात्रों को डराने का प्रयास है और गरीब छात्रों की भागीदारी कम करेगा। आशु बिधूड़ी ने इसे डूसू संविधान और लिंगदोह समिति के खिलाफ बताया।

जागरण संवाददाता, नई दिल्ली। आम आदमी पार्टी के छात्र संगठन एसोसिएशन आफ स्टूडेंट्स फार अल्टरनेटिव पालिटिक्स (एसैप) ने दिल्ली विश्वविद्यालय प्रशासन की ओर से छात्र संघ चुनाव लड़ने वाले उम्मीदवारों से माता-पिता के हस्ताक्षर सहित एक लाख रुपये का गारंटी बांड जमा कराने की शर्त का कड़ा विरोध किया है।
एसैप की राष्ट्रीय संयोजक ईशना गुप्ता ने कहा कि कोर्ट ने पहले डीयू के एक लाख रुपये के बांड जमा कराने के आदेश को रद किया था, लेकिन अब प्रशासन ने छात्रों पर गारंटी बांड की नई शर्त थोप दी है। “जिन छात्रों के माता-पिता दिल्ली के बाहर रहते हैं, वे 10 सितंबर तक यह बांड कैसे जमा करेंगे? यह शर्त गरीब और महिला छात्रों की भागीदारी घटाएगी,”।
ईशना ने आरोप लगाया कि यह कदम छात्रों को और उनके माता-पिता को डराने के लिए है। बांड में माता-पिता के बैंक खाते की जानकारी, व्यक्तिगत विवरण और एक लाख रुपये तक भुगतान करने की गारंटी देनी होगी। इससे कई माता-पिता हस्ताक्षर करने से मना कर सकते हैं, जिससे लोकतांत्रिक भागीदारी प्रभावित होगी।
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एसैप के वरिष्ठ सदस्य आशु बिधूड़ी ने कहा कि यह नियम न तो डूसू संविधान में है और न ही लिंगदोह समिति के दिशा-निर्देशों में। विश्वविद्यालय अपनी जिम्मेदारी छात्रों पर डाल रहा है। इस भेदभावपूर्ण प्रविधान के खिलाफ लड़ाई जारी रखेंगे।
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