Delhi Budget Session: ओटीएस स्कीम को लेकर AAP विधायकों की BJP और LG के खिलाफ नारेबाजी, सोमवार तक कार्यवाही स्थगित
दिल्ली विधानसभा के बजट सत्र का आज आठवां दिन है। वन टाइम सेटलमेंट स्कीम को लेकर सत्ता पक्ष के विधायकों ने हंगामा शुरू किया। सभी विधायकों ने पानी के बिल फाड़कर विरोध जताया। उन्होंने लोगों से अपील की कि कोई बिल जमा न कराए। इसके बाद सदन की कार्यवाही एक बजे तक के लिए स्थगित कर दी गई। पानी के बिल भी जलाए गए।

संजीव गुप्ता, नई दिल्ली। वन टाइम सेटलमेंट स्कीम को लेकर सत्ता पक्ष के विधायकों ने हंगामा शुरू किया। सभी विधायकों ने पानी के बिल फाड़कर विरोध जताया। उन्होंने लोगों से अपील की कि कोई बिल जमा न कराएं। इसके बाद सदन की कार्यवाही एक बजे तक के लिए स्थगित कर दी गई।
सत्ता पक्ष के विधायकों ने सदन से बाहर निकल विधानसभा परिसर में भी भाजपा और एलजी के खिलाफ नारेबाजी की। पानी के बिल जलाए। इसके बाद सदन की कार्यवाही को सोमवार तक के लिए स्थगित कर दिया गया।
बता दें, दिल्ली विधानसभा के बजट सत्र का आज आठवां दिन है। इस दौरान विधायक समय पर नहीं पहुंचे। कोरम पूरा करने के लिए 70 में से 24 विधायक होने चाहिए। जब कोरम पूरा हुआ तो सदन की कार्यवाही 11.25 बजे शुरू हुई। सदन की कार्यवाही शुरू होते ही नियम संख्या 280 (विशेष उल्लेख) के तहत चर्चा शुरू हुई।
विधायक सोमदत्त ने कहा कि जल बोर्ड की वन टाइम सेटलमेंट स्कीम को लागू किए जाने का जल्दी ही कोई समाधान निकाला जाना चाहिए। लोग इसमें हो रही देरी से परेशान हो रहे हैं। वहीं प्रवीण कुमार ने कहा कि बुजुर्गों को री-क्रेअशनल सेंटर के लिए मिलने वाली वित्तीय सहायता रोकी जा रही है। इसे जारी करवाया जाए।
'जल बोर्ड से ठेकेदारों को पैसा नहीं मिल रहा'
विधायक रोहित कुमार ने कहा कि त्रिलोकपुरी विधानसभा में ट्यूबवेल लगाने पर विवाद चल रहा है। जल बोर्ड को डीडीए ने एनओसी की बजाए नोटिस जारी किया जा रहा है। विधायक भावना गौर ने कहा कि जल बोर्ड के टेंडरों को ठेकेदार नहीं उठा रहे। काम नहीं हो पा रहे हैं। ज्यादातर विधानसभाओं में यही हाल है। इस चक्कर मे सड़कें भी नहीं बन पा रही है। आप विधायक राजेश ऋषि ने कहा कि जल बोर्ड से ठेकेदारों को पैसा नहीं मिल रहा है, इसीलिए यह समस्या आ रही है।
विधायक जयभगवान ने कहा कि ओटीएस स्कीम लागू न होने से लोग परेशान हो रहे हैं। हमें लोगों को जवाब देना भारी पड़ रहा है। विधायक सोमनाथ भारती ने कहा कि मालवीय नगर विधानसभा में कोई दमकल केंद्र नहीं है। जो गीतांजलि में बना है, उसे 24 घंटे चलाने की व्यवस्था की जाए।
मुख्यमंत्री तीर्थ योजना को लेकर उठाए सवाल
विधायक अजय दत्त ने कहा कि एमएलए के कहने और लिखित में देने पर भी पीडब्ल्यूडी के काम नहीं हो पा रहे हैं। वहीं शिवचरण गोयल ने टूटी सड़क का मुददा उठाया। उन्होंने कहा कि अगर इस पर फुटओवर ब्रिज बन जाए तो कम से कम आने जाने में सुविधा हो जाएगी। विधायक विशेष रवि ने कहा कि मुख्यमंत्री तीर्थ योजना में मेरी विधानसभा में 200 में से 100 फॉर्म रिजेक्ट कर दिए। क्षेत्र के एसडीएम ने ऐसा किया है। मंत्री कैलाश गहलोत ने इस पर जवाब दिया कि रिजेक्ट करने का कोई प्रावधान नहीं है। यह सीधे-सीधे बदमाशी है। इस पर संज्ञान लिया जाएगा।
नेता प्रतिपक्ष ने उठाया कॉलेजों का मुद्दा
विधायक मदनलाल ने कहा कि लोग पानी के अनाप शनाप बिलों से लोग परेशान हैं। ओटीएस स्कीम भी लागू नहीं हो पा रही है। पाइपलाइन तक टूटी पड़ी हैं, वो भी ठीक नहीं हो पा रही। वहीं नेता प्रतिपक्ष रामवीर सिंह बिधूड़ी ने कहा कि 12 कॉलेजों, जो दिल्ली सरकार वित्त पोषित हैं, की ग्रांट दिल्ली सरकार जारी नहीं कर पा रही। यहां के शिक्षकों को वेतन तक नहीं मिल पा रहा।
वहीं अखिलेश पति त्रिपाठी ने कहा कि मेरे क्षेत्र में विधवा महिलाओं और दिव्यांगों की पेंशन रुकी पड़ी है। केंद्र सरकार पेंशन में अपने हिस्से का पैसा नहीं दे रही।
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