'PM की रैली में टीचरों का क्या काम?', रोड शो में शिक्षकों को भेजे जाने पर भड़की आप, BJP से माफी की मांग
आम आदमी पार्टी ने भाजपा पर प्रधानमंत्री की रैली में शिक्षकों और सफाई कर्मचारियों को बुलाने का आरोप लगाया है। मनीष सिसोदिया ने इसे शिक्षकों का अपमान बताया और माफी की मांग की। आप नेताओं ने आरोप लगाया कि भाजपा ने सफाई कर्मचारियों पर दबाव बनाकर रैली में भीड़ जुटाई। उन्होंने कहा कि भाजपा शिक्षा व्यवस्था को लेकर गंभीर नहीं है।

राज्य ब्यूरो, नई दिल्ली। आम आदमी पार्टी ने प्रधानमंत्री की रैली में शिक्षकों और सफाई कर्मचारियों को बुलाए जाने का आरोप लगाकर भारतीय जनता पार्टी पर करार हमारा बोला है।
आप ने कहा है कि भाजपा से जनता अब दूर हो रही है यही कारण है कि प्रधानमंत्री के कार्यक्रम में शिक्षकों और सफाई कर्मचारियों को भीड़ जुटाने के लिहाज से बुलाया गया। आप के वरिष्ठ नेता मनीष सिसोदिया ने इसे शिक्षकों का अपमान बताया है। उन्होंने इसके लिए भाजपा से माफी मांगने के लिए कहा है।
सिसोदिया ने कहा कि सरकारी आदेश के तहत शिक्षकों को पीएम नरेन्द्र मोदी की रैली में भेजना किसी आश्चर्य से कम नहीं है। उन्होंने उन्होंने कहा कि आप सरकार ने इन शिक्षकों को विदेशों में भेजकर ट्रेनिंग दिलाई थी, लेकिन अब भाजपा सरकार उनसे रैली में ताली बजवा रही है।
उन्होंने कहा कि दरअसल, भाजपा का शिक्षा से कोई लेना-देना नहीं है। इसलिए वह साजिशन घटिया शिक्षा देकर लोगों को अनपढ़ रखना चाहती है। उधर आप से राज्यसभा सदस्य संजय सिंह, आप की वरिष्ठ नेता व दिल्ली विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष आतिशी, आप के प्रदेश संयोजक सौरभ भारद्वाज, आप विधायक कुलदीप कुमार आदि ने आराेप लगाया है कि रविवार को पीएम मोदी की रैली में सफाई कर्मचारियों पर दबाव बना जुटाई गई भीड़ की सच्चाई पूरे देश के सामने आ गई है।
उन्होंने कहा कि ऐसे कई वीडियो इंटरनेट मीडिया पर हैं कि पीएम मोदी की रैली में भीड़ दिखाने के लिए भाजपा की एमसीडी सरकार ने अपने कर्मचारियों को डरा-धमका कर जबरदस्ती बसों में भरकर रैली में भेजा।
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