Delhi Hospital: वेंटिलेटर के अभाव में 7 साल के बच्चे की मौत, लोक नायक अस्पताल में 15 वेंटीलेटर अभी भी खराब; मरीज परेशान
दिल्ली सरकार के सबसे बड़े अस्पताल लोकनायक अस्पताल में 15 वेंटिलेटर खराब पड़े हुए हैं। 185 वेंटिलेटर ही काम कर रहे हैं। अस्पताल में जांच मशीनों की भी क ...और पढ़ें

जागरण संवाददाता, नई दिल्ली। लोक नायक अस्पताल में डेंगू होने के बाद भर्ती सात वर्षीय बच्चे को वेंटिलेटर के अभाव में लौटा दिया गया था। स्वजन उसे निजी अस्पताल लेकर गए थे, लेकिन बचाया नहीं जा सका था।
दिल्ली सरकार के सबसे बड़े अस्पताल में हर रोज ऐसे मामले देखने को मिल रहे हैं। तब भी यहां 15 वेंटिलेटर खराब पड़े हुए हैं। 185 वेंटिलेटर ही काम कर रहे हैं। अस्पताल में जांच मशीनों की भी कमी है। इनकी संख्या बढ़ाने को लेकर अस्पताल प्रशासन फिलहाल कोई योजना भी नहीं बना रहा है। यह हाल तब है जब हाई कोर्ट ने अस्पतालों में उपकरणों की कमी पर चिंता जताई है।
पिछले दिनों सात वर्षीय मोहम्मद ईजान को डेंगू होने के बाद लोक नायक अस्पताल के पीडियाट्रिक वार्ड में भर्ती कराया गया था। उसके गुर्दों में पानी भर गया था। उसे फौरन वेंटिलेटर सपोर्ट की जरूरत थी। स्वजन ने आरोप लगाया था कि अस्पताल प्रशासन ने वेंटिलेटर की उपलब्धता होने से इनकार कर दिया। स्वजन बाद में बच्चे को निजी अस्पताल लेकर चले गए थे। जहां उसने दम तोड़ दिया था।
वेंटिलेटर के अलावा जांच मशीनों की कमी
ईजान का यह एक मामला नहीं है, अस्पताल में वेंटिलेटर की कमी के चलते ऐसे मामले रोज सामने आते हैं। अस्पताल के एक अधिकारी ने बताया कि हर विभाग में वेंटिलेटर दिए गए हैं। पूरे अस्पताल को हर रोज तीन से चार मरीजों को वेंटिलेटर सपोर्ट की जरूरत होती है। इतने वेंटिलेटर अस्पताल के पास नहीं हैं, जिससे कि उनका उपचार किया जा सके। सिर्फ वेंटिलेटर ही नहीं जांच मशीनों की भी अस्पताल में कमी है।
मरीजों को लंबी वेटिंग झेलनी पड़ रही
यही वजह की मरीजों को लंबी वेंटिंग झेलनी पड़ रही है। हालांकि, अस्पताल अब हर मरीज को भर्ती कर रहा है। उसे उपचार देने का प्रयास किया जा रहा है। अस्पताल के निदेशक डॉ. सुरेश कुमार ने कहा कि 15 वेंटिलेटर को सुधारने का काम शुरू कर दिया गया है। जल्द सुधर जाएंगे। फिलहाल हमारे पास स्थान की भी कमी है। एक नया भवन बनाया जा रहा है, जो इस साल के अंत तक बनकर तैयार हो जाएगा। इसके बाद नए उपकरण खरीदे जाएंगे। मरीजों की परेशानी को कम किया जाएगा।
डॉक्टर को किया जा चुका है निलंबित
पिछले दिनों एक मरीज को दिल्ली सरकार के अस्पतालों में भर्ती नहीं किया जा सका था। इसके बाद स्वास्थ्य विभाग ने कार्रवाई करते हुए एलएन अस्पताल के एक डाक्टर को निलंबित कर दिया था। इसके बाद अब अस्पताल में मरीजों को भर्ती किया जा रहा है। लेकिन, संसाधनों की कमी के चलते उनका उपचार नहीं हो पा रहा है।

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