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    डॉक्टरों ने किया कमाल! सर्जरी के 18 घंटे बाद ही बुजुर्ग को दी छुट्टी, जानकर हर कोई हैरान

    Updated: Tue, 23 Sep 2025 10:46 AM (IST)

    दिल्ली के मैक्स अस्पताल में डॉक्टरों ने 66 वर्षीय मरीज को दोहरा घुटना प्रत्यारोपण के बाद केवल 18 घंटों में छुट्टी दे दी। मरीज एडवांस्ड आस्टियो अर्थराइटिस से पीड़ित था। डॉक्टरों ने एडवांस्ड इम्प्लांट्स का उपयोग किया और बेहतर रिकवरी प्रोटोकॉल का पालन किया। मरीज को 48 घंटे से भी कम समय में अस्पताल से छुट्टी मिल गई जिससे एक नया रिकॉर्ड बना।

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    दोनों घुटना प्रत्यारोपण के 18 घंटे बाद ही 66 वर्षीय मरीज को मिली छुट्टी

    जागरण संवाददाता, नई दिल्ली। दिल्ली में साकेत स्थित मैक्स सुपर स्पेशियलिटी हॉस्पिटल के चिकित्सकों ने दोनों घुटनों का प्रत्यारोपण करने के बाद मात्र 18 घंटे के न्यूनतम समय में 66 वर्षीय मरीज को छुट्टी दे दी।

    अस्पताल के मुताबिक, बुजुर्ग को दोनों घुटनों में एडवांस्ड आस्टियो अर्थराइटिस था। इसके कारण वह वैरस डीफार्मिटी (गठिया के कारण पैरों का अंदर की ओर मुड़ जाना) से भी पीड़ित थे। उन्हें घुटनों में बहुत ज्यादा दर्द था और चलने में परेशानी थी। इस मामले में अस्पताल ने एडमिशन से डिस्चार्ज तक लगने वाले न्यूनतम समय का रिकॉर्ड बनाने का दावा किया है।

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    मैक्स इंस्टीट्यूट ऑफ रोबोटिक ज्वाइंट रिप्लेसमेंट के चेयरमैन डा. सुजॉय भट्टाचार्जी व उनकी टीम ने मरीज की हालत को देखते हुए एडवांस्ड मीडियल पिवोट नी इम्प्लांट्स का प्रयोग करते हुए दोनों घुटनों का प्रत्यारोपण किया। इस दौरान उन्हें खून चढ़ाने की जरूरत भी नहीं पड़ी। इन इम्प्लांट्स को इस तरह से डिजाइन किया गया है, जिससे घुटनों को मजबूती, स्थायित्व और स्वाभाविक मूवमेंट मिलता है।

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    बताया गया कि मरीज को एक सितंबर को भर्ती किया गया था और दो सितंबर को सर्जरी की गई। सर्जरी के मात्र 18 घंटे बाद तीन सितंबर की सुबह उन्हें डिस्चार्ज कर दिया गया। पूरी प्रक्रिया के दौरान उन्हें 48 घंटे से भी कम समय तक अस्पताल में रहना पड़ा।

    डा. भट्टाचार्जी ने कहा कि सटीक इम्प्लांट टेक्नोलॉजी, रोबोटिक असिस्टेंस और बेहतर रिकवरी प्रोटोकाल का पालन करते हुए हमने वह नतीजा पाया, जिसे कभी असंभव माना जाता था।