Delhi Water Supply: यमुना का पानी 6400 गुना ज्यादा दूषित, क्या दिल्लीवालों को गर्मियों में नहीं मिलेगा पानी?
प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष देवेंद्र यादव ने यमुना में लगातार जहर घुलने पर चिंता जताई है। उन्होंने कहा कि भाजपा सरकार को यमुना के प्रदूषित जहरीले पानी की स्वच्छता और गुणवत्ता पर गंभीरता से ध्यान देना चाहिए। यादव ने इस बात पर आश्चर्य जताया कि दिल्ली प्रदूषण नियंत्रण समिति (डीपीसीसी) की मासिक रिपोर्ट में खुलासा हुआ है कि फरवरी में यमुना में 6400 गुना अधिक प्रदूषित पानी मिला।

राज्य ब्यूरो जागरण, नई दिल्ली। प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष देवेंद्र यादव ने यमुना में लगातार जहर घुलने पर चिंता जताई है। उन्होंने कहा कि भाजपा सरकार को यमुना के प्रदूषित जहरीले पानी की स्वच्छता और गुणवत्ता पर गंभीरता से ध्यान देना चाहिए।
यमुना में 6400 गुना अधिक प्रदूषित पानी
यादव ने इस बात पर आश्चर्य जताया कि दिल्ली प्रदूषण नियंत्रण समिति (डीपीसीसी) की मासिक रिपोर्ट में खुलासा हुआ है कि फरवरी में यमुना में 6400 गुना अधिक प्रदूषित पानी मिला।
इस साल और प्रदूषित हुआ पानी
यादव ने कहा कि यमुना में फीकल कोलीफॉर्म और बायोलॉजिकल ऑक्सीजन डिमांड का बढ़ता स्तर चिंता का विषय है। पिछले कुछ महीनों में मानव अपशिष्ट में वृद्धि के कारण फीकल कोलीफॉर्म का स्तर जो दिसंबर 2024 में 8.4 मिलियन यूनिट प्रति 100 मिली था, वह फरवरी में बढ़कर 16 मिलियन यूनिट प्रति 100 मिली हो गया है।
रिपोर्ट के अनुसार दिसंबर 2020 के बाद मानव अपशिष्ट का स्तर अधिक बढ़ा है। पानी में बीओडी का स्तर तीन मिलीग्राम प्रति लीटर या इससे कम होना चाहिए, जो जलीय जीवन के लिए जरूरी है।
भीषण गर्मी पड़ने से दिल्ली में होगा जल संकट
यादव ने कहा कि एक-दो महीने में भीषण गर्मी पड़ने से दिल्ली में जल संकट पैदा हो जाएगा। भाजपा सरकार को जल बोर्ड को जल शोधन क्षमता बढ़ाने के निर्देश जारी करने चाहिए।
भाजपा को अपने वादे के अनुसार दिल्ली की जनता को पर्याप्त पेयजल उपलब्ध कराने के लिए योजनाबद्ध तरीके से काम करना चाहिए, क्योंकि दिल्ली पिछले 11 सालों से जल संकट से जूझ रही है।
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