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    दिल्ली में फर्जी हवाई टिकट के बड़े रैकेट का भंडाफोड़, 20 से ज्यादा को बनाया था शिकार; ऐसे खुला राज

    Updated: Thu, 10 Apr 2025 09:38 PM (IST)

    इंटरनेट मीडिया पर सस्ते दाम में हवाई जहाज टिकट देने का झांसा देकर 20 लोगों को ठगने वाले गिरोह का भंडाफोड़ हुआ है। बाहरी उत्तरी जिले के साइबर थाना पुलिस ने ठगी गिरोह के सरगना समेत दो को गिरफ्तार किया है। पुलिस जांच में पता चला कि सरगना मुंबई में भी साइबर ठगी मामले में गिरफ्तार हो चुका है। इस मामले में आगे की कार्रवाई की जा रही है।

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    साइबर ठगी का भंडाफोड़ सस्ते हवाई टिकट के नाम पर 20 लोगों को ठगने वाले दो गिरफ्तार। फोटो जागरण

    जागरण संवाददाता, बाहरी दिल्ली। इंटरनेट मीडिया पर आफर में सस्ते दाम में हवाई जहाज टिकट देने का झांसा देकर 20 लोगों को ठगने का मामला सामने आया है। बाहरी उत्तरी जिले के साइबर थाना पुलिस ने ठगी गिरोह के सरगना समेत दो को गिरफ्तार किया है। पुलिस जांच में पता चला कि इससे पहले सरगना मुंबई में भी साइबर ठगी मामले में गिरफ्तार हो चुका है।

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    जेल से बाहर आने के बाद अपना नया ठिकाना दिल्ली में बनाकर फिर से ठगी करने लगा। सरगना की पहचान सलमान सईद सिद्दीकी और रोहित राजाराम के रूप में हुई है। पुलिस ने इनके कब्जे से 12 मोबाइल, तीन लैपटॉप, 22 डेबिट और क्रेडिट कार्ड, 6 चेकबुक, 4 वाईफाई राउटर, एक टैब फोन, एक वाईफाई पॉड, स्टाम्प और तीन सिम कार्ड बरामद किए हैं।

    अब तक 20 लोगों से कर चुके ठगी

    पूछताछ के दौरान आरोपित ने खुलासा किया कि दिल्ली में अब तक वह 20 लोगों से ठगी कर चुका है। पीड़ित लोगों से कुल कितने रुपयों की ठगी हुई है, पुलिस यह जानकारी जुटाने का प्रयास कर रही है। बाहरी उत्तरी जिला पुलिस उपायुक्त निधिन वाल्सन ने बताया कि 19 नवंबर 2024 में नेशनल क्राइम पोर्टल पर सिरसपुर निवासी राजीव चोपड़ा ने ठगी से संबंधित एक शिकायत दर्ज कराई थी।

    बताया कि उन्होंने फेसबुक पर दिल्ली से टोरंटो के लिए सस्ते दामों पर हवाई टिकट का विज्ञापन देखा। जिसपर एक लिंक था। जिसको क्लिक करते ही सीधा वह एक वाट्सएप नंबर पर पहुंच गए। जहां ठगों ने उन्हें सस्ते दाम पर कनाडा का टिकट देने की बात कही और फिर यात्रा संबंधित पूरी जानकारी ली।

    पुलिस ने पीड़ित की शिकायत पर दर्ज किया मुकदमा

    आरोपितों ने सबसे सस्ती कीमत पर दिल्ली से टोरंटो का हवाई टिकट बुक करने के बाद पीड़ित से करीब 48 हजार रुपये अपने खाते में ट्रांसफर करवा लिए। जांच के दौरान टिकट फर्जी निकला। पुलिस ने पीड़ित की शिकायत पर मामला दर्ज कर साइबर थाना एसएचओ रमन कुमार सिंह के नेतृत्व में एक टीम गठित की गई।

    टीम ने संदिग्ध नंबरों और बैंक खातों में पंजीकृत मोबाइल नंबरों की काल डिटेल प्राप्त की। जिसके जरिए पुलिस टीम ने मुंबई के चर्नी रोड और विरार ईस्ट पहुंची। जहां आरोपित रोहित राजाराम घनेकर और सलमान सईद सिद्दीकी के बारे में जानकारी मिली। जिसके बाद पुलिस ने गुप्त सूचना के आधार पर रोहित को मुंबई और सलमान को लाजपत नगर से गिरफ्तार कर लिया।

    पूछताछ के दौरान पुलिस को पता चला कि सलमान सईद सिद्दीकी मूलरूपर से प्रयागराज यूपी का रहने वाला है। सलमान ने 12 वीं तक की पढ़ाई अपने पैतृक स्थान से की। पढ़ाई पूरी करने के बाद हैदराबाद के उस्मानिया विश्वविद्यालय से स्नातक की पढ़ाई पूरी की। फिर उसने ट्रैवल्स एंड टूरिज्म पर आधारित रहेजा सेंटर मुंबई में नौकरी की।

    2021 में दिल्ली के जनपथ में खोली थी ट्रैवल्स एंड टूरिज्म एजेंसी

    साथ ही मुंबई के मरोल में इंडो-सऊदी ट्रैवल्स और फेयर वाश ट्रैवल्स में भी काम किया। फिर 2021 में वह दिल्ली के जनपथ में अपनी ट्रैवल्स एंड टूरिज्म एजेंसी खोली। कारोबार में घाटा होने के बाद वह मुंबई जाकर साइबर ठगी करने लगा। वर्ष 2023 में वह एक अंतरराष्ट्रीय हवाई टिकट घोटाले के सिलसिले में गिरफ्तार किया गया।

    वहीं उसका सहयोगी रोहित महाराष्ट्र के रायगढ़ का रहने वाला है। रोहित ने 10 वीं तक की पढ़ाई करने के बाद 2012 में मुंबई आ गया। अपने घर की आर्थिक स्थिति को सुधारने के लिए वह जालसाजों के लिए फर्जी बैंक खाते और सिम कार्ड का इंतजाम करने लगा।

    फेसबुक पर फर्जी ट्रैवल एजेंसी का दिया विज्ञापन 

    पुलिस अधिकारी के मुताबिक सलमान को ग्रेटर मुंबई के सहार थाना पुलिस ने 2023 में साइबर ठगी मामले में 16 आरोपितों के साथ गिरफ्तार किया था। वहां भी सस्ती अंतरराष्ट्रीय टिकटें देने का लालच देकर ठगी करता था। जेल से निकलने के बाद उसने अपना ठिकाना मुंबई से बदलकर दिल्ली कर लिया। उसने फेसबुक पर अपने फर्जी ट्रैवल एजेंसी का विज्ञापन दिया।

    जिसमें उसने सस्ते एयरलाइन टिकट देने का वादा किया। आरोपित एक वैध ट्रैवल एजेंट के रूप में पेश करते हुए अनजान ग्राहकों को काल करने के लिए वर्चुअल नंबर का इस्तेमाल किया। वहीं, रोहित ठगी के लिए फर्जी बैंक खाता और फर्जी सिम का इंतजाम करता था। पुलिस अधिकारी के मुताबिक इस मामले में आगे की कार्रवाई की जा रही है। अभी और लोग इस गिरोह में शामिल होने की आशंका है। पुलिस जांच में जुटी हुई है।

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