Delhi News: दिल्ली में बांटे जाएंगे 1.69 लाख आयुष्मान कार्ड, विधायकों को दी गई ये जिम्मेदारी
दिल्ली सरकार आयुष्मान आरोग्य मंदिर खोलने की तैयारी कर रही है जिसके लिए विधायकों को अपने क्षेत्रों में उपयुक्त स्थानों की पहचान करने को कहा गया है। दिल्ली में 1139 आयुष्मान आरोग्य मंदिर खोले जाएंगे जो सामान्य स्वास्थ्य परामर्श स्वास्थ्य जागरूकता और प्राथमिक उपचार जैसी सुविधाएं प्रदान करेंगे। 1.69 लाख आयुष्मान कार्ड वितरित किए जाने हैं और वरिष्ठ नागरिकों के लिए वय वंदना योजना जल्द ही लागू की जाएगी।

राज्य ब्यूरो, नई दिल्ली। आयुष्मान आरोग्य मंदिर खोलने के लिए विधायक अपने-अपने विधानसभा क्षेत्रों में उपयुक्त स्थानों की पहचान करेंगे। वे सभी पात्र नागरिकों के आयुष्मान कार्ड बनाने में भी सहयोग करेंगे। 1.69 लाख आयुष्मान कार्ड बन चुके हैं। अब इन्हें वितरित किया जाना है। इसके लिए हर जिले में अभियान चलाया जाएगा।
आयुष्मान भारत योजना का प्रभावी और त्वरित क्रियान्वयन सुनिश्चित करने के लिए मुख्यमंत्री रेखा गुप्ता ने मंत्रियों, अधिकारियों और जनप्रतिनिधियों के साथ बैठक की।
मुख्यमंत्री ने कहा कि बैठक में आयुष्मान आरोग्य कार्ड वितरण, लाभार्थियों की पहचान, जागरूकता अभियान और सेवाओं के विकेन्द्रीकरण जैसे योजना के विभिन्न पहलुओं पर चर्चा की गई।
जल्द ही "वय वंदना योजना" लागू की जाएगी
जन प्रतिनिधियों से आयुष्मान कार्ड वितरित करने में सहयोग करने का अनुरोध किया गया है। 70 वर्ष से अधिक आयु के नागरिकों को योजना का तत्काल लाभ दिलाने पर भी विशेष जोर दिया गया। इसके लिए सभी जन प्रतिनिधियों से 70 वर्ष से अधिक आयु के नागरिकों की सूची तैयार करने को कहा गया है। वरिष्ठ नागरिकों के लिए जल्द ही "वय वंदना योजना" लागू की जाएगी, जिसका लाभ दिल्ली के सभी बुजुर्गों को मिलेगा।
मुख्यमंत्री ने कहा, दिल्ली में कुल 1139 आयुष्मान आरोग्य मंदिर खोले जाएंगे। हर विधानसभा क्षेत्र में 14 से 15 आरोग्य मंदिर खोले जाएंगे। इसमें सामान्य स्वास्थ्य परामर्श, स्वास्थ्य जागरूकता, प्राथमिक उपचार और निवारक दवा जैसी सुविधाएं उपलब्ध कराई जाएंगी।
विधायक करेंगे जगह की पहचान
सभी जनप्रतिनिधियों और जिलाधिकारियों को अपने-अपने क्षेत्रों में आरोग्य मंदिर शुरू करने के लिए उपयुक्त स्थानों की पहचान करने को कहा गया है। अधिकारियों को एक सप्ताह के भीतर उपयुक्त स्थानों की सूची स्वास्थ्य विभाग को भेजने के निर्देश दिए गए हैं। प्रत्येक जिले में एक एकीकृत सार्वजनिक स्वास्थ्य प्रयोगशाला और नौ क्रिटिकल केयर ब्लॉक भी बनाए जाएंगे।
मुख्यमंत्री ने कहा कि पिछली सरकार ने इस योजना को लागू न करके बहुत समय बर्बाद किया है। लेकिन अब इसमें और देरी नहीं होगी। बैठक में मंत्री आशीष सूद, मनजिंदर सिंह सिरसा, रविंदर इंदर सिंह और डॉ. पंकज सिंह भी मौजूद थे।
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