मोटू-पतलू बनेंगे ‘टैक्स गुरु’, सीबीएसई ने आयकर विभाग संग मिलकर लॉन्च की टैक्स एजुकेशन कॉमिक सीरीज
सीबीएसई और आयकर विभाग ने मिलकर टैक्स एजुकेशन कॉमिक सीरीज लॉन्च की है, जिसमें मोटू-पतलू 'टैक्स गुरु' बनकर बच्चों को टैक्स के महत्व और विभिन्न पहलुओं के बारे में मनोरंजक तरीके से समझाएंगे। इस पहल का उद्देश्य छात्रों में टैक्स के प्रति जागरूकता बढ़ाना है।

जागरण संवाददाता, नई दिल्ली। केंद्रीय माध्यमिक शिक्षा बोर्ड (सीबीएसई) ने आयकर विभाग के साथ मिलकर छात्रों में कर (टैक्स) जागरूकता बढ़ाने के लिए एक अनोखी पहल शुरू की है। आजादी का अमृत महोत्सव के तहत दोनों संस्थाओं ने लोकप्रिय कार्टून पात्र मोटू-पतलू पर आधारित आठ कामिक पुस्तकों की श्रृंखला जारी की है।
इन कामिक्स का उद्देश्य बच्चों को कर व्यवस्था की बुनियादी समझ सरल और मनोरंजक तरीके से देना है। देश के प्रिय कार्टून पात्र मोटू और पतलू अब बच्चों को यह बताएंगे कि टैक्स कैसे देश के विकास में अहम भूमिका निभाता है, चाहे वह सड़क और अस्पताल हों या स्कूल और अन्य बुनियादी ढांचे।
यह आठ भागों वाली श्रृंखला आयकर विभाग के जनसंपर्क, प्रकाशन और प्रचार निदेशालय द्वारा प्रकाशित की गई है और आजादी का अमृत महोत्सव के अंतर्गत जारी हुई है। प्रत्येक कहानी में मोटू और पतलू रोजमर्रा की स्थितियों से गुजरते हुए बच्चों को यह समझाते हैं कि टैक्स देना क्यों जरूरी है और इससे देश को क्या लाभ होता है।
सीबीएसई ने अपने सभी संबद्ध स्कूलों से अपील की है कि वे इन कामिक्स को छात्रों, शिक्षकों और अभिभावकों तक पहुंचाएं और इन्हें कक्षा गतिविधियों व सह-पाठयक्रम कार्यक्रमों में शामिल करें ताकि छात्रों में टैक्स अनुपालन और नागरिक जिम्मेदारी की समझ विकसित की जा सके। इन कामिक्स को कई भारतीय भाषाओं में पढ़ा जा सकता है और ये आयकर विभाग की आधिकारिक वेबसाइट पर निश्शुल्क उपलब्ध हैं।
सीबीएसई का कहना है कि यह पहल बच्चों में सूचित नागरिकता की भावना को बढ़ावा देने का प्रयास है। मनोरंजन और शिक्षा के संयोजन के माध्यम से बोर्ड का लक्ष्य है कि बच्चे कम उम्र से ही राष्ट्र की आर्थिक व्यवस्था के प्रति जिम्मेदारी को समझें और उसका सम्मान करें।

कमेंट्स
सभी कमेंट्स (0)
बातचीत में शामिल हों
कृपया धैर्य रखें।