अंतरराज्यीय फॉरेक्स फ्रॉड का खुलासा, मास्टरमाइंड दिल्ली से अरेस्ट; क्लोरोफॉर्म और चिली स्प्रे रखता था साथ
दिल्ली पुलिस ने एक अंतरराज्यीय फॉरेक्स फ्रॉड गिरोह का भंडाफोड़ किया है, जिसके सरगना को दिल्ली से गिरफ्तार किया गया। आरोपी सोशल मीडिया के माध्यम से विद ...और पढ़ें

प्रतीकात्मक तस्वीर।
जागरण संवाददाता, नई दिल्ली। दिल्ली पुलिस की क्राइम ब्रांच ने अंतरराज्यीय विदेशी मुद्रा धोखाधड़ी मामले का भंडाफोड़ कर एक आरोपित को गिरफ्तार किया है। वह देशभर में कई धोखाधड़ी के मामलों में शामिल रहा है और अंतरराज्यीय फाॅरेक्स एक्सचेंज धोखाधड़ी गिरोह का मास्टरमाइंड है।
पिछले माह शेक्सपियर सरानी, कोलकाता के एक मामले में वह वांछित था। छह दिसंबर को उसके खिलाफ कोलकाता की एक अदालत ने गिरफ्तारी वारंट जारी किया गया था। उसने लोगों को बहला-फुसलाकर 15 हजार अमेरिकी डॉलर और एक हजार यूरो की ठगी की थी, जिसकी कीमत लगभग 14.50 लाख रुपये है।
डीसीपी हर्ष इंदौरा के मुताबिक गिरफ्तार किए गए आरोपित का नाम कृष्ण कुमार शर्मा है। दिल्ली में वह किरण गार्डन, उत्तम नगर में रह रहा था लेकिन मूलरूप से वह बनर्जी स्ट्रीट, रिशरा, हुगली, बंगाल का रहने वाला है।
एक मई 2024 को शिवम पांडे नाम के एक व्यक्ति ने कनाट प्लेस थाने में शिकायत कर आरोप लगाया था कि वह अपने मालिक के कहने पर पैसे लेने के लिए कृष्ण के पास गया था। वहां उसे पानी पीने के लिए दिया गया। पानी पीने के बाद उसने अपना सुधबुध खो दिया। होश में आने पर उसका 25000 अमेरिकी डॉलर वाला बैग गायब मिला। पुलिस ने ठगी का मामला दर्ज कर उसे गिरफ्तार कर लिया था। कुछ समय बाद उसे जमानत मिल गई थी।
छह दिसंबर को पुलिस को एक जानकारी मिली कि कोलकाता के एक केस में भगोड़ा घोषित कृष्ण कुमार किसी से मिलने किरण गार्डन, उत्तम नगर में आ रहा है। एसीपी राजपाल डबास व इंस्पेक्टर सतीश मलिक के नेतृत्व में पुलिस टीम ने उसे वहां से पकड़ लिया।
कृष्ण कुमार शर्मा के पिता कोलकाता में अकाउंटेंट थे। उसने स्कूल की पढ़ाई हायर सेकेंडरी स्कूल, कोलकाता से पूरी की और 2016 में कोलकाता यूनिवर्सिटी से बीकाम किया। 2017 में, उसने ऐश इंटरटेनमेंट नाम से एक इवेंट मैनेजमेंट कंपनी शुरू की और इवेंट मैनेजमेंट, सेलिब्रिटी मैनेजमेंट का काम शुरू कर दिया।
2019 में, उसने जी म्यूजिक के साथ एक म्यूज़िक वीडियो भी बनाया। कोरोना के दौरान नुकसान होने पर वह फारेक्स ट्रेडर्स को धोखा देने का काम शुरू कर दिया। वह महानगरों में घूमकर अमेरिकी और यूरो करेंसी का ज्यादा रेट देने के बहाने ट्रेडर्स को ठगने लगा।
उसने बालीवुड में काम दिलाने के बहाने एक महिला से 45 लाख रुपये ठग लिए। जिस संबंध में तीन जुलाई 2023 को अंबोली, मुंबई में केस दर्ज कराने पर मुंबई पुलिस ने उसे गिरफ्तार कर लिया गया था। उस मामले में भी वह जमानत पर है।
काम करने का तरीका
- अमेरिकी डॉलर और यूरो में डील करने के बहाने लोगों से ठगी करना।
- कृष्णा शर्मा, फिल्म इंडस्ट्री से जुड़ा होने का नाटक कर प्रोफेशनल्स का भरोसा जीतने के लिए खुद को फिल्म बिजनेसमैन बताता था।
- लोगों को भरोसा दिलाता था कि वह आने वाले फिल्म प्रोजेक्ट्स के लिए फिल्म एक्टर्स के साथ मीटिंग अरेंज करवा देगी और इस बहाने लोगों का भरोसा जीत उनसे बड़ी रकम ठग लेता था।
- कृष्ण अपने भतीजा मयंक शर्मा, बाउंसर, मेकअप मैन और अन्य के साथ मिलकर ठगी की वारदात करता था। रैकेट में शामिल सदस्य, बिजनेसमैन का भरोसा जीतने के लिए कृष्णा शर्मा को बड़ा फिल्म डायरेक्टर बताकर फर्जी सेटअप बनाता था। वे लोग दिखावे के लिए फाइव-स्टार होटलों में कमरे भी बुक करा लेते थे और बिजनेसमैन को कमरे में बुलाकर उनसे अमेरिकी डॉलर व यूरो की डील करते थे।
- लोगों को झांसे में लेने के लिए कृष्ण हमेशा फाइव स्टार होटलों में ही मीटिंग रखता था।
- पुलिस से बचने के लिए गिरोह के सदस्य कई मोबाइल और सिमकार्ड का इस्तेमाल करते थे और जांगी एप का इस्तेमाल करते थे।
- अपराध करते समय गिरोह के सभी सदस्य अपनी सुरक्षा के लिए लेडीज़ चिली स्प्रे और क्लोरोफार्म जैसी चीजें रखते थे।
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