IIT दिल्ली के पहले इंटरनेशनल कैंपस अबू धाबी में शुरू होगा AI में मास्टर्स, प्रथमिकताओं में ऊर्जा और सतत विकास
भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान (आईआईटी) दिल्ली के अबू धाबी परिसर का तेजी से विकास हो रहा है। कार्यकारी निदेशक शांतनु राय ने बताया कि वर्तमान में 182 छात् ...और पढ़ें

जागरण संवाददाता, नई दिल्ली। भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान (IIT) दिल्ली के अंतरराष्ट्रीय विस्तार के तहत स्थापित आईआईटी दिल्ली–अबू धाबी परिसर तेजी से विकास के पथ पर आगे बढ़ रहा है। संस्थान के कार्यकारी निदेशक शांतनु राय ने बताया कि जहां आईआईटी दिल्ली में इस समय करीब 12 हजार छात्र अध्ययनरत हैं, वहीं अबू धाबी परिसर में वर्तमान में 182 छात्र हैं। यह संख्या अगले वर्ष बढ़कर लगभग 400 होने की उम्मीद है।
हाल ही में आईआईटी दिल्ली–अबू धाबी परिसर में आए भारतीय मीडिया प्रतिनिधियों से बातचीत में राय ने कहा कि मध्य पूर्व की अर्थव्यवस्था भले ही परंपरागत रूप से जीवाश्म ईंधन आधारित रही हो, लेकिन संयुक्त अरब अमीरात (यूएई) तेजी से विविधीकरण की ओर बढ़ रहा है।
यहां स्थापित हो रहा शिक्षा और नवाचार का पूरा इकोसिस्टम इसी बदलाव के अनुरूप है। यूएई की भौगोलिक स्थिति इसे यूरोप और एशिया के बीच सेतु बनाती है, जिससे यहां अंतरराष्ट्रीय छात्रों की बड़ी संख्या देखने को मिलती है और छात्र समुदाय अत्यंत विविध है।
राय ने कहा कि अबू धाबी परिसर की शैक्षणिक प्राथमिकताएं ऊर्जा, सतत विकास, कृत्रिम बुद्धिमत्ता (एआई) और स्मार्ट मटेरियल जैसे क्षेत्रों पर केंद्रित हैं, जो यूएई की राष्ट्रीय प्राथमिकताओं से मेल खाती हैं। उन्होंने स्पष्ट किया कि यह परिसर आईआईटी दिल्ली से अलग नहीं, बल्कि उसी संस्थान का हिस्सा है।
हम दो नहीं, बल्कि एक ही वैश्विक संस्थान हैं, जिसके तीन परिसर हैं। अबू धाबी हमारा पहला अंतरराष्ट्रीय परिसर है। उन्होंने बताया कि शुरुआत पहले सेमेस्टर में 17 छात्रों और एक मास्टर कार्यक्रम से हुई थी।
छह माह के भीतर दो स्नातक कार्यक्रम शुरू किए गए और हर वर्ष एक नया स्नातक या परास्नातक कार्यक्रम शुरू करने की योजना है। साथ ही पीएचडी कार्यक्रमों में भी विस्तार होगा। पाठ्यक्रम लगभग वही है जो दिल्ली परिसर में पढ़ाया जाता है, हालांकि यूएई की स्थानीय आवश्यकताओं के अनुसार कुछ अनिवार्य विषय जोड़े गए हैं।
एआई को लेकर राय ने कहा कि यह पहले से ही आई्आईटी दिल्ली के पाठ्यक्रम का अहम हिस्सा है और अबू धाबी परिसर में भी एआई में मास्टर कार्यक्रम शुरू किया जा रहा है। इसके लिए मोहम्मद बिन जायद यूनिवर्सिटी ऑफ आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (एमबीजेडयूएआई) के साथ रणनीतिक सहयोग किया जा रहा है।

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