Health Benefits Of Falsa Fruit: कोलेस्ट्रॉल से लेकर पेट दर्द में निजात दिलाने में अचूक औषधि है फालसा
फालसा खनिज लवण जैसे एंटीऑक्सीडेंट मैग्नीशियम फॉस्फोरस कैल्शियम पोटेशियम सोडियम आयरन आदि से भरपूर होता है। इन खनिज लवणों के कारण ये गर्मी के मौसम में लू लगने से बचाता है और अचानक से होने वाले बुखार का इलाज करता है।
नई दिल्ली, जेेएनएन। कोरोनाकाल में शरीर में पानी की कमी न रहे। इसलिए पानी के साथ-साथ ऐसे ड्रिंक्स पीने चाहिए, जो शरीर को हाइड्रेट रखने और इलेक्ट्रोलाइट संतुलन बनाए रखने में मदद करें। इस मामले में फालसा बहुत लाभकारी है। पसीना आने पर शरीर से सोडियम बाहर निकल जाता है। इस कारण कमजोरी और थकान महसूस होती है, लेकिन फालसा या इसके शर्बत का सेवन करने से इन समस्याओं से राहत मिलती है।
फालसा सोडियम और पोटेशियम का अच्छा स्रोत है। यह न केवल शरीर में रक्तप्रवाह को सुचारु रखता है, बल्कि एनर्जेटिक भी बनाए रखता है। फालसा शरीर को तरोताजा रखता है और ऊर्जावान महसूस कराता है। फालसा का सेवन पाचनतंत्र को दुरुस्त रखने और एंजाइम्स को पुर्नजीवित करने में मदद करता है। यह पेट की गर्मी को भी शांत करता है। फालसा एंटीआक्सीडेंट और एंटी बैक्टीरियल गुणों से भरपूर होता है, इस वजह से आंतों के लिए भी लाभकारी है। आने वाली पीढ़ियां भी इसका स्वाद ले सकें। इसलिए इसके पौधे अवश्य लगाएं।
जानिए फालसा के बारे में:
रक्त विकार ठीक करे
फालसा में मौजूद विटामिन सी शरीर में लोहे का अवशोषण करने में सहायक होता है जिससे शरीर में खून साफ होता है औऱ रक्त के विकार की समस्या ठीक होती है।
कोलेस्ट्रॉल के स्तर को नियंत्रित करे
सुबह-शाम लगातार एक महीने तक खाने से रक्तचाप और कोलेस्ट्रॉल के स्तर को नियंत्रित किया जा सकता है, जिससे दिल की बीमारियों का खतरा कम होता है।
पेट दर्द से निजात दिलाए
पेट के दर्द के इलाज के लिए सिकी हुई 3 ग्राम अजवायन में 25 से 30 ग्राम फालसे के रस को डालकर थोड़ा सा गर्म करें। गुनगुना होने पर इस मिश्रण को पिएं। पेट दर्द में आराम मिलेगा।
लू लगने से बचाए
फालसा खनिज लवण जैसे एंटीऑक्सीडेंट, मैग्नीशियम, फॉस्फोरस, कैल्शियम, पोटेशियम, सोडियम, आयरन, आदि से भरपूर होता है। इन खनिज लवणों के कारण ये गर्मी के मौसम में लू लगने से बचाता है और अचानक से होने वाले बुखार का इलाज करता है।
डिस्क्लेमर: स्टोरी के टिप्स और सुझाव सामान्य जानकारी के लिए हैं। इन्हें किसी डॉक्टर या मेडिकल प्रोफेशनल की सलाह के तौर पर नहीं लें। बीमारी या संक्रमण के लक्षणों की स्थिति में डॉक्टर की सलाह जरूर लें।