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    26 करोड़ के GST घोटाले का शिकार हुआ छात्र, ठगी का पता चलने पर उड़े पीड़ित के होश

    Updated: Wed, 03 Dec 2025 01:38 PM (IST)

    बाहरी दिल्ली में एक छात्र 26 करोड़ रुपये के जीएसटी घोटाले का शिकार हुआ। धोखेबाजों ने उसके पैन और आधार कार्ड का गलत इस्तेमाल किया। छात्र को इसका पता इन ...और पढ़ें

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    26 करोड़ रुपये के कारोबार का फर्जी रिकॉर्ड तैयार किया। सोशल मीडिया

    जागरण संवाददाता, बाहरी दिल्ली। उत्तरी-पश्चिमी दिल्ली के त्रि नगर इलाके में रहने वाले एक छात्र के साथ बड़ा जीएसटी स्कैम सामने आया है। आज्ञात धोखेबाजों ने उसके पैन और आधार कार्ड का दुरुपयोग करते हुए करीब 26 करोड़ रुपये के कारोबार का फर्जी रिकॉर्ड तैयार कर दिया।

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    छात्र को इस धोखाधड़ी का पता तब लगा, जब उसने अपना इनकम टैक्स रिटर्न फाइल किया। रिटर्न भरते समय उसे आयकर विभाग के पोर्टल पर अपने नाम से जुड़ा लगभग 26 करोड़ रुपये का जीएसटी टर्नओवर दिखा, जिसे देखकर वह हैरान रह गया।

    घबराकर उसने तुरंत जीएसटीएन पोर्टल पर जानकारी जांची, जहां पता चला कि 10 जून 2024 को उसके नाम पर एक फर्म को धोखे से रजिस्टर किया गया था। यह फर्म कई महीनों तक एक्टिव रही और 31 दिसंबर 2024 को उसकी जानकारी के बिना ही रजिस्ट्रेशन रद कर दिया गया।

    ऑफिशियल पोर्टल से प्राप्त दस्तावेजों में दर्ज जानकारी से स्पष्ट है कि इस अवधि के दौरान फर्म का इस्तेमाल कथित रूप से कई करोड़ रुपये के जीएसटी ट्रांजैक्शन करने के लिए किया गया होगा। छात्र ने पुलिस को बताया कि उसने न तो किसी फर्म के नाम से कोई व्यवसाय किया है। उसने कभी जीएसटी रजिस्ट्रेशन के लिए आवेदन भी नहीं किया। इसलिए उसके पैन और आधार का इस्तेमाल पूरी तरह धोखाधड़ी का मामला प्रतीत होता है।

    शिकायत दर्ज होने के बाद, पुलिस ने मामले की संवेदनशीलता को देखते हुए धोखाधड़ी से संबंधित धाराओं में केस दर्ज कर लिया है, जांच शुरू कर दी है। पुलिस यह पता लगाने में जुटी है कि आरोपी आखिर कैसे छात्र के दस्तावेजों तक पहुंचे, उसके नाम पर फर्म रजिस्टर की और करोड़ों रुपये के फर्जी लेन-देन किए।

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    यह मामला दिल्ली में बढ़ते साइबर और डाक्यूमेंट आधारित धोखाधड़ी के तरीकों पर भी सवाल उठाता है, जिनमें आम लोगों के दस्तावेजों का दुरुपयोग करके बड़े पैमाने पर वित्तीय अपराध किए जा रहे हैं।